August 10, 2025

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कौशाम्बी15अक्टूबर23*एक तरफ पराली जलाने पर रोक दूसरी तरफ चल रहे हैं हार्वेस्टर मशीन*

कौशाम्बी15अक्टूबर23*एक तरफ पराली जलाने पर रोक दूसरी तरफ चल रहे हैं हार्वेस्टर मशीन*

कौशाम्बी15अक्टूबर23*एक तरफ पराली जलाने पर रोक दूसरी तरफ चल रहे हैं हार्वेस्टर मशीन*

*खुले आसमान के नीचे पराली छोड़ दी जाए तो यह दुर्गन्ध उत्पन्न करती है कीटाणु जन्म लेते हैं जो बीमारी का कारण बनते हैं*

*दिल्ली की बढ़ती आबादी के बीच वायु प्रदूषण की चिंता को लेकर गांव के किसानों के पराली जलाने पर हो रहा शोषण कहां तक है न्यायोचित*

*कौशाम्बी* सरकार के दोहरे नीति से किसानों की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं एक तरफ पराली जलने पर रोक लगाई गई है पराली जलने वाले किसानों पर जुर्माना मुकदमा तक का नियम बनाकर किसानों का जमकर उत्पीड़न किया जा रहा है जुर्माना के बहाने किसानों की जेब खाली की जा रही है दिल्ली के वायु प्रदूषण की चिंता को लेकर गांव के किसानों का शोषण शुरू हो गया है दिल्ली की बढ़ती आबादी के बीच प्रदूषण होना स्वाभाविक है वहाँ के प्रदूषण को सरकार नहीं रोक पा रही है लेकिन गांव के किसानों के पराली जलाने से प्रदूषण को गंभीर अपराध मान रही है लेकिन खुले आसमान के नीचे गांव ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले किसानों के सामने प्रदूषण की समस्या नहीं है लेकिन दिल्ली के प्रदूषण को दूर करने के लिए गांव के किसानों के पराली जलाने पर रोक लगाकर किसानों का जबरदस्त उत्पीड़न सरकार द्वारा किया गया है जिससे गांव-गांव किसानों में जबरदस्त आक्रोश जताया है लेकिन सरकार के दोहरे नीति के आगे कौन जवाब देगा

सरकारी नियमों की अंधेर गर्दी तो तब हो गई जब हार्वेस्टर मशीन से काटे गए धान की पराली को जलाना किसानों की मजबूरी है हार्वेस्टर मशीन पर सरकार रोक नहीं लग पा रही है बेखौफ तरीके से धान की कटाई में हार्वेस्टर मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है जिससे पराली तैयार हो रही है अब इन पराली का किसान क्या करें कहां ले जाए इनका उपयोग कैसे हो पराली खुले आसमान के नीचे छोड़ दी जाए तो यह दुर्गन्ध उत्पन्न करती है कीटाणु जन्म लेते हैं जो बीमारी का कारण बनते हैं और इन बीमारियों से किसानों की मौत हो रही है लेकिन सरकार ने इस और ध्यान नहीं दिया है इसका जवाब देने वाला कोई नहीं है किसानों के पराली जलाने का नियम बनाने वाले अधिकारियों को किसानों की वास्तविकता की जानकारी नहीं है वास्तविकता की जानकारी के बगैर कानून बनाना कहां का न्याय संगत है लेकिन देश में इस समय वही चल रहा है कि जो हम कहें वही सही बाकी सब गलत है

अंधेर गर्दी की हद तो तब हो गई जब हार्वेस्टर मशीन से धान की कटाई का उद्घाटन कराकर अधिकारी फोटो खिंचवाकर वाहवाही लूट रहे हैं बिना एसएमएस के कौशांबी में दर्जनों हार्वेस्टर मशीन धान की कटाई कर रही है पूरे प्रदेश में तो हार्वेस्टर मशीन की गिनती करना ही मुश्किल होगा एक तरफ पराली जलाने पर रोक दूसरी तरफ बिना एसएमएस के हार्वेस्टर मशीन चल रही है किसान क्या करें कृषि अधिकारी और क्षेत्रीय पुलिस को कुछ दे कर बिना एसएमएस की हार्वेस्टर मशीन धान कटाई में लगी हुई है जो गंभीर चिंता का विषय है गैर प्रांत से आने वाले हार्वेस्टर मशीन किसके दम पर चलाई जा रही हैं जन-जन की जुबान में है हार्वेस्टर मशीनों की जांच कर इन पर कार्यवाही करने का प्रयास अभी तक तहसील से लेकर थाना पुलिस कृषि विभाग तक ने नहीं किया है किसानों पर जुर्माना वसूलने वाले कृषि विभाग के अधिकारियों ने भी हार्वेस्टर मशीन के संचालक पर कार्रवाई करने की कोशिश नहीं की है जिससे अधिकारियों के निष्पक्ष कार्यों पर सवाल खड़े हो रहे हैं

 

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