August 5, 2025

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रायबरेली09नवम्बर*सफेद हाथी बना सामुदायिक शौचालय व गांव में लगा गंदगी का अंबार

रायबरेली09नवम्बर*सफेद हाथी बना सामुदायिक शौचालय व गांव में लगा गंदगी का अंबार

रायबरेली09नवम्बर*सफेद हाथी बना सामुदायिक शौचालय व गांव में लगा गंदगी का अंबार

महराजगंज /रायबरेली जहां एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार व राज्य की योगी सरकार स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत लाखों करोड़ों रुपए खर्च करके सामुदायिक शौचालय का निर्माण करवा रही है, तो वहीं सरकार के कुछ नुमाइंदे स्वच्छ भारत मिशन को पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं, ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी की खाऊ कमाऊ नीति के चलते नहीं हो रहा ग्राम सभा का विकास ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी विकास के नाम पर जमकर कर रहे बंदरबांट,
महराजगंज विकासखंड क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत नरायनपुर के जुनिहा गांव में बना सामुदायिक शौचालय साबित हो रहा है सफेद हाथी, जिसमें कभी नहीं खुलता है ताला, खुले में शौच मुक्त कराने के लिए योगी सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत सभी ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण लाखों रुपए की लागत से कराया गया है, उसके बाद भी ग्रामीणों को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है, सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न प्रकार की योजनाओं को पलीता लगाते नजर आ रहे ग्राम प्रधान प्रदीप कुमार जिम्मेदार कर्मचारियों के दोषपूर्ण रवैये के चलते लाखों रुपए की लागत से बना सामुदायिक शौचालय सफेद हाथी साबित हो रहा है,
आपको बताते चलें कि मामला महराजगंज विकासखंड क्षेत्र के ग्राम सभा नरायनपुर का है, जहां ग्रामीणों के सहूलियत के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायत में नवनिर्मित कार्य कराया गया है, जो महज शोपीस बनकर रह गया है, जब ग्राम पंचायत के ग्रामीणों से बात की गई तो ग्रामीणों ने बताया कि शौचालय में हमेशा ताला लटका रहता है, गांव के महिलाओं को शौच के लिए बाहर खेतों में जाना पड़ता है, जिससे स्वच्छ भारत मिशन को चुनौती देने का काम हो रहा है, आपको यह भी बता दें कि ग्राम सभा नरायनपुर जुनिहा गांव में बजबजाती नालिया व सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है, स्वच्छता के नाम पर इस ग्राम सभा का आलम यह है कि नालियों में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है, सार्वजनिक स्थल कूड़ेदान में तब्दील हो चुके हैं, जिसकी दुर्गंध से गांव वालों का जीना मुश्किल हो गया है, अब देखना यह है कि जिले में बैठे उच्चाधिकारी ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी पर कार्रवाई करते हैं, या फिर यूं ही इतिश्री कर देते हैं, यह बात तो समय के गर्भ में है

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