May 5, 2024

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मिर्जापुर25अप्रैल24*मलेरिया दिवस पूरे जिले के स्वास्थ्य केंद्रों व शैक्षणिक संस्थानों में धूमधाम से मना*

मिर्जापुर25अप्रैल24*मलेरिया दिवस पूरे जिले के स्वास्थ्य केंद्रों व शैक्षणिक संस्थानों में धूमधाम से मना*

मिर्जापुर से बसन्त कुमार गुप्ता की रिर्पोट यूपी आजतक

मिर्जापुर25अप्रैल24*मलेरिया दिवस पूरे जिले के स्वास्थ्य केंद्रों व शैक्षणिक संस्थानों में धूमधाम से मना*

*एफएचआई इण्डिया ने भी प्राइमरी स्कूलों में छात्रों को मलेरिया को लेकर किया जागरूक*

मिर्जापुर। जनपद में गुरूवार को विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया। इस अवसर पर अधिकतर स्वास्थ्य केंद्रों व शैक्षणिक संस्थानों आदि पर पर विविध कार्यक्रम हुए। शिविर, गोष्ठी, परिचर्चा और पेंटिंग प्रतियोगिता के जरिए जनपदवासियों को मलेरिया के बारे में जागरूक किया गया।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर छोटे लाल वर्मा ने बताया कि मच्छरों का प्रकोप पहले सिर्फ बारिश के दौरान और बारिश के बाद दिखता था जबकि अब 2.3 महीने छोड़ दीजिए तो पूरे साल ही दिखते हैं। इसलिए आवश्यकता पड़ने पर मलेरिया रोकने के लिए अब फॉगिंग का कार्य पूरे साल चलेगा। साथ ही हमारी स्वास्थ्य टीमें सर्वाधिक मच्छर वाले इलाकों को चिन्हित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि इस बार विश्व मलेरिया दिवस की थीम अधिक न्यायोचित विष्व कके लिए मलेरिया के खिलाफ लड़ाई मे तेजी लाना है। इस थीम का उद्देश्य वैश्विक उन्मूलन लक्ष्यों को प्राप्त करने में नवाचार की ओर ध्यान आकर्षित करना और उनको जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करना है। उन्होंने बताया कि जनपद में 2021 और 2022 में 324578 लोगों जांच की गईं जिसमें क्रमशः 2356 और 108 मरीज मिले। इस वर्ष अब तक 74596 लोगों की जांच की गई है। इसमें 08 मरीज मलेरिया ग्रस्त पाए गए हैं।

जिला मलेरिया अधिकारी संजय द्विवेदी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग व फैमिली हेल्थ इण्डिया के सहयोग से चलाई जा रही एम्बेड परियोजना के तहत जनपद मिर्जापुर के चिन्हित गाँवों के स्कूलों में मलेरिया दिवस मनाया गया जिसमें टीम के सदस्यों द्वारा बच्चों को मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए भली भांति समझाया गया वर्तमान में संचालित संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के अंतर्गत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छरों के प्रजनन स्रोतों को नष्ट कराया जा रहा है। एंटी लार्वा का छिड़काव तथा फागिंग भी कराया जा रहा है। इस कार्य में नगर विकास विभाग एवं पंचायती राज विभाग सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मलेरिया की जांच व उपचार की सुविधा जिला मुख्यालय के अलावा सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध है। शासन के निर्देशानुसार आशा कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्र में जाकर रोगी की पहचान कर रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट ,आरडीटीद्, किट से त्वरित जांच कर रही हैं। इसके लिए समस्त आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित भी किया गया है। जांच में मलेरिया धनात्मक पाए जाने पर जल्द से जल्द रोगी का निरूशुल्क पूर्ण उपचार किया जाएगा।

हफ्ते भर में अंडा बन जाता है मच्छर

मलेरिया का प्रसार मादा एनोफिलीस मच्छर के काटने से होता है। एक अंडे से मच्छर बनने की प्रक्रिया में पूरा एक सप्ताह का समय लगता है। इस कारण सप्ताह में एक बार एंटीलार्वा का छिड़काव किया जाता है। यदि किसी जलपात्र में पानी है तो उसे सप्ताह में एक बार जरूर खाली कर दें। जैसे कूलरए गमलाए टीन का डिब्बाए नारियल का खोलए डिब्बाए फ़्रिज के पीछे का डीफ्रास्ट ट्रे की सफाई हमेशा करते रहना आवश्यक है। मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति का समय से इलाज शुरू होने पर जान जाने का खतरा कम हो जाता है।

क्या करें

मलेरिया से बचाव के लिए रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए। आसपास दूषित पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए। साफण्सफाई रखनी चाहिए। बुखार होने पर तत्काल आशा से संपर्क करें या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर परामर्श लें। सही समय पर निदान उपचार होने से रोगी पूर्णतः स्वस्थ हो जाता है।

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