चित्रकूट26 मार्च* जिला कारागार की अनियमितताओं की जांच में पुलिस को मिले अहम सुराग एवं हुई गिरफ्तारी।
संजय मिश्रा यूपी आजतक वेबसाइट चैनल ब्यूरो चीफ चित्रकूट
चित्रकूट दिनाँक-26.03.2023 चित्रकूट पुलिस*आपको अवगत कराते चलें कि पिछले माह में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा चित्रकूट जिला कारागार के निरीक्षण दिनाँक-10.02.2023 को पुलिस अधीक्षक चित्रकूट श्रीमती वृंदा शुक्ला एवं जिलाधिकारी चित्रकूट अभिषेक आनंद द्वारा जिला कारागार चित्रकूट की आकस्मिक चेकिंग की गयी थी, जिसमें कारागार में निरूद्ध अपराधी अब्बास अंसारी एवं उसकी पत्नी निखत बानो तथा उनके सहयोगियों द्वारा कारागार के अन्दर कतिपय अधिकारी एवं कर्मचारीगणों के सहयोग से अवैध गतिविधियां संचालित की जा रही थी । जिसके सम्बन्ध में थाना कोतवाली कर्वी में मु0अ0सं0 88/2023 धारा 387,222,186,506,201,120(बी), 195(ए),34 आईपीसी, 42बी,54 प्रिजनर्स व 7 सीएलए एक्ट, 7/8/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम पंजीकृत कर निखत बानो पत्नी अब्बास अंसारी एवं उसके सहयोगी ड्राइवर नियाज को गिरफ्तार किया गया था । विवेचना के क्रम में नामजद अभियुक्तों के मुख्य सहयोगी फराज खान एवं नवनीत सचान सहित नामजद अभियुक्त अशोक कुमार सागर (जेल अधीक्षक), संतोष कुमार (जेलर), चन्द्रकला (डिप्टी जेलर) व जगमोहन (जेल वार्डर) को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है ।
उपरोक्त मुकदमा की विवेचना के क्रम में एक और नई बात प्रकाश में आयी है कि जो रूपये कैंटीन कॉन्ट्रैक्टर नवनीत सचान के खाते में अब्बास अंसारी के कहने पर डाले गये थे उनसे एक अन्य अभियुक्त शहबाज आलम की खोज की गयी है, जो वाराणसी में एक सी0ए0 के कार्यालय में कार्यरत है एवं उसके द्वारा 02 बैनामी खाता ऑपरेट किये जा रहे है । इन खातों में पिछले 06 माह में क्रमशः 92 लाख और 87 लाख के ट्रांजिक्शन हुए हैं । पूछताछ के दौरान अभियुक्त शहबाज आलम के द्वारा बताया गया है कि अब्बास अंसारी के गुर्गे उनको कैश पहुंचाते है एवं किस खाते में पैसा डालना है उसकी डिटेल भी पहुंचाते है, जिसके उपरांत मेरे द्वारा उपरोक्त कार्यवाही की जाती है । इन बैनामी खातों के अतिरिक्त कुछ शैल कम्पनियां भी पायी गयी है जिनमें कैश जमा करके उनको अपराधिक गतिविधियों हेतु घुमाया जाता है । यह गिरोह जनपद मऊ, गाजीपुर, बनारस, आजमगढ़, जौनपुर, दिल्ली सहित अन्य शहरों में भी अब्बास अंसारी के लिए का कार्य करता है । पूछताछ में इन पैसों का उपयोग जेल अधिकारियों को नगद और उपहार के जरिए लालच देकर अपने लिए जेल में अवैध सुविधाएं इकट्ठा करना, वकीलों और दलालों को अपने मुकदमों की पैरवी के पैसे देना तथा अन्य अवैध कार्यों में खर्च करने की बात सामने आई है। इस धन के लेन देन का जिम्मा नियाज और उसके कुछ सहयोगियों के माध्यम से होता था। इतनी बडी धनराशि के ट्रांजैक्शन से अवैध स्रोतों से कमाई के आरोपों को पुष्टिकारक बल मिला है,जिसके बारे में गहराई से जांच जारी है। इसमें आयकर विभाग एवं प्रवर्तन निदेशालय से भी मदद ली जाएगी। इन दोनो ही खातों को पुलिस द्वारा सीज़ कर लिया गया है।
उपरोक्त के क्रम में अभियुक्त शाहबाज आलम पुत्र शाहिद आलम निवासी S6/76 बी अर्दली बाजार थाना कैण्ट जनपद वाराणसी प्रकाश में आया है जिसको गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है ।
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