*नई दिल्ली21जून25*आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*⛅दिनांक – 21 जून 2025*
*⛅दिन – शनिवार*
*⛅विक्रम संवत् – 2082*
*⛅अयन – उत्तरायण*
*⛅ऋतु – ग्रीष्म*
*⛅मास – आषाढ़*
*⛅पक्ष – कृष्ण*
*⛅तिथि – दशमी सुबह 07:18 तक, तत्पश्चात् एकादशी प्रातः 04:27 जून 22 तक, तत्पश्चात् द्वादशी*
*⛅नक्षत्र – अश्विनी शाम 07:50 तक तत्पश्चात् भरणी*
*⛅योग – अतिगण्ड रात्रि 08:29 तक तत्पश्चात् सुकर्मा*
*⛅राहुकाल – सुबह 09:18 से सुबह 11:00 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅सूर्योदय – 05:55*
*⛅सूर्यास्त – 07:28 (सूर्योदय एवं सूर्यास्त अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅दिशा शूल – पूर्व दिशा में*
*⛅ब्रह्ममुहूर्त – प्रातः 04:31 से प्रातः 05:13 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:14 से दोपहर 01:09*
*⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:21 जून 22 से रात्रि 01:03 जून 22 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)*
*⛅व्रत पर्व विवरण – योगिनी एकादशी, अंतराष्ट्रीय योग दिवस*
*⛅विशेष – दशमी को कलंबी शाक त्याज्य है एवं एकादशी को शिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)*
*🔹कर्णवेध संस्कार क्यों व कैसे ?🔹*
*🔸हिन्दू धर्म- संस्कारों में कर्णवेध (कान छेदना) संस्कार नौवाँ संस्कार है । बालकों व बालिकाओं की शारीरिक व्याधियों से रक्षा ही इस संस्कार का मूल उद्देश्य है ।*
*🔸’आयुर्वेद’ (सुश्रुत संहिता, चिकित्सा स्थान : १९.२४) के अनुसार कान छेदने से अंत्रवृद्धि (inguinal hernia) होने की सम्भावना नहीं रहती ।*
*🔸यह मान्यता है कि कर्ण-छेदन करने से सूर्य की किरणें कानों के उन छिद्रों से प्रवेश पाकर सामने बालक-बालिका को तेज-सम्पन्न बनाती हैं । बालक के पहले दायें कान में और बाद में बायें कान में छेद करें तथा बालिका के पहले बायें कान में फिर दायें कान में छेद करें । बालिका के बायें नथुने में भी छेद करके आभूषण पहनाने का विधान है ।*
*🔸मस्तिष्क के दोनों भागों को विद्युत के प्रभावों से प्रभावशाली बनाने के लिए नाक और कानों में सोना पहनना लाभकारी माना गया है ।*
*🌞मेरे श्रीराम आए है तो द्वारिकाधीश भी आयेंगे🌞*
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