August 1, 2025

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अयोध्या31जुलाई25*यूरिया खाद को लेकर किसान परेशान, सचिव मोबाइल बंद कर तीन दिन से फरार

अयोध्या31जुलाई25*यूरिया खाद को लेकर किसान परेशान, सचिव मोबाइल बंद कर तीन दिन से फरार

अब्दुल जब्बार

अयोध्या31जुलाई25*यूरिया खाद को लेकर किसान परेशान, सचिव मोबाइल बंद कर तीन दिन से फरार

किसान खाद के लिए इधर उधर भटकने को मजबूर

किसानों ने प्रशासन से सभी समितियों पर शीघ्र प्रयाप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराने की मांग की

भेलसर(अयोध्या)रूदौली तहसील क्षेत्र की समितियों में यूरिया खाद की किल्लत को लेकर किसानों में भारी नाराजगी है।क्षेत्र की समितियों में कहीं खाद उपलब्ध नहीं तो कहीं खाद कम किसानों की संख्या अधिक,किसी समिति में खाद उपलब्ध सचिव का मोबाइल तीन दिन सुइच ऑफ, सचिव फरार समितियों का यह हाल देखकर किसान हो रहा परेशान।
क्षेत्र की जैनाबाद समित क्षेत्र में खाद को लेकर भारी हंगामा और नाराज़गी देखने को मिल रही है। समिति में 400 बोरी खाद उपलब्ध होने के बावजूद करीब 800 से ज़्यादा किसान तीन दिनों से खाद को लेकर दर-दर भटकने को मजबूर हैं।उक्त समित का सचिव मोबाइल बंद कर तीन दिनों से फरार है।
सूत्रों के अनुसार सचिव ने कई किसानों के आधार कार्ड पहले से ही लेकर अपने पास रख लिए थे और उन किसानों से यूरिया खाद के पैसे भी जमा करवा लिए थे।अब यही आशंका जताई जा रही है कि उन्हीं किसानों को रात के अंधेरे में चोरी-छिपे खाद बांटने की तैयारी की जा रही है जिससे बाक़ी किसान वंचित रह जाएं। यूरिया खाद को लेकर किसानों का गुस्सा अब बढ़ता जा रहा है। यूरिया खाद के लिए पूरा दिन समित के बाहर खड़े रहने के बाद भी जब जब किसानों को खाद नहीं मिली तो उन्होंने प्रशासन से तत्काल कार्यवाही की मांग की है। किसानों का कहना है कि यूरिया खाद का पारदर्शी तरीके से वितरण शुरू नहीं हुआ तो सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
प्रशासन मौन,सचिव लापता,किसान परेशान हो रहे आखिर इसका जिम्मेदार कौन।
बड़ा सवाल तो यह है कि जब समित में पहले से यूरिया खाद मौजूद है तो खाद के वितरण में देरी क्यों की जा रही है। सचिव की गैर मौजूदगी पर प्रशासन की चुप्पी भी सवालों के घेरे में है। किसानों का कहना कि यूरिया खाद वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित हो। समित संचालन की निगरानी के लिए प्रशासनिक टीम तैनात की जाए यह सिर्फ खाद की नहीं किसानों की उम्मीदों की लड़ाई है।किसानों का कहना है कि सरकार को जल्द हस्तक्षेप कर यूरियाखाद के संकट का हल निकालना होगा वरना खाद के लिए किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

बरौली समिति पर खाद की किल्लत

किसान बेहाल प्रशासन मौन

बरौली समिति में खाद की भारी किल्लत से क्षेत्र के किसान बेहाल हैं समय पर यूरिया न मिलने से धान की फसल पर संकट मंडरा रहा है। किसान इधर-उधर भटक रहे हैं लेकिन कहीं से भी राहत की उम्मीद नजर नहीं आ रही।धान की फसल के लिए जुलाई-अगस्त का महीना बेहद अहम होता है जब खेतों में यूरिया डालना आवश्यक होता है। लेकिन बरौली समिति में लंबे समय से खाद उपलब्ध नहीं होने के कारण ऐसे हालात हो गए हैं कि किसानों को रोज समिति का चक्कर काटने म बाद भी किसान खाली हाथ लौटने को मजबूर हैं।
एक किसान ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की बारिश समय पर हो रही है लेकिन खाद नहीं मिलने से हमारी पूरी मेहनत बर्बाद हो रही है अगर अब भी खाद नहीं मिली तो फसल चौपट हो जाएगी।खाद उपलब्ध न होने के बारे में जब बरौली समिति के प्रभारी रामकेवल यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि खाद की डिमांड उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है लेकिन अब तक खाद उपलब्ध नहीं हो सकी है।खाद संकट की यह स्थिति केवल बरौली तक सीमित नहीं है बल्कि मवई क्षेत्र की अन्य समितियों में भी यही हालात हैं।
किसान संगठन प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द खाद की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।प्रशासन की अनदेखी और समिति की उदासीनता ने किसानों की चिंता को और बढ़ा दिया है। सवाल यह उठता है कि क्या सरकार व प्रशासन तब ही जागेगा जब फसलें बर्बाद हो जाएंगी और जब किसान सड़कों पर उतर आएंगे।
अब देखना होगा कि जिम्मेदार अधिकारी इस गंभीर संकट का समाधान कब तक निकालते हैं या किसान फिर एक बार सिर्फ आश्वासन की खाद से ही काम चलाते रहेंगे।

सैमसी में सुबह से खाद के लाइन में लगे किसान

सैमसी में सुबह 4 बजे से ही किसान खाद लेने के लिए लाइन में लग गए थे।समिति में खाद का अनियमित वितरण हो रहा है। कुछ किसानों को 20 बोरी, कुछ को 10 बोरी, तो कुछ को मात्र 1-2 या 5 बोरी यूरिया खाद दी जा रही है। इस अव्यवस्था के कारण सैकड़ों किसानों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।स्थानीय लोगों में इस व्यवस्था को लेकर भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। किसानों का आरोप है कि समिति में खाद की काला बाजारी हो रही है और वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता का अभाव है।फसल के महत्वपूर्ण समय में यूरिया की कमी से किसानों की फसल प्रभावित होने की आशंका है।

गनेशपुर समिति में सुबह लगी किसानों की लंबी लाइन

साधन सहकारी समिति गणेशपुर पर सुबह से ही खाद के लिए किसानों की लंबी कतार लगी हुई है। समिति के अध्यक्ष रोशन लाल गौतम ने बताया कि सुबह से ही किसान समिति पर इकट्ठा हो गए हैं।उन्होंने कहा कि अधिक भीड़ होने के कारण कार्य करना मुश्किल हो रहा था। किसानों के बीच आपस में बहस-विवाद भी हुआ। इसकी सूचना बाबा बाजार थाना प्रभारी शैलेंद्र कुमार आजाद को दी गई।थाना प्रभारी ने हेड कांस्टेबल बैजनाथ यादव और कांस्टेबल शशि यादव को सुरक्षा के लिए साधन सहकारी समिति पर तैनात कर दिया है। समिति अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि सभी किसानों को खाद मुहैया कराई जाएगी।
किसानों का कहना है कि खाद न मिलने से उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं। कई किसानों का आरोप है कि शासन-प्रशासन उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उनका मानना है कि अधिकारियों द्वारा उन्हें पूरी तरह से खाद वितरित नहीं की जा रही है।
किसानों ने बताया कि एक आधार कार्ड पर केवल एक बोरी खाद ही दी जा रही है।

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