December 26, 2024

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इटावा 07 अगस्त *करहल पुलिस लूट व हमले के आरोपी की आवाभगत में जुटी*

इटावा 07 अगस्त *करहल पुलिस लूट व हमले के आरोपी की आवाभगत में जुटी*

इटावा 07 अगस्त *करहल पुलिस लूट व हमले के आरोपी की आवाभगत में जुटी*

*थाने से सुबह एक घण्टे गायब रहा आरोपी, बुलेट से घूमा बाजार पीड़ित पत्रकार का आरोप*

*न्यायालय में बिना मास्क के बिना पुलिस अभिरक्षा के घूमता रहा लूट व हमले का आरोपी, वीडियो बायरल*

मैनपुरी। थाना क्षेत्र में करहल क्षेत्र में पत्रकार पर हमला व लूट का आरोपी रिंकू यादव कोर्ट में बिना पुलिस अभिरक्षा व बिना मास्क के घूमता रहा इस मामले में पुलिस के सभी उच्च अधिकारी चुप्पी साधे हैं। जैसे ही अभियुक्त की फ़ोटो की जाने लगी तो पुलिसकर्मी अभियुक्त को पकड़कर चलने लगे।

1 अगस्त को करहल कस्बे के पत्रकार ऋषि कांत दुबे पर नामजद व अज्ञात अपराधियों ने जानलेवा हमला कर दिया और उनका मोबाइल व जंजीर लूट ले गए थे। लेकिन पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार करना भी जरूरी नहीं समझा जब कि आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी थाना करहल में मुकदमे दर्ज है।

प्राप्त सूत्रों के अनुसार अपराधी की गिरफ्तारी शाम को कर ली गई थी लेकिन सुबह थाना पुलिस ने अपराधी को लगभग 1 घंटे के लिए छोड़ दिया और अपराधी एक अन्य व्यक्ति के साथ बुलेट मोटरसाइकिल पर करहल में घूमता पाया गया जिसकी फुटेज सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई लेकिन इस मामले में जिले के वरिष्ठ आला अधिकारी चुप्पी साध गए। अभियुक्त को जब पुलिस अभिरक्षा में मैनपुरी न्यायालय में ले जाया गया तो उस समय दो पुलिसकर्मी मास्क लगाए थे जबकि चौकी इंचार्ज अनिल कुमार व अभियुक्त मास्क नहीं लगाये था। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें अभियुक्त चौकी इंचार्ज की प्राइवेट गाड़ी से उतरता है और उतर करके गाड़ी के पीछे खड़ा रहता है पुलिसकर्मी अलग हट कर खड़े रहते हैं अभियुक्त के भागने के लिए इतना समय पर्याप्त है उसके बाद 2 पुलिसकर्मी अभियुक्त को पकड़कर न्यायालय ले जाते हैं लेकिन उसके मुंह पर मास्क नहीं है इससे साफ जाहिर होता है कि अभियुक्त को सत्ताधारी पार्टी के नेताओं का संरक्षण प्राप्त है इस पूरे मामले में करहल चौकी इंचार्ज अनिल कुमार को फोन किया गया तो उन्होंने बताया कि अभियुक्त पर हमारे पुलिसकर्मियों की बराबर निगाह थी और वह भाग नहीं पाता और अभियुक्त रुमाल से मुंह ढके हुए था जबकि फोटो और बायरल वीडियो में अभियुक्त का मुंह खुला हुआ दिख रहा है और न्यायालय में अंदर दाखिल होते समय भी अभियुक्त के चेहरे पर रुमाल/ मास्क नहीं है। पुलिस कर्मियों की निगाह एक व्यक्ति के मोबाइल पर गई जो फोटो खींच रहा था तो पुलिसकर्मियों ने बिना देरी किए अपराधी को हाथ पकड़ लिया चलने लगे।

इस मामले में इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन भारत के प्रदेश प्रभारी सुघर सिंह ने कहा है कि करहल थाने की पुलिस भाजपा नेताओं के दबाव में धाराएं कम करने में लगी रही। गिरफ्तारी न होने पर मैनपुरी जिले के 3 दर्जन से अधिक पत्रकार एसएसपी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए और 36 घंटे बाद पुलिस ने एक अपराधी की गिरफ्तारी की। उन्होंने जिले के एक बड़े नेता व करहल के पूर्व चेयरमैन की कॉल डिटेल निकलवाने की भी मांग की जिसमें जिले के बड़े नेता द्वारा एसओ करहल व व सीओ करहल को लगभग एक दर्जन बार कॉल करके दबाव बनाया गया। और लूट की धारा जबरन हटवाई गयी।

इस मामले में पीड़ित पत्रकार ऋषि कांत दुबे ने एसएसपी मैनपुरी से मांग की कि वह करहल बाजार के सीसीटीवी फुटेज की जांच कराए। उन्होंने कहा है कि अपराधी को जेल जाने से पूर्व थाने से छोड़ा गया और अपराधी बुलेट मोटरसाइकिल के बाजार में घूमता रहा। जो नियम विरुद्ध है और बहुत ही गंभीर मामला है इसकी जांच कराई जाए करहल पुलिस अपराधियों से पूरी तरह से मिली हुई है।

*लापरवाही के आरोप से बचने के लिए सीओ करहल छुट्टी पर एएसपी द्वारा की जा रही है लापरवाही की जांच*

*सपा नेता के लखनऊ आवास पर रुके सीओ करहल*

मैनपुरी। पत्रकार पर हमले व लूट के मामले में जिला मैनपुरी पुलिस की फजीहत कराने वाले सीओ करहल अशोक कुमार छुट्टी लेकर लखनऊ चले गए।

हमले के मामले में सीओ करहल की भी भूमिका संदिग्ध है पीड़ित पत्रकार ने सीओ पर भी गंभीर आरोप लगाये है। क्योंकि इससे पूर्व भी इसी हमलावर ने एक अन्य पत्रकार के ऊपर भी जानलेवा हमला किया था उस समय इस पत्रकार के साथ सैफई थाने का टॉप टेन अपराधी भी साथ में था जिसने पत्रकार की हत्या के लिए पांच लाख की सुपारी ली थी जिसमे सीओ ने पूर्व चेयरमैन के दबाब में एफआर लगा दी थी। अब इसी अपराधी ने दूसरी बार पुनः एक करहल के पत्रकार पर जानलेबा हमला व लूट कर ली। इस प्रकरण में कार्यवाही न होने पर मैनपुरी के तीन दर्जन पत्रकार धरने पर बैठ गए उक्त प्रकरण डीजीपी उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक आगरा, आईजी आगरा, ने संज्ञान लिया तो सीओ से जबाब तलब शुरू कर दिया। उच्चाधिकारियों का दबाव बढ़ने पर सीओ करहल एक समाजवादी पार्टी के एक नेता के आवास की चाबी लेकर लखनऊ पहुंच गए जानकारी मिली है कि सीओ सपा नेता के लखनऊ आवास पर रुके हैं। इस मामले में सीओ करहल के फोन पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन सीओ ने फोन नहीं उठाया।

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