पूर्णिया15फरवरी25* श्री रविशंकर महाराज के आगमन की तैयारी को लेकर आर्ट ऑफ लीविंग परिवार के द्वारा प्रेस वार्ता ।
मोहम्मद इरफान कामिल यूपी आज तक चैनल पूर्णिया बिहार की रिपोर्ट।
पूर्णिया बिहार। विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता, मानवतावादी और आर्ट ऑफ लिविंग तथा इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर ह्यूमन वैल्यूज के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी महाराज का पदार्पण 8 मार्च को पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में हो रहा है। कार्यक्रम की तैयारी को लेकर शनिवार को पूर्णिया की महापौर विभा कुमारी के खुश्कीबाग शिवनगर स्थित आवास पर आर्ट ऑफ लीविंग परिवार के द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता में आर्ट ऑफ लीविंग परिवार के वरिष्ठ शिक्षकगण, महापौर, चिकित्सक, समाजसेवी, विभिन्न वार्डों के पार्षदगण सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। महापौर विभा कुमारी एवं समाजसेवी जितेंद्र यादव ने आर्ट आफ लीविंग परिवार सहित गणमान्य लोगों का स्वागत बुके देकर किया।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आर्ट ऑफ लीविंग के वरिष्ठ शिक्षक सुशील कुमार सिंह ने कहा कि ध्यान के बिना हमलोग तनाव मुक्त नहीं हो सकते हैं। तनाव के कारण लोगों में आपसी मनमुटाव होता है। अगर व्यक्ति तनाव को नियंत्रित करना सीख ले तो समाज से काफी हद तक हिंसा, व्यभिचार, आपसी मतभेद मिट सकता हैं। आर्ट ऑफ लिविंग के जरिए लोगों को आंतरिक शांति, खुशी और कल्याण मिलता है। आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रमों से दुनिया भर के लाखों लोगों की जिंदगी बदलने में मदद मिली है। आर्ट ऑफ लिविंग के जरिए तनाव, क्रोध, अवसाद, नींद, वजन कम करना, स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य और थकान जैसी समस्याओं का समाधान मिलता है। लोगों को इन्ही समस्याओं से मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से पूर्णिया के सम्राट अशोक भवन में आर्ट ऑफ लीविंग के द्वारा 22 से 28 फरवरी
तक युवा नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण में युवाओं को अपने लक्ष्य की प्राप्ति, स्कील डेवलपमेंट, लीडरशिप, मोटिवेशन आदि का तरीका महाराष्ट्रा के अनुभवी युवा नेतृत्व प्रशिक्षक जयंत भोले के द्वारा सिखाया जाएगा। वहीं महापौर विभा कुमारी ने कहा कि 08 मार्च को आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर जी का पूर्णिया शुभागमन हो रहा है, यह हम सबों के लिए गर्व की बात है। अध्यात्म और मानवतावाद के बड़ी शख्शियत का यहां पदार्पण ही पूर्णिया के लिए सौभाग्य की बात है। उनके महासत्संग से हम पूर्णियावासी अधिक से अधिक लाभान्वित हों, यह कोशिश होनी चाहिए। हम सबों को मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाना है। जहां तक मुझे याद है श्री श्री रविशंकर जी वर्ष 2008 में कोसी-त्रासदी के समय पूर्णिया आए था। तब उन्होंने कहा था कि हर प्रलय के बाद निर्माण का दौर शुरू होता है और उनकी कही बात सच साबित हुई। आज कोसी सीमांचल का जो इलाका बाढ़ से प्रभावित हुआ था, वहां की सूरत अब बदल चुकी है। चूंकि श्री श्री पूर्णिया आ रहे हैं और वे हमारे मेहमान हैं तो नगर निगम परिवार का भी फर्ज बनता है कि उनके कार्यक्रम में कोई कोर-कसर बांकी नहीं रहे। नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में जो कुछ है, उसके तहत इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। हम पूरी तरह कार्यक्रम के आयोजकों के साथ है और सकारात्मक सहयोग करेंगे। महापौर ने कहा कि आर्ट ऑफ लीविंग के तहत 22 से 28 फरवरी तक चलने वाले युवा नेतृत्व प्रशिक्षण के लिए सम्राट अशोक भवन उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने प विभिन्न वार्डों के पहुंचे वार्ड पार्षद, पार्षद प्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों से कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग त करने की अपील की है। वहीं समाजसेवी जितेंद्र स यादव ने कहा कि आध्यात्मिक गुरु प श्री श्री रविशंकर जी के पूर्णिया स आगमन का हम स्वागत करते हैं। के उनके एकदिवसीय कार्यक्रम को र सफल बनाने में हमारी पूर्ण स भागीदारी रहेगी। श्री श्री के लिए हम क तन-मन-धन से तैयार हैं। हमारी ते 100 से अधिक युवाओं की टीम इस वि कार्यक्रम में अपना योगदान देने के लिए उत्सुक है। कार्यक्रम को सफल बनाने में हमारी जो भी भूमिका होगी, उसका निर्वहन के लिए हम भतैयार हैं। उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान ना आग्रह करते हुए कहा कि आर्ट प ऑफ लीविंग के तहत 22 से 28 अ फरवरी तक चलने वाले युवा नेतृत्व नि प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपने-अपने क क्षेत्र से अधिक से अधिक युवाओं को र भाग लेने के लिए प्रेरित करें। प्रेस पा वार्ता के दौरान जितेंद्र यादव ने ज घोषणा करते हुए कहा कि जिन ल युवाओं के पास प्रणिक्षण में भाग लेने य के लिए रजिस्ट्रेशन फीस नहीं होगा पा उनका रजिस्ट्रेशन फी वे स्वयं खुद करेंगे।
More Stories
मिर्जापुर: 29जून 25 *असंगठित कामगारों के नव गठित यूनियन की आम सभा का आयोजन*
वाराणसी29जून25*रथयात्रा मेले मे पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुक किया गया
जोधपुर29जून25*महापौर साहब के नेतृत्व में विकास के संदर्भ में दिया गया ज्ञापन*