प्रयागराज24अप्रैल25*अटल इच्छा शक्ति और निरंतर प्रयास से असंभव को भी सम्भव किया जा सकता हैः नन्दी*
*मंत्री नन्दी ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में टॉप करने वाली शक्ति दुबे को उनके घर जाकर किया सम्मानित*
*शक्ति दुबे की मां और पिता जी का किया सम्मान*
*जरूरी ये नहीं है कि हमें विरासत में क्या मिला है, जरूरी ये है कि हम विरासत में क्या छोड़ जाते हैं*
संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त कर प्रयागराज के साथ ही पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का नाम पूरे भारत में रोशन करने वाली प्रयागराज की बेटी शक्ति दुबे को उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी एवं प्रयागराज की पूर्व महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता नन्दी ने आज मामा भांजा तालाब नैनी स्थित उनके घर पर जाकर सम्मानित किया। ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर परिवार के साथ ही प्रयागराज का नाम रोशन करने के लिए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उज्जवल भविष्य की कामना की। मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रयागराज के एक सामान्य परिवार की बिटिया ने कड़ी मेहनत और लगन के बल पर यह साबित कर दिया कि अगर ठान लिया तो कुछ भी असम्भव नहीं है। मंत्री नन्दी ने शक्ति दुबे को बेटियों एवं युवाओं के लिए रोल मॉडल बताया। इस अवसर पर आईएएस टॉपर शक्ति दुबे की मां श्रीमती प्रेमा देवी एवं पिता एसपी ट्रैफिक के पेशकार एसआई देवेंद्र दुबे को भी मंत्री नन्दी एवं प्रयागराज की पूर्व महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता नन्दी ने सम्मानित किया।
मंत्री नन्दी ने कहा कि वे प्रतिभा का बहुत सम्मान करते हैं। पिछले करीब 17 वर्षों से वे प्रतिभावन विद्यार्थियों को सम्मानित करते चले आ रहे हैं। मंत्री नन्दी ने कहा कि जरूरी ये नहीं है कि हमें विरासत में क्या मिला है, जरूरी ये है कि हम विरासत में क्या छोड़ जाते हैं। जिस रास्ते पर चलने का प्रण किया है, उस पर चलते हुए सफलता जरूर मिलती है। मंत्री नन्दी ने कहा कि घर की, परिवार की और समाज की ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेष की बेटियां जब आगे बढ़ती हैं, नाम रौशन करती हैं तो हर किसी को उन पर नाज होता है।
मंत्री नन्दी ने शक्ति दुबे के परिजनों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि शक्ति ने एसएमसी घूरपुर से इंटर की पढ़ाई की। इसके बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीएससी बायो किया और फिर आगे की पढ़ाई करने वाराणसी चली गई। पिता देवेंद्र दुबे ने बताया कि शक्ति ने आईएएस बनने का लक्ष्य शुरू से बना रखा था। प्रथम तीन प्रयास में वह प्री भी नहीं निकाल सकी। चौथे प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंच सकी। लगातार चार बार असफलता मिलने के बाद भी आत्मविश्वास टूटने नहीं दिया। पांचवी कोशिश में शक्ति ने जो हासिल किया आज पूरा देश देख रहा है।
मंत्री नन्दी ने शक्ति दुबे को बधाई देते हुए कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि आप एक सिविल सेवक के रूप में अपने कर्तव्यों का निष्ठा व ईमानदारी से निर्वहन करते हुए देश के उज्जवल भविष्य के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगी। मंत्री नन्दी ने हर सम्भव मदद का वादा किया।
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