कौशाम्बी10अगस्त24यूपीआजतक न्यूज चैनल पर कौशाम्बी की खास खबरें
[10/08, 7:49 pm] +91 99191 96696: *वर्दी की धुलाई करने वाला बना थाने का बड़ा दलाल*
*अदालत के मृतक के प्रकरण की अभी तक जांच नहीं पूरी हो सकी*
*कौशांबी।* पश्चिम शरीरा थाने में पुलिस कर्मियों की वर्दी की धुलाई करने वाला इन दिनों थाने का बड़ा दलाल बन गया है हर मामले में यह पुलिस जनों से काम कराने के लिए फरियादियों से ठेका लेने लगा है पूरे दिन यह केवल फरियादियों से वसूली में मस्त दिखाई पड़ता है कुछ मामले को यह सेट भी कर लेता है और उनसे हजारों रुपए लेकर उनकी सिफारिश करने लगता है मारपीट लड़ाई झगड़ा जमीन जायदाद के विवाद के मामले में जब पुलिस किसी आरोपी पर दबाव बनाती है तो यह कपड़ा की धुलाई करने वाला दलाल आरोपी परिवार से मोटी रकम लेकर के उन्हें थाने से छोड़ने की सिफारिश लेकर पहुंच जाता है थाने के सामने इसकी दुकान लगी है और पूरे दिन घूम घूम कर यह थाने में पुलिस कर्मियों के बीच दलाली करते देखा जाता है सीसीटीवी कैमरे से जांच करके मामले का खुलासा किया जा सकता है बताया जाता है कि थाने के अभिलेखों में नाजायज असलहा बेचने वाला अदालत का मृतक चाय पान की दुकान के आड़ में पहले दलाली करता था फिर इसकी कई बार अधिकारियों से शिकायत हुई तो यह मृतक जीवित होते हुए शांत हो गया है अदालत के मृतक के प्रकरण की अभी तक जांच नहीं पूरी हो सकी है लेकिन अब कपड़े की धुलाई करने वाले को इस मृतक ने अपना माध्यम बना लिया है और कपड़ा की धुलाई करने वाला पश्चिम शरीरा थाने का बड़ा कारखास बन गया पूरे दिन यह दलाली कर रहा है जबकि इसका मूल काम पुलिस की वर्दी की धुलाई करना है पुलिस की वर्दी की धुलाई करने की आड़ में दलाली के इस धंधे की जांच करते हुए दलाली करने वालो पर कार्रवाई किए जाने की जरूरत है।
[10/08, 7:49 pm] +91 99191 96696: *पूर्व सीएमओ के ढर्रे पर चल पड़े नए सीएमओ पूरी व्यवस्था चौपट*
*चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारे जाने की उम्मीद लोगों को खत्म हो गई है*
*कौशाम्बी।* जिले की चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिले में नए मुख्य चिकित्सा अधिकारी की तैनाती शासन स्तर से हुई लोगों को उम्मीद जागी थी कि नए सीएमओ जिले के स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करेंगे लेकिन महीना बीत जाने के बाद भी नए सीएमओ जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था में तनिक भी सुधार नहीं कर सके हैं बल्कि पुराने सीएमओ के ढ़र्रे पर वह चलने लगे हैं पुराने सीएमओ कर्मचारियों के इशारे पर काम करते थे और कर्मचारी वसूली करते थे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से हुई मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुराने सीएमओ को जिले से हटाकर नए सीएमओ की तैनाती इस उम्मीद से की गई कि जिले की खरब स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार होगा लेकिन नए सीएमओ के आने के बाद भी स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार नहीं हो सका जिससे कौशांबी की चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार होने की उम्मीद फिर छूट गई है बताया जाता है कि पीएचसी बैशकांटी सेलरहा टेवा कादिलपुर कसेन्दा उदहीन महगाव अमनी लोकीपुर टिकरा म्योहर कोखराज शहजाद पुर शुजातपुर पश्चिम शरीरा पूरामुफ्ती पीएचसी सहित एक दर्जन से अधिक सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की लगातार तैनाती होती है लेकिन डॉक्टरों की तैनाती के बाद 10 वर्ष से कभी डॉक्टर वा अन्य कर्मी इन अस्पताल में नही रहते मरीजो को इलाज नही मिलता जिले के आम जनमानस ने शासन प्रशासन से कहा है कि कभी इन अस्पतालों का भी हाल देख ले।
बीते दस वर्ष से दर्जनों से अधिक सरकारी अस्पताल का हाल बेहद खराब है पूरा महीना बीत जाने के बाद भी अस्पताल में कभी भी डॉक्टर नही रहते लेकिन फिर भी डॉक्टरों की उपस्थिति दर्ज होती है उन्हें वेतन दिया जाता है कभी शासन को सच्चाई से सीएमओ अवगत नहीं करते हैं सब कुछ जानते हुए भी स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारने का प्रयास नहीं हो रहा है अवैध नर्सिंग होम को बढ़ावा दिया जा रहा है पुराने सीएमओ के ढर्रे पर नए सीएमओ भी चल पड़े है सरकारी अस्पताल के डॉक्टर को ड्यूटी न देने के बाद सीएमओ कार्यालय का एक बाबू बीते 15 वर्षों से इन डॉक्टरों से वसूली कर रहा है बताया जाता है कि कई करोड़ रुपए सालाना सरकारी डॉक्टर से सीएमओ कार्यालय में वसूली होती है अवैध नर्सिंग होम से करोड़ो की अलग वसूली होती है सवाल उठता है कि सरकारी अस्पतालों की चौपट व्यवस्था को कौन सुधारेगा जब नए सीएमओ पुरानी व्यवस्था पर चल चुके हैं तो इनसे भी चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था सुधारे जाने की उम्मीद लोगों को खत्म हो गई है।
[10/08, 7:49 pm] +91 99191 96696: *जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने दवा खाकर निभाई जिम्मेदारी- अब है आपकी बारी*
*गर्भवती और अति गंभीर बीमार को छोड़कर सभी करें दवा का सेवन*
*कौशाम्बी।* लाइलाज बीमारी फाइलेरिया के उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान शनिवार से शुरू हुआ, जो कि 2 सितंबर 2024 तक चलेगा| अभियान की शुरूआत मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय मंझनपुर से जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी व मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय कुमार ने किया अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता व स्वास्थ्यकर्मी घर – घर जाएंगे और अपने सामने ही एक वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराएंगे। गर्भवती और अति गंभीर बीमार को दवा का सेवन नहीं करना है एक से दो वर्ष तक के बच्चों को सिर्फ पेट के कीड़े निकालने की दवा खिलाई जाएगी ।
जिलाधिकारी ने जनपदवासियों से अपील की है कि वह खुद दवा का सेवन करें और आस-पास के लोगों को दवा सेवन के लिए प्रेरित करें। दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है स्वास्थ्यकर्मी के सामने ही दवा खानी है दवा का सेवन सिर्फ फाइलेरिया मरीज को नहीं, बल्कि एक वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को करना है पांच साल में पांच बार यानी साल में एक बार इस दवा का सेवन कर लेने से फाइलेरिया (हाथीपांव व हाइड्रोसील) से बचाव होगा । उन्होंने फाइलेरिया उन्मूलन की शपथ दिलाई और अभियान के समर्थन में हस्ताक्षर भी किया ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय कुमार ने बताया कि जिले की करीब 15 लाख की आबादी को दवा का सेवन कराया जाएगा । दवा के निर्धारित डोज का सेवन आशा कार्यकर्ता या स्वास्थ्यकर्मी के सामने ही करना है । अगर टीम पहुंचने पर घर का कोई सदस्य उपस्थित नहीं है तो वह आशा कार्यकर्ता के घर जाकर उनके सामने ही दवा का सेवन करें अभियान के संचालन के लिए 1070 टीम बनाई गई हैं फाइलेरिया से बचाव की दवा शरीर में इसके परजीवियों को मारती है जिसके प्रतिक्रिया स्वरूप कभी कभी सिर दर्द, शरीर दर्द, बुखार, उल्टी और बदन पर चकत्ते जैसे लक्षण सामने आते हैं । यह लक्षण स्वतः ठीक हो जाते हैं और जिनमें यह लक्षण आ रहे हैं उन्हें खुश होना चाहिए कि वह फाइलेरिया से मुक्त हो रहे हैं। जरूरी समझने पर आशा कार्यकर्ता की मदद से रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र की सेवाएं ले सकते हैं । उन्होंने बताया कि जिले में हाथीपांव के 658 और हाइड्रोसील के 387 मरीज चिन्हित हैं । फाइलेरिया ग्रसित इन जैसे और भी मरीज न आएं इसी उद्देश्य से बड़ी आबादी को दवा का सेवन करवाना होगा, जिसमें सामुदायिक सहयोग अपेक्षित है ।
जिला मलेरिया अधिकारी अनुपमा मिश्रा ने कहा कि फाइलेरिया बीमारी संक्रमित मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होती है । मच्छरदानी के प्रयोग और आस-पास साफ सफाई रखने के साथ साथ साल में एक बार दवा के सेवन से ही इस बीमारी से बचा जा सकता है यह बीमारी विश्व में दीर्घकालिक दिव्यांगता का दूसरा प्रमुख कारण है । एक बार हाथीपांव या हाइड्रोसील हो जाने पर उसे सिर्फ नियंत्रित किया जा सकता है, पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता दवा सेवन ही श्रेष्ठ उपाय है।
*सहयोग कर रहे हैं विभिन्न संगठन*
*कौशाम्बी* जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि दवा सेवन के प्रति लोगों को जागरूक करने में पाथ डब्लूएचओ,पीएसआई, सीफर का सहयोग मिल रहा है।
कार्यक्रम में नोडल अधिकारी वीबीडी डॉ राहुल सिंह डिप्टी सीएमओ डॉक्टर सुनील सिंह डॉ हिमांशु भूषण मलेरिया विभाग के एएमओ एमआई कार्यालय के सभी अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे |
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