बाराबंकी21मार्च24*केमिकल युक्त रंगों से होली खेलना आपके लिए घातक: सीएमओ
– घर से निकलने से पहले शरीर पर लगाएं नारियल का तेल
बाराबंकी। केमिकल युक्त रंगों से होली खेल आपके लिए घातक हो सकता है। चिकित्सकों की माने तो रंगों में मिला रसायन त्वचा, सांस सहित और नेत्र संबंधित बीमारियों का जनक है। जिससे बेहतर है कि होली पर बाजारों में उपलब्ध केमिकल रंगों से परहेज करें। होली खेलना है तो गुलाल व हर्बल रंगो का प्रयोग करें। यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी अवधेश कुमार यादव ने बताया कि रसायन युक्त रंग काफी नुकसान दे होते है। जो लोगों के लिए बेहद हानिकारक होते है। होली पर जिन लोगों को इस तरह का रंग लगाया जाता है, उन्हें त्वचा रोग होने का सर्वाधिक खतरा रहता है। इसके अतिरिक्त रसायन से युक्त रंग लगने पर कुछ देर बाद जलन अथवा खुजली शुरू हो जाती है। यदि यह रंग आंखों में चला जाए तो इसे आंखों को भी नुकसान पहुंचता है। इस रंग के फेफड़ों में जमा होने से संक्रमण फैलने का भी खतरा बढ़ जाता है। इसलिए हम सभी को केमिकल युक्त रंगों के प्रयोग से बचना चाहिए।
*(अपनाये यह टिप्स)*
जिला अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर यादव ने बताया की केमिकल युक्त रंगों से बचने का बेहतर तरीका है की रंग खेलने वाले दिन घर से निकलने से पहले पूरे शरीर पर नारियल का तेल लगाए। साथ ही ऐसे कपड़े पहनें जिससे शरीर का ज्यादातर हिस्सा ढका रहे। यदि किसी ने आपको केमिकल युक्त रंग लगाया है और आपके शरीर की उस हिस्से में जलन अथवा कोई परेशानी हो रही है, तो ऐसे में तत्काल संबंधित चिकित्सक से मिलकर परामर्श लें।
*(हर्बल रंगों का करें प्रयोग)*
जिले की सीएमओ डॉ अवधेश कुमार यादव के मुताबिक पूर्व के समय में लोग टेसू अथवा अन्य फूलों से निकले रंगों से होली खेलते थे। इसके अतिरिक्त लोग चंदन और रोली का भी प्रयोग होली खेलने में करने थे।लेकिन धीरे-धीरे हर्बल रंगों का प्रयोग कम हो गया। घरेलू हर्बल रंगों का प्रयोग कम हुआ और तरह-तरह के केमिकल युक्त रंगों की बाजार में भरमार हो गई। जिससे बड़ी संख्या में लोग केमिकल रंगों का प्रयोग करते है। इधर विगत 5 वर्षों से हर्बल रंगों का प्रयोग बढ़ गया है। जोकि आपके स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से बेहतर है।इसलिए आप सभी हर्बल रंगों का प्रयोग करें।
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