भागलपुर बिहार से शैलेन्द्र कुमार गुप्ता यूपी आजतक
भागलपुर20अप्रैल24*रामचरितमानस के चौथे दिन धनुष यज्ञ की चर्चा की गई।
मोहद्दीनगर दुर्गास्थान के अध्यक्ष राकेश रंजन केसरी ने बताया की रामचरितमानस कथा के चौथे दिन मानस मंजरी लक्ष्मी रानी जी के द्वारा धनुष यज्ञ की चर्चा की गई लक्ष्मी रानी ने बताया की
गुरुही प्रनाम मनही मन कीन हा। अतिलागव उठाये धनुलीन हा।
गुरुदेव को मन से नमस्कार करना हमें संबलित और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है। और राम ने धनुष को उठाकर तोड़ दिया, जो एक अत्यंत महत्वपूर्ण क्षण था।
राम चरित मानस में धनुष यज्ञ
कथा भगवान सीता के स्वयंवर के समय की है, जब वे सीता के पति बनने के लिए धनुष तोड़ने के प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। धनुष को तोड़ने की क्षमता सिर्फ राम में ही थी, और वे इस कठिनाई को आसानी से पार करते हैं। इस घटना से स्पष्ट होता है कि राम की अद्वितीय प्रभावशाली शक्ति और उनका अत्यधिक धर्म के प्रति समर्पण।भगवान राम ने अपनी अद्वितीय शक्ति और धार्मिकता के प्रति उनके श्रद्धालुता का प्रदर्शन करते हुए इस धनुष को आसानी से तोड़ दिया। इससे वे सीता के स्वयंवर में विजयी हो गए और बाद में उनका विवाह सीता से संपन्न हुआ। धनुष यज्ञ कथा रामायण की महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है, जो राम के धर्म के प्रति समर्पितता और उनकी अद्वितीय शक्ति को दर्शाती है।आज राम जी के धनुष यज्ञ को पूरा होने के बाद फूलों की बारिश की गई एवं टौफियां भी लुटे गई। कई बच्चो की राम, लखन ,सीता और विश्वामित्र मुनि बनकर झांकियां निकल गई।
आज भारी संख्या में लोग उपस्थित थे ।इसमें मोहद्दीनगर दुर्गा स्थान समिति के कई अधिकारी और सदस्य के अलावा समाज की महिलाएं युवतियाँ और समाज के कई लोग ने प्रवचन से लाभ उठाया। मोदीनगर दुर्गा स्थान समिति के अध्यक्ष- राकेश रंजन केसरी, सचिव- प्रफुल्ल चंद्र सिंह, कोषाध्यक्ष -भारत कुमार गुप्ता, पृथ्वी चंद्र शाह ,दिलीप कुमार पाल ,अमन ठाकुर ,राजेंद्र यादव, सत्यनारायण प्रसाद ,विद्या चरण झा ,महिलाओं में पुष्पा सिंह, दिव्या केसरी ,सुखमणि देवी ,रानी देवी इत्यादि इत्यादि।
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