कौशाम्बी1अक्टूबर24*सरकारी हैंड पंप पर पानी भरने गए किसान का तोड़ दिया हाथ*
*25 दिन बीते पुलिस ने मुकदमा लिखकर के हमलावरों को नहीं भेजा जेल*
*सरकारी हैंड पंप कब्जा विकास विभाग के अधिकारी उदासीन*
*कौशाम्बी* कोखराज थाना क्षेत्र के काकराबाद गांव में 6 सितंबर की सुबह 7:00 बजे शर्मिला देवी पत्नी विनोद कुमार सरकारी हैंड पंप में पानी भरने गई थी जहां है सरकारी हैंड पंप को अपनी जागीर समझने वाले कल्लू राम दिवाकर ने हैंड पंप पर समरसेबल मोटर डाल दिया उसमें कब्जा जमा लिया है पानी भरने गई शर्मिला देवी को पानी भरने से मना किया जब वह नहीं मानी तो कल्लू राम दिवाकर ने महिला को लाठियो से पीट दिया महिला को नालियों में पटक करके बेरहमी से मारा पीटा चीख पुकार सुनकर उसका पति विनोद भी मौके पर पहुंचा जिस पर महिला के पति को भी लाठियो से पीटा गया वह जान बचाकर घर के भीतर घुस गया तो आरोपी कल्लू राम अमित और पत्नी बबीता नीता बबली मनीता निशु आदि महिलाओं ने लाठी निकाल कर के विनोद के घर में घुसकर उसे पीटा हो हल्ला सुनकर के आसपास के लोगों इकट्ठा हो गए बीच बचाव किया मामले की सूचना 112 नंबर पुलिस को दी गई मौके पर जब पुलिस पहुंची तो हमला वरों ने धमकी दिया कि मेरे घर के सामने लगे सरकारी हैंड पंप पर दोबारा पानी भरने आई तो जान से मार देंगे महिला ने बताया कि उसके पिता की भी हत्या कर चुके हैं मामले की सूचना पुलिस को दी गयी इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया कई दिनों तक अस्पताल में इलाज चला महिला के पति के हाथ की उंगलियां टूट गई जिसकी चिकित्सकों ने पुष्टि भी की लेकिन घटना को धीरे-धीरे 25 दिन बीत चुके हैं थाना से लेकर पुलिस अधीक्षक तक पीड़ित महिला ने शिकायती पत्र दिया लेकिन ना तो मुकदमा दर्ज हुआ और ना हीं हमला करने वालों की गिरफ्तारी हुई
सरकारी हैंड पंप पर कब्जा करने के मामले में ग्राम पंचायत से लेकर विकास भवन तक के अधिकारियों ने सरकारी संपत्ति बचाने का प्रयास नहीं किया है सवाल उठता है कि सरकारी हैंड पंप में कैसे समरसेबल मोटर लगा करके दबंग ने कब्जा कर लिया है सरकारी हैंड पंप में मोटर लगाकर कब्जा किए जाने के बाद ग्राम प्रधान से लेकर के पंचायत सचिव की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं गांव के लोगों ने सरकारी हैंड पंप कब्जा करने वालों पर मुकदमा दर्ज कराकर सरकारी हैंडपंप को कब्जा मुक्त कराए जाने और हैंड पंप में कब्जा करने वाले दबंग की गिरफ्तारी कराए जाने की मांग की है सरकारी हैंड पंप में कब्जा करने का यह अकेला मामला नहीं है पंचायत सचिव की साठगांठ से तमाम गांव में सरकारी हैंडपंपों में दबंगों ने कब्जा कर मोटर डाल दिया और दबंग सरकारी हैंड पंप को अपने बाप की जागीर समझने लगे हैं जो विवाद का कारण बन रहा है हैंड पंप में कब्जे के मामले को जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को गंभीरता से लेना होगा और जिन लोगों ने सरकारी हैंड पंप पर कब्जा किया है उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराकर सरकारी संपत्ति को कब्जा मुक्त करते हुए कब्जा करने वालों को गिरफ्तारी करना होगा सरकारी हैंड पंप को कब्जे से मुक्त कर दिया जाए तो जिले में 10 प्रतिशत विवाद खत्म हो जाएगा
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