June 15, 2025

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गोण्डा29अगस्त*परसपुर थाने से हटाये गये थानाध्यक्ष सुधीर सिंह,राजनाथ सिंह को मिली थाने की कमान*

गोण्डा29अगस्त*परसपुर थाने से हटाये गये थानाध्यक्ष सुधीर सिंह,राजनाथ सिंह को मिली थाने की कमान*

गोण्डा29अगस्त*परसपुर थाने से हटाये गये थानाध्यक्ष सुधीर सिंह,राजनाथ सिंह को मिली थाने की कमान*

कर्नलगंज/परसपुर गोण्डा। कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार मिश्रा ने देर रात्रि जिले में किये दो तबादले में परसपुर थाने पर काफी दिनों से तैनात रहे सुधीर कुमार सिंह को वहां से हटाकर पुलिस अधीक्षक का वाचक नियुक्त किया गया तथा पुलिस अधीक्षक के वाचक रहे राजनाथ सिंह को परसपुर थाने की कमान सौंपी गई है। मालूम हो कि थानाध्यक्ष सुधीर सिंह बीते महीनों से कई मामलों में नागरिकों के पुलिसिया उत्पीड़न और अमानवीय, निरंकुश कार्यप्रणाली को लेकर काफी विवादों में घिरे रहकर और काफी चर्चा का विषय बने रह चुके हैं। जिन्हें जिले के एक बड़े अफसर का संरक्षण भी होना बताये जाने से समूचे सिस्टम पर सवालिया भी निशान खड़ा हो चुका है।
[29/08, 6:41 PM] Sarita Chandra Maurya Gonda: *सरयू नदी में शनिवार को छलांग लगाने वाले युवक का चौबीस घंटे बाद भी नहीं लगा सुराग। तलाश जारी*

कर्नलगंज (गोण्डा)। तहसील क्षेत्र के अंतर्गत गोंडा-लखनऊ राजमार्ग पर कटरा घाट स्थित सरयू नदी में शनिवार को दोपहर बाद एक युवक ने छलांग लगा दी थी जिसे देखकर लोगों के हतप्रभ रहने के साथ ही युवक के नदी में कूदने की सूचना से हड़कंप मच गया था। घटना की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कर्नलगंज प्रदीप कुमार सिंह के द्वारा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचकर गोताखोरों की मदद से युवक की तलाश कराई जानी शुरू की जिसके चौबीस घंटे बीतने के बाद भी नदी में युवक का कोई सुराग नहीं लग सका है।मौके पर काफी भीड़ मौजूद रही। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरयू नदी में छलांग लगाने वाला युवक कर्नलगंज क्षेत्र के ग्राम सकरौरा ग्रामीण के मजरा बैजूपुरवा का निवासी और मिले आधार कार्ड के अनुसार उसका नाम बाबू पुत्र झगरू और उम्र करीब 35 वर्ष बताया जा रहा है। लोगों के अनुसार उक्त व्यक्ति बीते कुछ महीने से अपनी ससुराल मुंडेरवा में रह रहा था।जिसने शनिवार को कटरा घाट स्थित सरयू नदी में छलांग दी। जिसकी गोताखोरों के माध्यम से समाचार लिखे जाने तक तलाश जारी है। लेकिन कोई पता नहीं लग सका है।
[29/08, 6:41 PM] Sarita Chandra Maurya Gonda: *जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते बदहाली का शिकार है ग्रामपंचायत मथुरा* ( बारिश से चहुंओर पानी ही पानी, जन जीवन अस्त-व्यस्त)

कर्नलगंज/कटरा बाजार गोंडा। भाद्रपद मास में जिले सहित अन्य जगहों पर मेघ पूरी तरह मेहरबान है। जिससे लगातार बारिश के चलते हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं। शहर, गांव व कस्बे की मुख्य सड़कें पानी से लबालब हो गई है। जिले में बारिश के चलते कई कच्चे महान ढह गए तो कई जगहों पर घरों में पानी भर गया है। इससे लोगों को परेशानी हो रही है। चारों ओर जगह जगह पानी-पानी हो गया है। वहीं भारी बारिश से आम जन जीवन अस्त व्यस्त है।
जीता-जागता नजारा ब्लाक कटरा बाजार की ग्राम पंचायत मथुरा का है। गांव का नाम भले ही मथुरा है लेकिन इस गांव पर सरकार एवं जिम्मेदार लोगों की कृपादृष्टि नहीं पड़ रही है। जहाँ साफ तौर पर विकास के दावे खोखले नजर आते हैं। अव्यवस्थाओं के साये में मूलभूत सुविधाओं से वंचित यह गांव समग्र विकास विकास की बाट जोह रहा है। ग्राम पंचायत में नाला निर्माण व सोख्ता निर्माण न होने से गाँव में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। गांव में कुछ परिवारों को आवास का लाभ आजादी के बाद से अब तक नहीं मिला जिससे लोग पन्नी का घर बनाकर रहने को मजबूर हैं। यही नहीं बारिश में ढहे मिट्टी के घरों पर भी ग्राम प्रधान व किसी जन प्रतिनिधि ने ध्यान नहीं दिया।इस गांव की मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान ना दिये जाने से भारी बारिश से कटी गांव की मुख्य सड़कों से लोग गाड़ी लेकर भी पैदल चलने को मजबूर हैं।ग्राम पंचायत इसी अव्यवस्था की भेंट चढ़ गया हैं। जिससे सरकारी दावों की हवा निकलती दिख रही है। गांव में जल निकासी की बेहतर व्यवस्था न होने से गंदगी का अंबार लगा हुआ है। ऐसे में कब कौन सी संक्रामक बीमारी पांव पसार ले कुछ नहीं कहा जा सकता है। ये केवल बदहाली का एक नमूना है। जबकि गांव में समस्याओं का अंबार है। कई बार गांव के लोगों ने निदान के लिए ग्राम प्रधान और जिम्मेदारों से मांग की, लेकिन आज तक उनकी सुनवाई नहीं हुई। जिससे जिम्मेदार लोगों की उदासीनता से गांव बदहाली का शिकार है। जिसका कोई पुरसाहाल नहीं है।
[29/08, 6:41 PM] Sarita Chandra Maurya Gonda: *तहसील क्षेत्र कर्नलगंज के हलधरमऊ सीएचसी पर फर्जी वैक्सिनेशन का आरोप*।

(सीएम से हुई शिकायत में बड़े पैमाने पर खेल की आशंका,जिम्मेदार मौन)
कर्नलगंज (गोंडा)। एक ओर विश्व के अनेकों देशों में वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर जहां तबाही मची होनी बतायी जा रही है। काफी संख्या में लोग इस गंभीर बीमारी का शिकार हो चुके हैं तो अनेकों लोग असमय मौत के मुंह में समा चुके हैं। इस बीमारी के नाम से लोग आज भी काफी भयभीत व परेशान हैं। जिससे दुनिया के अधिकतर देश अपने देश के नागरिकों को कोरोना वैक्सीन लगवाकर कोरोना मुक्त कराने में जुटे हुए हैं। वहीं तहसील क्षेत्र कर्नलगंज के हलधरमऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात जिम्मेदारों के खेल निराले हैं। जहां बड़े पैमाने पर गंभीर फर्जीवाड़ा,खेल होने का मामला सामने आया है। यहाँ तैनात जिम्मेदार सरकार की मंशा पर पानी फेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते है। बताते चलें कि सीएचसी कर्मियों पर फर्जी कोरोना वैक्सीन लगाने का आरोप लगा है। उक्त आरोप लगाते हुये सूबे के मुख्यमंत्री,जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी गोंडा से शिकायत की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सम्पूर्ण मामला कटरा बाजार थाना क्षेत्र अन्तर्गत सुमेरपुर गांव से जुड़ा है। यहाँ के निवासी सत्येंद्र सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर जिले के आला अधिकारियों को पत्र भेजकर शिकायत दर्ज कराते हुए कहा है कि उन्हें तथा उनकी पत्नी सुनीता को कोरोना की पहली डोज विगत 26 मई 2021 को लगाई गई थी तथा दूसरी डोज लगवाने के लिये उन्होंने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था पर किन्हीं कारण से वह निर्धारित तिथि 21 अगस्त 2021 को वैक्सीन नहीं लगवा सके। फिर भी रात्रि को मोबाइल पर मैसेज आया कि उन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज सफलता पूर्वक लग चुकी है। उनका आरोप है कि रेफरेंस आईडी एक ही होती है उसे बदला नहीं जा सकता और उन्हें वैक्सीन नहीं लगी तो आखिर किसे लगी,कहीं वैक्सीन की कालाबाजारी तो नहीं की जा रही है अथवा वैक्सीन लगाने के नाम पर जनता के जीवन से खिलवाड़ तो नहीं किया जा रहा है। उन्होंने मामले की शिकायत जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की तो उनके स्तर से भी कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसके बाद अब उन्होंने मुख्यमंत्री के यहां शिकायत दर्ज कराकर दोषियों के विरुद्ध जाँच व कार्यवाही की मांग की है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों व जिम्मेदारों द्वारा इस प्रकार की घोर लापरवाही व अनियमितता प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना महामारी को रोकने हेतु चलाये जा रहे महाअभियान को पलीता लगा रही है। जबकि सरकार जनता को निःशुल्क वैक्सीन लगवा रही है और वैक्सीन के सही उपयोग व कालाबाजारी रोकने के लिये वैक्सीनेशन के वक्त सुरक्षा की दृष्टि से पुलिसकर्मियों की भी ड्यूटी लगाई जाती है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस प्रकार की लापरवाही जनता के लिये चिंता का विषय है। अब सवाल यह उठता है कि वैक्सीन लगने का समय दिन में पाँच बजे तक ही निर्धारित है तो रात्रि में मोबाइल पर मैसेज कैसे आ गया और यदि माना जाये कि नेटवर्क की समस्या के चलते ऐसा हुआ तो जब पीड़ित वैक्सीन लगवाने गया ही नहीं तो उसके मोबाइल पर सफलता पूर्वक वैक्सीन लगने का संदेश कैसे और किसने भेजा और उसके बाद पीड़ित की शिकायत पर विभाग की कुम्भकर्णी नींद यह साबित कर रही है कि कहीं न कहीं मामले में बड़ा गड़बड़झाला है। बहरहाल मामले में क्या सच्चाई है यह जाँच का विषय है।मामले में कितनी कार्यवाही होगी और कब होगी यह जाँच के बाद ही तय हो सकेगा। उक्त संबंध में मामले की जानकारी के लिये हलधरमऊ सीएचसी अधीक्षक डॉ सन्त प्रताप वर्मा के मोबाइल पर सम्पर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन नहीं उठा।जिससे समूचे सिस्टम पर सवालिया निशान लग रहा है।
[29/08, 6:41 PM] Sarita Chandra Maurya Gonda: *सकरौरा घाट जाने वाले मार्ग पर महीनों से भरे गंदे पानी में ग्रामीण आवागमन को विवश*
कर्नलगंज (गोण्डा)। तहसील मुख्यालय अन्तर्गत प्राचीन सकरौरा घाट को जाने वाले मार्ग पर काफी समय से पानी भरा हुआ है जिससे लोगों को इसी गंदे पानी से होकर आना जाना पड़ रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बा कर्नलगंज से करीब दो किमी दूरी पर सकरौरा घाट एक प्रसिद्ध स्थान है। यहां पर प्रतिदिन भारी संख्या में लोगों का आना-जाना लगा रहता है। परन्तु सकरौरा घाट जाने वाले इस मार्ग पर लोहिया पुल के पास से लगभग सौ मीटर की लम्बाई में काफी समय से घुटनों तक पानी भरा हुआ है।जबकि सकरौरा घाट सहित आसपास के गांवों को जाने के लिए भी यही एकमात्र रास्ता है जिस पर पानी भरा होने के कारण लोगों को मजबूर होकर इसी गंदे पानी से होकर आवागमन करना पड़ रहा है। आसपास के लोगों के अनुसार पहले लोहिया पुल के नीचे बने काफी लम्बे चौड़े नाले से इस क्षेत्र का पूरा पानी निकल जाया करता था लेकिन लोहिया पुल का अस्तित्व समाप्त कर एक संकरा नाला बना दिया गया तथा सड़क भी काफी नीची हो गयी है जिससे सारा पानी नाले से नहीं निकल पाता है और सड़क पर भरा रहता है। वहीं सड़क पर भरे गंदे पानी से आने जाने पर लोगों में बीमारियों के उत्पन्न होने का खतरा है लेकिन जल निकासी की व्यवस्था करने वाले तथा सड़क को ऊंची करने के लिए जिम्मेदार लोगों को इसकी कोई परवाह नहीं है जिससे लोग अपने हाल पर जीने मरने को विवश हैं। दूसरी ओर सड़क अपनी बदहाली बयां करते हुए जलनिकासी व्यवस्था की पोल खोल रही है।
[29/08, 6:41 PM] Sarita Chandra Maurya Gonda: *सरयू नदी में शनिवार को छलांग लगाने वाले युवक का चौबीस घंटे बाद भी नहीं लगा सुराग। तलाश जारी*

कर्नलगंज (गोण्डा)। तहसील क्षेत्र के अंतर्गत गोंडा-लखनऊ राजमार्ग पर कटरा घाट स्थित सरयू नदी में शनिवार को दोपहर बाद एक युवक ने छलांग लगा दी थी जिसे देखकर लोगों के हतप्रभ रहने के साथ ही युवक के नदी में कूदने की सूचना से हड़कंप मच गया था। घटना की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कर्नलगंज प्रदीप कुमार सिंह के द्वारा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचकर गोताखोरों की मदद से युवक की तलाश कराई जानी शुरू की जिसके चौबीस घंटे बीतने के बाद भी नदी में युवक का कोई सुराग नहीं लग सका है।मौके पर काफी भीड़ मौजूद रही। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरयू नदी में छलांग लगाने वाला युवक कर्नलगंज क्षेत्र के ग्राम सकरौरा ग्रामीण के मजरा बैजूपुरवा का निवासी और मिले आधार कार्ड के अनुसार उसका नाम बाबू पुत्र झगरू और उम्र करीब 35 वर्ष बताया जा रहा है। लोगों के अनुसार उक्त व्यक्ति बीते कुछ महीने से अपनी ससुराल मुंडेरवा में रह रहा था।जिसने शनिवार को कटरा घाट स्थित सरयू नदी में छलांग दी। जिसकी गोताखोरों के माध्यम से समाचार लिखे जाने तक तलाश जारी है। लेकिन कोई पता नहीं लग सका है।

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