October 18, 2025

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बाराबंकी30सितम्बर25*जिलाधिकारी की पहल : दुर्गा अष्टमी पर आंचल ने थामी डीएम की कुर्सी।

बाराबंकी30सितम्बर25*जिलाधिकारी की पहल : दुर्गा अष्टमी पर आंचल ने थामी डीएम की कुर्सी।

बाराबंकी30सितम्बर25*जिलाधिकारी की पहल : दुर्गा अष्टमी पर आंचल ने थामी डीएम की कुर्सी।

– मिशन शक्ति 5.0 के तहत छात्राओं को मिला सशक्तिकरण का संदेश

– डीएम नें बेटियों के सपनों और आत्मविश्वास को दी नई उड़ान।

बाराबंकी से शोभित शुक्ला की रिपोर्टिंग यूपीआजतक

बाराबंकी। नवरात्रि दुर्गा अष्टमी के पावन अवसर पर मिशन शक्ति 5.0 के तहत सोमवार को जिला प्रशासन ने ऐसी अनोखी पहल की जिसने पूरे जिले को गर्व से भर दिया। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज (जीजीआईसी) बाराबंकी की कक्षा 12 की छात्रा आंचल वर्मा को एक दिन का जिलाधिकारी बनाया गया। डीएम शशांक त्रिपाठी की इस सराहनीय पहल ने न केवल छात्राओं के आत्मविश्वास को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि बेटियां किसी भी जिम्मेदारी को बखूबी संभाल सकती हैं।

( आत्मविश्वास से संभाली डीएम की कुर्सी )

एक दिन की जिलाधिकारी बनीं आंचल वर्मा ने जिला कलेक्ट्रेट में आत्मविश्वास से अपनी कुर्सी संभाली। इस दौरान उन्होंने न केवल अधिकारियों के साथ बैठक की बल्कि दो गंभीर शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर मिसाल पेश की।

( कोर्ट और लोकसभागार का किया अवलोकन )

आंचल ने जिलाधिकारी कोर्ट, लोकसभागार और बैठक कक्ष का अवलोकन किया। इस दौरान उनके साथ डीएम श्री शशांक त्रिपाठी उन्हें सरकारी कार्यालयों एवं कार्यशैली की बारीकियां बताते नजर आए। यहां आंचल का आत्मविश्वास भी देखते ही बन रहा था।

( पहली शिकायत : अनाथ बच्चों के नाम जमा हो सरकारी मदद )

प्रार्थिनी तेतरा देवी पत्नी विरेदर शर्मा (निवासी बिहार) ने जिलाधिकारी कोर्ट में अपनी पीड़ा रखते हुए बताया कि उनकी बेटी पिंकी की शादी बाराबंकी निवासी राजमल से हुई थी। घर में आग लगने से पिंकी व उसकी दो बेटियों की मौत हो गई, वहीं राजमल गंभीर रूप से घायल होकर इलाज के दौरान चल बसे।
सरकार से मिले 12.08 लाख रुपये मुआवजा में से 9 लाख रुपये उनके देवर अनूप कुमार ने हड़प लिए। तेतरा देवी ने गुहार लगाई कि यह पूरी राशि मृतक के नाबालिग बच्चों रिकी (13 वर्ष) और ओमकार (3 वर्ष) के नाम फिक्स डिपॉजिट की जाए। इस मामले को आंचल नें गंभीरता से लेते हुए इसे जिलाधिकारी के स्तर पर संरक्षक नियुक्त कर कार्रवाई के लिए अग्रेषित किया।

( दूसरी शिकायत : परिक्रमा मार्ग पर अतिक्रमण का मामला )

शिकायतकर्ता राम प्रताप निवासी रहीमाबाद, तहसील नवाबगंज ने अवगत कराया कि उनके गांव की परिक्रमा मार्ग भूमि पर कुछ विपक्षियों ने अतिक्रमण कर आईसीसी के खंभे गाड़ दिए हैं और उस पर छत डालने की कोशिश कर रहे हैं। इससे मार्ग अवरुद्ध होने की आशंका है। जिसमें आंचल वर्मा ने मामले को तुरंत संज्ञान में लेते हुए एसडीएम नवाबगंज को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

( उपस्थित अधिकारी और शिक्षिका भी बने गवाह )

इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक ओपी त्रिपाठी और जीजीआईसी बाराबंकी की प्रिंसिपल नंदिता सिंह भी मौजूद रहीं। उन्होंने छात्रा के आत्मविश्वास की सराहना करते हुए इसे अन्य छात्राओं के लिए प्रेरणादायी बताया। इस दौरान बड़ी संख्या में जिलाधिकारी कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी सहित पत्रकार साथी उपस्थित रहे।

( बेटियों के सपनों को दी नई उड़ान )

डीएम शशांक त्रिपाठी की इस पहल ने साबित कर दिया कि समाज में बेटियों की भूमिका केवल परिवार तक सीमित नहीं, बल्कि वे प्रशासनिक जिम्मेदारी भी बखूबी निभा सकती हैं। आंचल वर्मा ने एक दिन की जिलाधिकारी बनकर न केवल दो शिकायतों का समाधान किया बल्कि यह संदेश भी दिया कि भविष्य में वे जिले का नेतृत्व करने की पूरी क्षमता रखती हैं।

*आंचल का आत्मविश्वास राज्य सरकार व समाज का संयुक्त प्रयास डीएम*

“महिला सशक्तिकरण अभियान के तहत आज जिले की डीएम आंचल वर्मा हैं। उनकी शिकायतों के निस्तारण का तरीका और पत्रकारों के साथ उनके जवाब, दोनों ही उनके आत्मविश्वास को दर्शाते हैं। यह राज्य सरकार और समाज के संयुक्त प्रयासों से संभव हो पाया है। मुझे उम्मीद है कि आंचल भविष्य में किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़कर बड़ा नाम करेंगी।”

*( जिले के सुधरे हालात : आंचल वर्मा )*

मैं जीवन में पहली बार जिलाधिकारी कार्यालय आई और जिलाधिकारी का कार्यभार संभाला। यह अनुभव मेरे आत्मविश्वास को और बढ़ाता है। राज्य सरकार व स्थानीय प्रशासन के बेहतर प्रयासों से हमारे घर तक आने-जाने का रास्ता और मिलने वाले संसाधन सुधरे हैं। इस अनुभव से मुझे प्रेरणा मिली है कि आगे चलकर मैं भी समाज के लिए बड़ी जिम्मेदारी निभा सकूँ। उन्होंने कहा कि यदि एक दिशा में निश्चित समय तक कठिन परिश्रम किया जाए तो बड़ी सफलताएं हासिल हो सकती हैं।

Taza Khabar