December 12, 2024

UPAAJTAK

TEZ KHABAR, AAP KI KHABAR

वाराणसी07दिसम्बर24*"धर्म भी सुरक्षित है। धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं--मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

वाराणसी07दिसम्बर24*”धर्म भी सुरक्षित है। धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं–मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

वाराणसी07दिसम्बर24*”धर्म भी सुरक्षित है। धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं–मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

वाराणसी से नीलिमा राय की खास खबर यूपीआजतक

वाराणसी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को स्वर्वेद महामंदिर धाम में आयोजित विहंगम योग संत समाज की स्थापना के शताब्दी समारोह महोत्सव में शामिल हुए। 25000 कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का भी आयोजन किया गया है। लाखों लोगों के होने के बावजूद यहां की सुचारू व्यवस्था की सीएम योगी ने तारीफ की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी जी कहते हैं कि हर काम देश के नाम होना चाहिए। देश सुरक्षित है तो धर्म भी सुरक्षित है। धर्म सुरक्षित है तो हम भी सुरक्षित हैं, इसलिए जो भी कार्य हो, वह व्यक्ति, समाज, मत-मजहब के दायरे से ऊपर उठकर सनातन धर्म के मूल्यों के अनुरूप भारत की वैदिक-आध्यात्मिक परंपरा का अनुसरण करते हुए देश के नाम होना चाहिए। भारतीयता और सनातन सबको जोड़ने की ताकत रखता है।
सीएम योगी ने कहा कि सद्गुरु सदाफल देव महाराज ने आध्यात्मिक अभियान को आगे बढ़ाया और यह भी बताया कि सच्चा योगी-संत देश व समाज की परिस्थितियों को देखकर हाथ पर हाथ रखकर बैठा नहीं रह सकता। देश जब गुलामी की बेड़ियों से जकड़ा था, तब सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज ने अपनी आध्यात्मिक साधना के साथ विदेशी दासता से मुक्त कराने के लिए आजादी के आंदोलन में भाग लेकर बैरकपुर से देश के प्रथम स्वातंत्र्य समर के शंखनाद के साथ खुद को जोड़ा था। आप सब भी समृद्ध आध्यात्मिक परंपरा के साथ राष्ट्रधर्म के लिए समर्पित महत्वपूर्ण कड़ी से खुद को जोड़ रहे हैं।

पहले की तुलना में 2014 के बाद से 100 गुना बेहतर हुई काशी की कनेक्टिविटी
सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी को 10 वर्ष में चमका दिया है। अब काशी विश्वनाथ धाम, दुनिया का सबसे बड़ा स्नान घाट (नमो घाट) है। यहां हैलीपेड भी है। यहां बड़े-बड़े कार्यक्रम हो सकते हैं। काशी के घाट अब नए भव्य स्वरूप में देखने को मिलते हैं। देव मंदिरों का कायाकल्प हुआ है। पहले की स्थिति के मुकाबले 2014 के बाद से सड़क, रेल, वायुसेवा की कनेक्टिविटी 100 गुना बेहतर हुई है। अब काशी से हल्दिया के बीच में जलमार्ग का उपयोग कर यात्रा को बढ़ा सकते हैं। यह क्षेत्र भी अब तीर्थ के रूप में विकसित हो गया है।

About The Author

Copyright © All rights reserved. | Newsever by AF themes.