March 25, 2025

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मिर्जापुर:4 अक्टूबर 24 *दवा सप्लायर माफिया के शिकंजे में मिर्ज़ापुर का स्वास्थ्य विभाग*

मिर्जापुर:4 अक्टूबर 24 *दवा सप्लायर माफिया के शिकंजे में मिर्ज़ापुर का स्वास्थ्य विभाग*

मिर्जापुर से बसन्त कुमार गुप्ता की रिपोर्ट यूपी आजतक

मिर्जापुर:4 अक्टूबर 24 *दवा सप्लायर माफिया के शिकंजे में मिर्ज़ापुर का स्वास्थ्य विभाग*

सीएमओ व विभाग के बड़े बाबू सहयोगी

अपर निदेशक स्वास्थ्य ने अपने अधिकारी बाबू को बचाने के लिए की क्लीन चिट की तैयारी

मीरजापुर। जनपद में स्वास्थ्य विभाग में बहुत बड़ा ड्रग माफिया वर्तमान में सक्रिय है, जो सीबीआई द्वारा आरोपित है और उसके ऊपर मुकदमे की चार्जशीट भी दाखिल की जा चुकी है। उक्त माफिया कंपनी के संचालकगण सुरेंद्र पांडे एवं महेंद्र पांडे एस0के0 डिस्ट्रीब्यूटर के नाम से अपने कंपनी के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग में दवाओ एवं स्वस्थ्य उपकरणों की सप्लाई का काम फर्जी तरीके से करते हैं। जिनमें सिर्फ कागजों पर ही सप्लाई होती है। दवाओ की कोई सप्लाई नहीं होती है। जिनमें स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी उनके वरिष्ठ लिपिक और स्वास्थ्य विभाग का पूरा एक जाल बना हुआ है जो भ्रष्टाचारियों का गैंग के रूप में सक्रिय हैं।
उक्त एस0के0 डिस्ट्रीब्यूटर्स वाराणसी फर्म द्वारा मिर्जापुर जनपद में एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) में व्यापक पैमाने पर फर्जी बिल वाउचर लगाकर बिना दवा सप्लाई किया ही करोड़ों रुपए की दवा का सप्लाई दिखा दिया गया है। और उनके साथ इस भ्रष्टाचार में मुख्य चिकित्सा अधिकारी सी0एल0 वर्मा तथा स्थानांतरित कनिष्ठ सहायक अमित कुमार सिंह की मिली भगत है । जिससे यह गैंग सरकार को करोड़ो रुपए का चुना लगा रहा है। उक्त फर्म द्वारा बिना दवा सप्लाई की ही फर्जी बिल वाउचर बनाकर करोड़ों रुपए के समान का सप्लाई लिखा गया है। उक्त फर्म द्वारा पूर्व में भी इसी तरह की फर्जी सप्लाई दिखाई गई थी जिसमें जांच में सीबीआई द्वारा मुकदमा करके चार्ज शीट भी दाखिल की जा चुकी है । उक्त फर्म और उक्त फर्म की दोनों संचालक सुरेंद्र पांडे एवं महेंद्र पांडे पर वित्तीय गबन का आरोप है। यह इस आरोप में तिहाड़ जेल भी जा चुके हैं बावजूद इसके मिर्जापुर जनपद द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इन्हें परमिट दिया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में यह दवा सप्लाई करें । परंतु दवा सप्लाई नहीं हुई । बल्कि करोड रुपए का फर्जी दवा कागज पर ही सप्लाई कर दिया गया। उक्त फर्म के दोनों संचालक 2010 में तिहाड़ जेल में भी निरुद्ध हो चुके हैं , और अपने फर्जी बिल वाउचर के आधार पर यह दोनों 10 करोड़ के लगभग का टर्नओवर रखते हैं। उक्त धोखाधड़ी वह फर्जी सप्लाई की बात जब जनता में छनकर आई तो वरिष्ठ समाजसेवी मिर्जापुर सेवा समिति के संयोजक दिलीप सिंह गहरवार एडवोकेट ने अपर निदेशक स्वास्थ्य व विभिन्न अधिकारियों के यहां सारे मामले की शिकायत की।। जिसमें स्वास्थ्य विभाग में सक्रिय गैंग ने एक फर्जी रिपोर्ट क्लीन चिट देकर बनाई जिसमें अपर निदेशक स्वास्थ्य ने आईजीआरएस की शिकायत का निस्तारण करने के लिए 17 सितंबर 2024 को शिकायतकर्ता को बुलाया जबकि उक्त लेटर 03 अक्टूबर को रिसीव कराया जा रहा है, ताकि शिकायतकर्ता अपने साक्ष्य को ना रख सके । और उससे पहले ही उक्त लोग फर्जी तरीके से गबन करने वाले फर्म को क्लीन चिट दे दी जाए। शिकायतकर्ता दिलीप सिंह गहरवार एडवोकेट द्वारा दवाओं के सप्लायर व दवा माफिया तथा सीबीआई द्वारा आरोपित उक्त फॉर्म के संचालक सुरेंद्र पांडे एवं महेंद्र पांडे के फर्म के नियमितताओं के संबंध में प्रमुख अधीक्षक जिला महिला चिकित्सालय गोरखपुर उत्तर प्रदेश शासन चिकित्सा अनुभाग दो लखनऊ मुख्यमंत्री तथा सचिव स्वास्थ्य को भी पत्र लिखा गया है। जिसके प्रकाश में उक्त जांच अपर निदेशक स्वास्थ्य को सौंप गई थी । परंतु उन्होंने आरोपियों को बचाने के लिए जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी सी0एल0 वर्मा व लिपिक जो वर्तमान में स्थानांतरित होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग में जमे हुए हैं अमित कुमार सिंह, की मदद से शिकायतकर्ता को जानबूझकर अपना साक्ष्य रखने के लिए पूर्व का समय देकर लगभग 15 दिन बाद पत्र रिसीव कराया गया । ताकि वह अपना पक्ष ना रख सकें।
ज्ञात हो कि अपर निदेशक संयुक्त निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विंध्याचल मडल मिर्जापुर द्वारा शिकायतकर्ता को शिकायत पत्र के प्रकाश में समुचित साक्ष्य देने के लिए 17 सितंबर 2024 तक अपराह्न 1:00 बजे का समय दिया गया था जबकि उन्हें उक्त सूचना अक्टूबर माह में उपलब्ध कराई गई। ऐसी परिस्थितियों में दिलीप सिंह गहरवार ने समस्त मीडिया कर्मियों समक्ष सक्षम अधिकारियों को पुनः पत्र देकर पूरे स्वास्थ्य विभाग में चल रहे व्यापक भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारी गैंग के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए मांग की है। तथा उन्होंने अभी मांग की है कि उक्त गगन और भ्रष्टाचार के आरोपियों की जांच मिर्जापुर जनपद से ना कर कर किसी अन्य जनपद से कराई जाए। मिर्जापुर सेवा समिति के संयोजक दिलीप सिंह गहरवार ने कहा कि इस दवा माफिया को मिर्जापुर के कई जनप्रतिनिधियों का हाथ है वर्तमान सत्ताधारी दल के कई मंत्री और मिर्जापुर के कई जनप्रतिनिधि से इसका जबरदस्त मिली भगत है इसीलिए कार्रवाई नहीं हो पता है माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन श्री योगी आदित्यनाथ जी के संज्ञान में लाने के लिए और इससे बड़े भ्रष्टाचार से पर्दाफाश करने के लिए मिर्जापुर सेवा समिति आंदोलन कर रही है इसके बाद भी बहुत बड़ा पर्दाफाश स्वास्थ्य विभाग का मिर्जापुर सेवा समिति करेगा

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