अब्दुल जब्बार
अयोध्या24*अंजुमन तामीर ए अदब के ज़ेर-ए-एहतिमाम तरही नशिस्त का हुआ एहतिमाम
भेलसर(अयोध्या)अंजुमन तामीर ए अदब रुदौली के ज़ेर-ए-एहतिमाम मुहल्ला सूफियाना शकील रुदौलवी की रिहायश गाह पर
तरही नशिस्त का एहतिमाम किया गया
जिसकी सदारत इंजीनियर सरफ़राज़ नस्रूल्लाह ख़ां क़ौमी सैक्रेटरी अक़ल्लीयती शोबा समाजवादी पार्टी ने फ़रमाई व
निज़ामत शकील रुदौलवी ने की।
मेहमान-ए-ख़ुसूसी के तौर हाजी अमानत अली सदर व्यापार मंडल रुदौली और मेहमान ए ज़ी-वक़ार इमरान मिर्ज़ा पूरी शरीक रहे।
शोअरा के कलाम से चंद मुंदरजा ज़ैल ख़ूबसूरत अशआर
मुम्किन है आफ़रीदा कोई और बुत शिकन
है शर्त फिर अयाज़ हो इस ग़ज़नवी के साथ
शहीब कौसर रुदौलवी
खंजर छुपा के रखता है वह आस्तीन में
बातें जो कर रहा है बड़ी सादगी के साथ
शकील रुदौलवी
माना कि मैं बुरा हूँ मगर आप का ही हूँ
कीजे मुझे क़बूल मेरी हर कमी के साथ
मुजीब रुदौलवी
मेरे तख़ैयुलात के आहू भी आज कल
यादों के बन में नाचते हैं मोरनी के साथ
अरशद साद रुदौलवी
इमरान दोस्तो को नसीहत करो ज़रूर
लेकिन बड़े ख़ुलूस बड़ी आजिज़ी के साथ
इमरान मिर्ज़ा पूरी
फ़िरऔन का ग़रूर भी मिट्टी में मिल गया
दुनिया से वो गया है बड़ी बेबसी के साथ
अलीम कशिश रुदौलवी
रहमत ख़ुदा की तुम पे है साया किए हुए
फिर क्यों उदास फिरते हो बेचारगी के साथ
मास्टर मुहम्मद अलीम रुदौलवी
कुछ इस लिए भी ज़ब्त पे हमको है इख़तियार
रिश्ता है अपना दाइमी तिश्ना-लबी के साथ
असद उसमानी
अपने बदन में आग लगा लेता है चिराग़
जल कर निबाह करता है तीरा-शबी के साथ
इमरान आँसू
मिलता है जो भी यार वही बेरुख़ी के साथ
कैसे निभेगी मेरी यहां अब किसी के साथ
मेराज अंसारी
बज़्म-ए-अदब की हो गईं वीरान महफ़िलें
इक खेल हो रहा है यहां शायरी के साथ
आमिर मतीन
नशिस्त में शिरकत फ़रमाने वाले चंद अज़ ख़ास सामईन
डाक्टर मुहम्मद फ़हीम ख़ान, मास्टर मुहम्मद सादिक़, मुहम्मद अमीन उसमानी ज़िला सैक्रेटरी समाजवादी पार्टी अक़ल्लीयती सेल, मुहम्मद मुबीन उसमानी, मुहम्मद क़ुरैश, सुलतान अहमद, इश्तियाक़ हुसैन, दाउद उसमानी वग़ैरा ने शिरकत फ़रमाई
कमेटी के जनरल सैक्रेटरी शहीब कौसर ने शोअरा-ओ-सामईन का शुक्रिया अदा किया
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