November 16, 2025

UPAAJTAK

TEZ KHABAR, AAP KI KHABAR

गाजियाबाद 13/11/2025*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर गाजियाबाद की कुछ महत्वपूर्ण खबरें 

गाजियाबाद 13/11/2025*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर गाजियाबाद की कुछ महत्वपूर्ण खबरें 

गाजियाबाद 13/11/2025*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर गाजियाबाद की कुछ महत्वपूर्ण खबरें 

[13/11, 7:28 am] +91 75036 40007: *प्रदूषण से बढ़ी सांस की बीमारियां, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर….*

गाजियाबाद। गिरते तापमान और बढ़ते प्रदूषण ने लोगों की सेहत बिगाड़ दी है। जिले में सांस लेने में तकलीफ, सीने में भारीपन और खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अस्थमा (दमा) के मरीजों की परेशानी दोगुनी हो गई है। सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों की ओपीडी में लगातार आसे मरीज पहुंच रहे हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर है। सिर्फ एमएमजी अस्पताल में रोजाना 35 से 40 मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ.अखिलेश मोहन ने बुधवार को विभाग की ओर से एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें प्रदूषण से बचाव के लिए लोगों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं। सीएमओ ने बताया कि वायु प्रदूषण का असर लोगों के स्वास्थ्य पर तेजी से पड़ रहा है। ऐसे में हर व्यक्ति को जागरूक रहते हुए इससे बचाव के उपाय करने चाहिए।

उन्होंने कहा कि दिन की योजना बनाने से पहले अपने क्षेत्र का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) जरूर जांचें। जिन इलाकों में प्रदूषण का स्तर अधिक है, वहां जाने से बचें। भारी यातायात और धूल वाले क्षेत्रों में अनावश्यक रूप से न जाएं। खराब से गंभीर वायु प्रदूषण वाले दिनों में, जब एक्यूआई 200 से अधिक हो तो सुबह और देर शाम बाहर निकलने से बचें। आवश्यकता होने पर दोपहर 12 बजे के आसपास घरों को हवादार करें और शाम तक अधिकतर समय घर के अंदर ही रहें। बाहरी गतिविधियों का समय एक्यूआई स्तर के अनुसार तय करें।
डॉ.अखिलेश मोहन ने बताया कि प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर कोमॉर्बिड (पहले से बीमार) और बुजुर्ग लोगों पर पड़ता है। कोविड-19 से ग्रस्त या इससे उबर चुके व्यक्तियों के लिए भी यह खतरनाक साबित हो सकता है। सांस फूलना, सीने में दर्द या बेचैनी, खांसी, आंखों में जलन या चक्कर आने जैसी समस्या महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों और बुजुर्गों को यथासंभव घर में ही रहने की सलाह दी गई है।
सभी प्रभारियों को कहा गया है कि इमरजेंसी वार्ड में ऑक्सीजन और आवश्यक दवाओं का पर्याप्त भंडार रखा जाए। विशेषज्ञ डॉक्टरों को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा गया है ताकि ओपीडी और इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को तुरंत इलाज मिल सके। विभाग की ओर से अपील की गई है कि लोग बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें और मास्क का उपयोग जरूर करें।
[13/11, 7:28 am] +91 75036 40007: *18 साल से बंद पुलिस चौकी को दोबारा शुरू करने की मांग…..*

गाज़ियाबाद
साहिबाबाद। थानाक्षेत्र की एक चौकी जो 18 साल पहले किन्हीं कारणों की वजह से बंद हो चुकी है। स्थानीय लोगों ने उसे दोबारा संचालित करने की मांग उठाई है। यह पुलिस चौकी 18 साल पहले साहिबाबाद क्षेत्र स्थित लोहिया पार्क में शुरू की गई थी।

भाजपा के महानगर महामंत्री पप्पू पहलवान वरिष्ठ समाजसेवी जुगल किशोर ने बताया कि साल 2006 में तत्कालीन एसएसपी पीयूष मोर्डिया ने इस चौकी का उद्घाटन किया था। साहिबाबाद और शालीमार गार्डन के बीच की यह चौकी सुरक्षा व कानून व्यवस्था के लिहाज से बेहद अहम थी। कुछ समय तक चौकी पर पर्याप्त संसाधन और पुलिसकर्मियों की तैनाती रही। लोगों को भी राहत थी। बताया कि साल 2008 में इस किसी पुलिस कर्मी ने ही चौकी के अंदर आत्महत्या कर ली।

इसके बाद से धीरे-धीरे स्टाफ कम होता चला गया। साल 2006 में ही यह चौकी बंद हो गई। तब से लेकर आज तक इस चौकी को न तो दोबारा सक्रिय किया गया और न ही कभी इसके बारे में योजना बनी। विभाग की भलाई इस चौकी को लोगों ने दोबारा शुरू करने की मांग उठाई है। बुधवार को स्थानीय लोग डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल से मिले। उन्होंने चौकी को दोबारा संचालित करने की मांग की और ज्ञापन सौंपा। डीसीपी ने बताया कि इस विषय में कमिश्नर व अन्य अधिकारियों से बातचीत कर आगे की प्रक्रिया करेंगे।
[13/11, 7:28 am] +91 75036 40007: *आत्महत्या से पहले सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने परिजनों को भेजा था मैसेज……*

गाज़ियाबाद
इंदिरापुरम। सॉफ्टवेयर इंजीनियर रजत प्रताप सिंह के मोबाइल से फोरेंसिक जांच टीम को एक मैसेज मिला है। यह मैसेज रजत ने अपने पिता को भेजा था। इसमें उन्होंने अपनी मर्जी से आत्महत्या का कदम उठाने की बात कही है। रजत के पिता संजीव प्रताप सिंह ने एक युवती पर रजत को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। अब तक पुलिस की जांच में रजत पर लोन होने की बात भी सामने आई है।

सॉफ्टवेयर इंजीनियर रजत का शव शक्तिखंड स्थित होटल के कमरे में चादर के फंदे से लटका मिला था। इस होटल में रजत दो नवंबर से रुके थे। दर्ज मुकदमे में संजीव प्रताप सिंह ने बताया कि वह पांच नवंबर की रात में लगभग 9:30 बजे बेटे की तलाश करते हुए होटल पहुंचे थे। उन्होंने एक युवक और युवती पर बेटे को प्रताड़ित करके आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया। यहां तक कि होटल कर्मचारियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है। फोरेंसिक जांच के लिए भेज गए रजत के मोबाइल से पुलिस को कई जरूरी साक्ष्य मिले हैं। मोबाइल से रकम भेजे जाने के सबूत मिले हैं। यहां तक कि रजत के मोबाइल से उनके पिता को भी रुपये भेजे गए थे, जिसका स्क्रीनशॉट भी मोबाइल में मिला है।

पुलिस जांच में रजत पर अलग-अलग तरह के लोन चलने की बात भी सामने आई है। एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि बैंक से रजत के खाते की जानकारी मांगी गई है। मोबाइल से मिले मैसेज में उन्होंने माता-पिता से माफी मांगने की बात कही है। साथ ही खुद को जिम्मेदार बताया है। परिजनों की तहरीर पर दर्ज किए गए मुकदमे की जांच की जा रही है। जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
[13/11, 7:29 am] +91 75036 40007: *10 वर्षों से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त बदमाशों का सत्यापन शुरू…..*

गाजियाबाद। दिल्ली विस्फोट के बाद पुलिस ने ऐसे अपराधियों का सत्यापन शुरू कर दिया है जो 10 वर्षों से किसी न किसी रूप में आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं। तीनों जोन की पुलिस ने साढ़े पांच हजार अपराधियों को सत्यापन पूर्ण कर दिया है। अब ऐसे अपराधियों के नजदीकियों की कुंडली खंगाली जाएगी। इसके लिए बीट पुलिसकर्मी को ब्यौरा एकत्र करने के निर्देश दिए गए हैं।

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि दिल्ली विस्फोट के बाद पूर्व में जिले में पकड़े गए आतंकियों के ठिकानों का दोबारा से सत्यापन कराया जाएगा। बदमाशों और उनके परिचितों का सत्यापन भी कराया जाएगा। सार्वजनिक स्थलों, रेलवे और मेट्रो स्टेशन के साथ-साथ आयुध फैक्टरी पर अतिरिक्त पुलिस तैनात रहेगा। डॉग स्कावायड और बम निरोधक दस्ते चैकिंग जारी रखेंगे। होटल, रेस्तरां, धर्मशालाओं, मुख्य मार्गों पर चैकिंग अभियान जारी रहेगा।

 

आतंकी गतिविधियों से गाजियाबाद के जुड़े रहे हैं तार
आतंकी हमलवरों को पनाह देने में गाजियाबाद भी अछूता नहीं रहा है। पाक आतंकवादी उमर सईद शेख को गाजियाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वर्ष 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान का काठमांडू में अपहरण करने वाले आतंकियों में उमर सईद शामिल था। उससे पुलिस ने कैला भट्ठा के पते पर ड्राईविंग लाईसेंस भी बरामद किया था। इतना ही नहीं 30 वर्षों से कविनगर में छिपकर रह रहे 25 हजार के ईनामी खालिस्तानी मंगत सिंह को स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इन वारदातों के अलावा और भी कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिनमें आतंकवादियों के तार गाजियाबाद से जुड़े रहे हैं। बिजनौर में 2016 में हुई एनआइए के डिप्टी एसपी तंजील अहमद व उनकी पत्नी की हत्या में शामिल रहा आतंकी मुनीर गाजियाबाद आकर रुका था। बाद में पुलिस ने उसे एबीईएस कालेज के पास की एक कालोनी से गिरफ्तार किया था।

अब तक बदमाशों का सत्यापन
जोन सत्यापन बीएनएस 129 की कार्रवाई
ट्रांस हिंडन जोन – 1659 – 855
ग्रामीण जोन – 2380 – 569
नगर जोन – 1617 – 670
कुल 5656 – 2094

ये है बीनएस की धारा 129जी
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 129जी की धारा आदतन अपराधियों से अच्छे व्यवहार के लिए सुरक्षा बांड से संबंधित है। यह धारा किसी कार्यकारी मजिस्ट्रेट को आदतन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अनुमति देती है। यदि कोई व्यक्ति बार-बार अपराध करता पाया जाता है (जैसे चोरी, धोखाधड़ी, या शांति भंग करना), तो मजिस्ट्रेट उसे 3 साल तक के लिए अच्छे आचरण के लिए एक बांड पर हस्ताक्षर करने का आदेश दे सकता है।
[13/11, 7:29 am] +91 75036 40007: *मोदी चीनी मिल में बंदरों का आंतक, गार्ड का जबड़ा नोंचा…..*

गाज़ियाबाद
मोदीनगर। नगर में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। बंदरों के झुंड ने बुधवार को मोदी चीनी मिल के कर्मचारियों को निशाना बनाया। बंदरों ने गार्ड का जबड़ा नोंच लिया। बंदरों ने कुल चार कर्मचारियों समेत पांच को लोगों को काट कर घायल कर दिया। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। मिल प्रबंधन ने बंदरों की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा है।

मोदी चीनी मिल के महाप्रबंधक डीडी कौशिक ने बताया कि बुधवार को बंदरों के झुंड ने अचानक कर्मचारियों पर हमला बोल दिया। बंदरों के झुंड ने मोदी इंडस्ट्रीज के अलग-अलग कारखानों में काम कर रहे अजीत, मनीष, जावेद और बलजीत को काटकर घायल कर दिया। बंदरों ने कर्मचारियों के चेहरे, गर्दन व हाथ पर हमला किया। इसके अलावा बंदरों ने गार्ड का जबड़ा नोंच लिया। उधर, बंदरों के झुंड ने गांव सीकरी खुर्द निवासी अमित को काटकर घायल कर दिया। बंदरों ने अमित के हाथ, सिर और गर्दन पर काटा है। महाप्रबंधक डीडी कौशिक ने बताया कि गन्ना पेराई सत्र का शुरू हो चुका है। बंदरों के आतंक के कारण किसानों और कर्मचारियों में डर का माहौल है।

Taza Khabar