November 13, 2025

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*कानपुर देहात 14 अप्रैल 25*संविधान, हमारा स्वाभिमान

*कानपुर देहात 14 अप्रैल 25*संविधान, हमारा स्वाभिमान

*कानपुर देहात 14 अप्रैल 25*संविधान, हमारा स्वाभिमान‘‘

जनपद में हर्षोल्लास के साथ ‘‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान‘‘ थीम के अन्तर्गत मनायी गयी भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती।*

*जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट संविधान सभगार कक्ष में मनाई गई भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती।*

*“शिक्षा वह शस्त्र है जिससे कोई भी व्यक्ति अपना जीवन बदल सकता है।*

*आज का दिन सकारात्मक परिवर्तन व सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता को करेगा मजबूतः जिलाधिकारी*

*जिलाधिकारी द्वारा दिलायी गयी संविधान की प्रस्तावना की शपथ।*

*जनपद के समस्त शासकीय कार्यालयों में भी मनायी गयी बाबा साहब की जयंती।*

हमारे भारतीय संविधान के शिल्पकार महान विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, समाज सुधारक, भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती जिलाधिकारी आलोक सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट संविधान सभागार में ‘‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान‘‘ थीम के अन्तर्गत समारोहपूर्वक मनाई गई, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी एवं आमजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में डॉ. अंबेडकर के जीवन, उनके संघर्षों एवं संविधान निर्माण में उनके अद्वितीय योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर का जीवन हमें समानता, न्याय और अधिकारों के प्रति जागरूक करता है। आज हम सब यहां भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के पावन अवसर पर एकत्र हुए हैं। यह दिन न केवल एक महापुरुष के जन्मदिवस का प्रतीक है, बल्कि यह हमें उनके विचारों, संघर्षों और उनके द्वारा दिए गए सामाजिक संदेशों को आत्मसात करने का अवसर भी प्रदान करता है। उन्होंने जीवन भर शोषण, भेदभाव और असमानता के विरुद्ध संघर्ष किया और समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व पर आधारित समाज की नींव रखी। बाबा साहब का मानना था कि “शिक्षा वह शस्त्र है जिससे कोई भी व्यक्ति अपना जीवन बदल सकता है।“ उन्होंने शिक्षा को अधिकार नहीं, बल्कि कर्तव्य के रूप में देखा। हमें भी उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए शिक्षा, सामाजिक समरसता और न्याय के मूल्यों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जब हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं, तो यह भी आवश्यक है कि हम उनके विचारों को अपने आचरण में स्थान दें। समाज के अंतिम व्यक्ति तक समान रूप से विकास, सम्मान और अवसर पहुंचाना ही बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में सभी से आह्वान किया कि हम मिलकर एक ऐसे समतामूलक, न्यायप्रिय और प्रगतिशील समाज के निर्माण में सहयोग करें, जैसा डॉ. अंबेडकर ने सपना देखा था। इसी अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व दुष्यंत कुमार मौर्य, अपर जिलाधिकारी न्यायिक दिग्विजय सिंह द्वारा भी बाबा साहब के जीवन चरित्र को रेखांकित करते हुए उनके द्वारा किये गये महान कार्यो व संविधान निर्माण में दिये गये योगदान पर प्रकाश डाला गया तथा सभी को डा0 भीमराव अम्बेडकर द्वारा दी गयी शिक्षाओं को आत्मसात करते हुए उनके द्वारा देखे गये सपने को साकारित करने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम अन्तर्गत जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों आदि को संविधान की प्रस्तावना की शपथ भी दिलायी गयी। इसी अवसर पर विकास भवन, सभी तहसील मुख्यालय, ब्लाक मुख्यालय व अन्य समस्त शासकीय कार्यालयों में भारतरत्न डा0 भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनायी गयी। समस्त कार्यालयों के अधिकारियों, कर्मचारियों के द्वारा बाबा साहब के चित्र/प्रतिमा पर माल्यार्पण कर बाबा साहब के योगदान के सम्बन्ध में विचार गोष्ठी, भाषण आदि का आयोजन किया गया। जनपद के विभिन्न विद्यालयों में भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व दुष्यंत कुमार मौर्य, अपर जिलाधिकारी न्यायिक दिग्विजय सिंह, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट नीलिमा यादव, श्याम नारायण शुक्ला सहित कलेक्ट्रेट के अधिकारी, कर्मचारी व अन्य उपस्थित रहे।

*संवाददाता प्रशान्त शर्मा कानपुर देहात यूपी आजतक*

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