December 12, 2024

UPAAJTAK

TEZ KHABAR, AAP KI KHABAR

कौशाम्बी09दिसम्बर24*एक करोड रुपए सप्ताह बिक रहे गाँजा की बिक्री रोकने से आबकारी निरीक्षक ने खड़े किए हाथ*

कौशाम्बी09दिसम्बर24*एक करोड रुपए सप्ताह बिक रहे गाँजा की बिक्री रोकने से आबकारी निरीक्षक ने खड़े किए हाथ*

कौशाम्बी09दिसम्बर24*एक करोड रुपए सप्ताह बिक रहे गाँजा की बिक्री रोकने से आबकारी निरीक्षक ने खड़े किए हाथ*

*आबकारी निरीक्षक के संरक्षण में मंझनपुर सर्कल में एक दर्जन से अधिक स्थानों में खुलेआम पूरे दिन परचून की तरह बिक रहा गाँजा*

*गांजा माफिया के हाथ बिक चुके आबकारी निरीक्षक शिकायत करने वालों पर हमला कराने की बनाते हैं योजना*

*कौशाम्बी।* मंझनपुर सर्किल क्षेत्र में एक दर्जन स्थानों में खुलेआम गाँजा की बिक्री परचून की दुकान की तरह पूरे दिन होती है चर्चाओं पर जाए तो एक करोड रुपए प्रत्येक सप्ताह मंझनपुर सर्किल क्षेत्र में गाँजा बिकता है लेकिन उसके बाद गाँजा की बिक्री को रोकने के लिए आबकारी निरीक्षक तैयार नहीं है बल्कि गाँजा माफियाओ की तरफदारी कर उनके पक्ष में बयान बाजी करते हैं जिससे यह लगता है कि आबकारी निरीक्षक कम यह गाँजा माफिया ज्यादा है इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह मामले की जांच कराएंगे और कार्यवाही करेंगे लेकिन खुलेआम गाँजा की बिक्री के मामले में उनकी भी अभी तक कि लापरवाही इस मामले में कम नहीं है गांजा की बिक्री खुलेआम होने के पीछे आबकारी निरीक्षक मंझनपुर की भूमिका सवालों के घेरे में खड़ी है ।

गाँजा माफियाओं द्वारा खुलेआम गाँजा की बिक्री किए जाने की शिकायत करने पर आबकारी निरीक्षक आपे से बाहर हो जाते हैं ऐसा लगता है जैसे आबकारी निरीक्षक के संरक्षण में पूरे सर्किल क्षेत्र में खुलेआम गाँजा की बिक्री होती है यदि मंझनपुर सर्किल क्षेत्र की बात करें तो एक दर्जन से अधिक दुकानों में गांजा की बिक्री प्रतिदिन होती है सूत्रों की माने तो एक दुकान में 400 से 500 पुड़िया गाँजा की बिक्री प्रतिदिन होती है जिस तरह से 5000 पुड़िया गाँजा की बिक्री मंझनपुर सर्किल क्षेत्र में प्रतिदिन खुलेआम हो रही है लेकिन उसके बाद भी आबकारी निरीक्षक को गाँजा की बिक्री नहीं दिखाई पड़ रही है अंधेरगर्दी की हद तो तब हो गई जब शिकायत करने के बाद आबकारी निरीक्षक बौखला जाते हैं और शिकायत करने वालों को साथ बुलाने की बात करते हैं अब सवाल उठता है कि आपकारी निरीक्षक की ड्यूटी गाँजा बिक्री रोकने के लिए लगाई गई है या फिर गाँजा माफियाओं से वसूली के लिए आबकारी निरीक्षक की ड्यूटी लगी है सूत्रों की माने तो प्रत्येक दुकान से 20000 महीना आबकारी निरीक्षक द्वारा गाँजा बिक्री के बदले वसूली होती है चर्चाओं पर जाए तो तीन लाख रुपए महीने से अधिक मंझनपुर सर्कल के आबकारी निरीक्षक द्वारा गाँजा माफिया से प्रत्येक महीने वसूली होती है आंकड़ों पर गौर करें तो 5000 पुड़िया में प्रत्येक पुड़िया में 10 ग्राम से 20 ग्राम गांजा होता है और आंकड़ों पर गौर करें तो एक करोड़ रुपए प्रति सप्ताह की गांजा की बिक्री मंझनपुर सर्किल क्षेत्र में गांजा माफियाओ द्वारा किए जाने के बाद आबकारी निरीक्षक गांजा बिक्री में कार्रवाई करने से हाथ खड़े कर रहे हैं जिनमें उनके साठगांठ से इनकार नहीं किया जा सकता इसके पहले के आंकड़े बताते हैं की गाँजा बिक्री की शिकायत करने वालो पर इन अफसरो द्वारा हमले भी कराए गए हैं जिससे उनके माफियाओं की बिक्री की शिकायत बन्द हो जाए और शिकायत करने वाले की जुबान बंद हो जाए।

About The Author

Copyright © All rights reserved. | Newsever by AF themes.