October 30, 2025

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मथुरा26मई2023*आचमन योग्य बनाया जाएगा मानसीगंगा का जल, एसडीएम-ईओ ने नौका से किया निरिक्षण।

मथुरा26मई2023*आचमन योग्य बनाया जाएगा मानसीगंगा का जल, एसडीएम-ईओ ने नौका से किया निरिक्षण।

मथुरा26मई2023*आचमन योग्य बनाया जाएगा मानसीगंगा का जल, एसडीएम-ईओ ने नौका से किया निरिक्षण।

मथुरा से मुकेश धनगर की रिपोर्ट न्यूज़ यूपीआजतक।

गोवर्धन. मुड़िया पूर्णिमा मेला में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ेगा।अधिकतर श्रद्धालु सात कोसीय परिक्रमा लगाने के उपरांत तलहटी स्थित मानसीगंगा में स्नान कर धार्मिक यात्रा पूर्ण करते हैं। उपजिलाधिकारी कमलेश गोयल एवं अधिशासी अधिकारी अलोक वर्मा ने नौका में बैठकर मानसीगंगा का निरिक्षण किया. मानसी गंगा के चारों तरफ आवश्यक फव्वारे लगाने और जल को आचमन योग्य बनाने पर चर्चा हुई है

मान्यता है की मोक्षदायिनी भागीरथी गंगा को भगवान श्रीकृष्ण ने यहां मन से उत्पन्न किया, जिससे गंगा को यहां मानसी गंगा के नाम से जाना जाने लगा। गोवर्धन में गिरिराज जी की परिक्रमा लगाकर श्रद्धालु मानसी गंगा में स्नान कर धार्मिक यात्रा पूर्ण करते हैं। भगवान श्रीकृष्ण के मन से उत्पन्न मानसी गंगा को समस्त पापों का नाश कर मोक्ष दायिनी बताया जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार श्रीकृष्ण ने गोपियों के कहने पर वृष हत्या के पाप से मुक्त होने के लिए अपने मन से इसे प्रकट किया। इसलिए इसका नाम मानसी गंगा पड़ा तथा इसमें स्नान कर पाप मुक्त हुए। वहीं एक बार श्री नंदबाबा, यशोदा मैया सभी ब्रजवासियों सहित चार धाम की तीर्थ यात्रा पर जा रहे थे। रात्रि को इन्होंने गोवर्धन में विश्राम किया। कृष्ण ने सोचा सारे तीर्थ ब्रज में विद्यमान होने चाहिए। उन्होंने गंगा सहित चारों तीर्थ ब्रज मंडल में प्रकट किए।

उपजिलाधिकारी कमलेश गोयल ने बताया की आगामी मुड़िया पूर्णिमा मेला में श्रद्धालुओं को शुद्ध जल से स्नान कराने उद्देश्य से मानसी गंगा का निरीक्षण किया गया सुरक्षा व्यवस्था और मानसी गंगा के चारों तरफ आवश्यक फव्वारे लगावाने पर चर्चा हुई है.

 

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