May 24, 2025

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भोपाल08अप्रैल25*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर मध्यप्रदेश की अबतक की महत्वपूर्ण खबरें

भोपाल08अप्रैल25*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर मध्यप्रदेश की अबतक की महत्वपूर्ण खबरें

भोपाल08अप्रैल25*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर मध्यप्रदेश की अबतक की महत्वपूर्ण खबरें

[08/04, 5:06 pm] +91 91198 57604: *_मध्य प्रदेश में जांच एजेंसियों को भी देना होगा आरोपियों की गिरफ्तारी का ब्यौरा, गैजेट जारी_*
भोपाल: मध्य प्रदेश में अब एक नई व्यवस्था के तहत पुलिस थाने के अलावा अब प्रदेश में सक्रिय जांच एजेंसियों को भी अब उनकी कार्रवाई को लेकर गिरफ्तार किए गए लोगों की जानकारी पुलिस हेडक्वार्टर को देनी होगी. अभी तक ये एजेंसियां गिरफ्तार किए गए लोगों की जानकारी नहीं देती हैं. लेकिन उनको भी यह जानकारी पुलिस मुख्यालय को देना होगा. इस संबंध में राजपत्र प्रकाशित होने के बाद यह जानकारी देना अनिवार्य होगा.
गिरफ्तार लोगों के बारे में पुलिस मुख्यालय को बताना होगा अनिवार्य
मध्य प्रदेश में पुलिस की तरह अब जांच एजेंसियों को भी पुलिस मुख्यालय (PHQ) को गिरफ्तार किए गए लोगो की जानकारी देना अनिवार्य होगा. यह बताना पड़ेगा कि पुलिस थाने की तरह जांच एजेंसी ने किसे गिरफ्तार किया है. उन्हें इसकी जानकारी पुलिस मुख्यालय में बताना होगा. इस आशय का आदेश मध्य प्रदेश के राजपत्र में प्रकाशित हो गया है.
नए नियम के तहत मध्य प्रदेश में पुलिस थानों की तरह जांच एजेंसियों को भी गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की जानकारी देनी होगी. पुलिस थाने की तरह जांच एजेंसी भी मुख्यालय में बताएंगी कि किसे गिरफ्तार किया है. लोकायुक्त, ईओडब्ल्यू, नारकोटिक्स विंग, अपराध अनुसंधान विभाग, एसटीएफ और साइबर अपराध जांच एजेंसियों पर यह नया नियम लागू होगा.
अब तक 6 जांच एजेंसियां नहीं देती थीं गिरफ्तार व्यक्तियों की जानकारी
इसके अलावा नारकोटिक्स, सीआईडी और साइबर सेल को भी गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की जानकारी देनी होगी. अभी 6 जांच एजेंसियां गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की जानकारी नहीं देती थीं. नए कानून के तहत उन्हें भी पुलिस की तरह जानकारी देनी होगी. गिरफ्तार किए गए संबंधित व्यक्ति के बारे में पुलिस मुख्यालय में ब्यौरा देना होगा.
[08/04, 5:06 pm] +91 91198 57604: *_पन्ना में नौकरी के नाम पर ठगी का खेल, 50 हजार लेकर आरोपी रफूचक्कर_*
पन्ना: जिले से नौकरी लगवाने के नाम 50 हजार की ठगी का मामला सामने आया है. बड़ा बाजार पन्ना निवासी मोहनलाल के मकान में किराए से रहने वाले शिवा पस्तोर ने वन विभाग में बेटा और बेटी की नौकरी लगाने के नाम पर उनसे 2 लाख रुपयों की मांग की थी. उन्होंने युवक को 50 हजार रुपए दिए थे और बाकी रुपए नौकरी पर लगने के बाद देने की बात हुई थी. जब महीनों तक बच्चों की नौकरी नहीं लगी, तो मोहनलाल ने शिवा से इस बारे में बात की तो वह आश्वसन देकर वहां से चला गया.

नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी

मोहनलाल ने एक दिन जब उससे कड़ाई से रुपए वापस करने की बात कही, तो वह देर रात चोरी-छिपे कमरा खाली कर भाग गया. जब उन्होंने शिवा को कमरे में नहीं देखा तो सन्न रह गए. वे तुरंत भागे-भागे पुलिस स्टेशन पहुंचे, जहां उन्होंने पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई. मोहनलाल ने बताया कि शिवा पस्तोर 2 महीने का किराया भी नहीं दिया है. शिकायत दर्ज कराई कि शिवा पस्तोर उनके घर में किराए पर रहने आया था, जिसकी बहन पन्ना टाइगर रिजर्व में वनपाल है और वह पांडव फॉल में पदस्थ है.

पुलिस मामले की जांच में जुटी

पुलिस से शिकायत करने पर युवक की मां ने पैसे वापस करने का आश्वासन दिया और उसके लिए हलफनामा भी दिया गया, लेकिन उसके बाद भी जब पैसे नहीं मिले तो मोहनलाल द्वारा पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई है. बताया गया है कि शिवा नौकारी दिलाने के नाम पर कई लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है. इस मामले पर थाना प्रभारी रोहित मिश्रा ने कहा, ” शिकायती आवेदन के आधार पर जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कह सकते हैं. शिकायतकार्ता ने नौकरी दिलाने के नाम पर 50 हजार रुपए की ठगी का आरोप लगाया है.”

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