कुशीनगर18अक्टूबर24*पत्रकार पर,डॉक्टर की डिग्री पूँछने पर झोलाछाप डॉक्टर ने किया जानलेवा हमला।
कुशीनगर*पत्रकार अखिलेश दास गुप्ता द्वारा थाना प्रभारी किशुनपुरा जनपद कुशीनगर को दिए गए प्रार्थना पत्र के माध्यम से ये अवगत कराया गया है कि—————-
श्रीमान थानाप्रभारी महोदय, थाना किशुनपुरा जनपद कुगीनगर (यूपी)
विषयः- शिवम् हॉस्पिटल के डाक्टर पंकज कुमार द्वारा प्रार्थि पर प्राणघातक हमला कर गंभीर चोट पहुंचाने के सन्दर्भ में।
सादर अवगत कराना है कि मैं प्रार्थी अखिलेश दास गुप्ता 510 श्री सत्यनारायण गुप्ता साकिन पगरा पडरी थाना पटहेखॉ जनपर कुशीनगर का स्थायी निवासी है। प्रार्थी ने लोगों के द्वारा सुना व्या कि शिवम हास्पिटल के प्रक्टर पंकज कुमार नेत्र के अच्छे विशेकज्ञ है। प्रार्थी के आँख में कुछ दिक्कत रहती थी जिसका इलाज कराने के लिए डाक्टर पंकज कुमार के मो० १०. पर अपने मोबाइल न. 9415724073 से सम्पर्क कर इनके मुलाने पर लगभग 3:30 बजे पहुंचा तथा डाक्टर पंकज कुमार जैसे मैं घास्पटल पहुंचा अपने सी. सी. टी.वी. कैमरे में देखकर बाहर आये तथा गाड़ी के पास आकर अझसे पूछा कि आखलेश गुप्ता आप ही है आप ही ने मुझे फोन से अपने नेत्र कि इलाज के लिए सम्पर्क किया था तो मैंने हाँ मे जवाब देते हुए घास्पिटल के तरफ देखा और देखकर मेसा प्रतित हुआ कि यह नेल विशेषज्ञ नहीं है। मेरे द्वारा इनकी डीग्री के बारे में पुख्तार करने पर मुमपर भड़कते इए भद्दी-भदर्दी गाली गुप्ता देते इए जान से मारने के नियत से राड से मेरे सर में मार दिये जिससे मैं मौके पर बेहोश वे गया दवा ईलाज के दौरान CHC उही पर धेग आया तो पता चला कि सत्यम कुशवाहा द्वारा मुझे हास्पिटल पहुंचाया गया दवा इलाम के पश्चात मैं अपने गरि SP 64 AH 3969 जो धस्सिट ल-पर कथा उसमे से रखा हुआ 1,00,000 (एक लाख) रुपया भी गायब था और मेरे गले में पहना हुआ चैन भी गायब था।
अता श्रीमान जी से निवेदन है कि मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही करने कि कृपा प्रदान करे।
अखिलेश दास गुप्ता, ग्राम पगरी पड़री बाना परहेखा जिला – कुशीनगर
मो. 9415724073, Date – 17/10/2024
More Stories
लखीमपुर05जुलाई25*निघासन थाना अंतर्गत ग्राम रघुवरनगर में नाबालिग दलित बच्चे की हत्या
मथुरा 5 जुलाई 25* शेरगढ पुलिस टीम व स्वॉट टीम की संयुक्त कार्यवाही में 03 अभियुक्तगण को चोरी किये गये माल, मोबाईल फोन एवं अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार*
बिहार 05जूलाई25*में मतदाता सूची विवाद: नौ भ्रांतियां और एक सच