October 14, 2025

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कौशाम्बी2अक्टूबर25*धू-धूकर जली रावण के सोने की लंका उलटि पलटि लंका सब जारी कूदि परा पुनि सिंधु मझारी*

कौशाम्बी2अक्टूबर25*धू-धूकर जली रावण के सोने की लंका उलटि पलटि लंका सब जारी कूदि परा पुनि सिंधु मझारी*

कौशाम्बी2अक्टूबर25*धू-धूकर जली रावण के सोने की लंका उलटि पलटि लंका सब जारी कूदि परा पुनि सिंधु मझारी*

*हनुमान ने अशोक वाटिका उजाड़ी, रावण दरबार में मचा हड़कंप गुरुवार को निकलेगा रामदल होगा रावण दहन*

*कौशाम्बी।* मुख्यालय मंझनपुर स्थित हिन्दु धर्म सभा श्री रामलीला कमेटी के द्वारा मंगलवार को रामलीला राम-सुग्रीव मित्रता, लंका दहन, बाली वध, सेतु निर्माण का मंचन किया गया। पहले बाली के वध की प्रस्तुति दी गई। सुग्रीव का राज्याभिषेक के दृश्य को भी दिखाया गया। सीता-खोज के मार्मिक दृश्य ने दर्शकों को भावुक कर दिया। हनुमान के लंका में प्रवेश कर अशोक वाटिका उजाड़ने के प्रसंग पर दर्शक खुश हुए लंका-दहन के दौरान जयकारे लगने लगे। बता दे कि रामलीला मंचन में श्रीराम ने बताया कि वह और उनका भाई लक्ष्मण सीता की तलाश कर रहे हैं तो सुग्रीव ने उनकी सहायता करने का वचन दिया। फिर सुग्रीव ने बताया कि उसका भाई बाली उसे बहुत परेशान करता है और उसने उसकी पत्नी का भी अपहरण कर लिया है। तब श्रीराम ने बाली का वध कर सुग्रीव को उनकी पत्नी को मिलवाया और किष्किन्धा का राज्य सुग्रीव को दे दिया। माता सीता की खोज आरंभ हुई। जामवंत जी ने समुद्र के किनारे हनुमान जी को उनकी शक्ति का एहसास करवाया। इसके बाद जय श्रीराम के उदघोष के साथ हनुमान जी ने समुद्र पार किया, सुरसा और लंकिनी को मारते हुए लंका पहुँचे। लंका पहुँचकर उन्होंने विभीषण से मुलाकात की और अशोक वाटिका में माता सीता से भेंट की। भूख लगने पर माता सीता की आज्ञा से कंद-फलादि ग्रहण किए, लेकिन वाटिका के रक्षकों के हस्तक्षेप पर पूरी वाटिका को उजाड़ दिया और रोकने आए असुरों का वध किया। शत्रु की शक्ति का अंदाजा लगाने आए रावण के पराक्रमी पुत्र अक्षय कुमार का हनुमान जी ने वध कर दिया। अंत में, मेघनाद ने ब्रह्मास्त्र के माध्यम से हनुमान जी को बंदी बनाकर रावण के दरबार में पेश किया। इस पर क्रोधित होकर रावण ने हनुमान जी की पूंछ में आग लगाने का आदेश दिया, जिससे पवन पुत्र ने सोने की पूरी लंका को जलाकर राख कर दिया। हनुमान जी के इस दृश्य को देख लोग खूब आनन्दित हुए। हनुमान जी आकर पूरी दस्तान व्यक्त करते है फिर सेतु का निर्माण किया जाता है। इस मौके पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष आशीष केसरवानी उर्फ बच्चा, महामंत्री पंकज शर्मा, पंकज गामा, उपाध्यक्ष ज्ञानचन्द्र गुप्ता, सुशील नामदेव, संगठन मंत्री झल्लर चौरासिया, कोषाध्यक्ष सोनालाल केशरवानी, अजय वर्मा, मंत्री सुनील नामदेव, रोहित गुप्ता, सुशील केसरवानी, राजू, राजीव, रिकं डा0 अवधेश पाण्डेय, मुकुन्दी लाल,भूपचन्द्र अग्रहरि, नीरज, सुभाष, रज्जन श्रीवास्तव, नवीन, राहुल रामलीला कमेटी के पदाधिकारी एवं आस-पास क्षेत्र के हजारों लोग मौजूद रहें। श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष आशीष कुमार केसरवानी ने बताया कि गुरुवार को दोपहर 12:00 बजे रामलीला मैदान से रामदल निकलेगा। सभी जनपदवासियों से राम दल में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है, सभी लोग रामदल में शामिल हो कर रावण दहन कार्यक्रम को सफल बनाएं।

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