औरैया27नवम्बर2022*डीएपी खाद में खुलेआम रिश्वतखोरी का वीडियो वायरल।
*डीएपी की बोरी में खुलेआम हो रहा गोरखधंधा*
*शासन-प्रशासन के नियमों की खुलेआम उड़ाई जा रही है धज्जियां*
*1500 रुपए लेकर खुलेआम बेची जा रही हैं डीएपी की बोरिया*
*औरैया।* इस समय किसानों को गेहूं बोने के लिए डीएपी एवं यूरिया खाद की अति आवश्यकता है, लेकिन डीएपी खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसी कारण से किसान डीएपी खाद के लिए इधर-उधर संघ एवं समितियों पर भटकने को मजबूर हो रहे हैं। जबकि कंचौसी वान बाजार में स्थित समिति पर डीएपी खाद देने के नाम पर किसानों को गुमराह किया जा रहा है तथा गोरखधंधा के तहत अधिक दाम वसूल कर डीएपी खाद उपलब्ध कराई जा रही है। इसका विरोध करने पर किसानों को संघ संचालक द्वारा धमकियां भी दी जा रही हैं। इस आशय का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें रिश्वतखोरी को धड़ल्ले से देखा जा सकता है। किसानों ने इस गोरखधंधे पर रोक लगाने एवं संबंधित के खिलाफ कार्रवाई किए जाने के लिए अपनी आवाज उठाई है। जिससे किसानों का शोषण नहीं हो सके। बान बाजार में सांसद के अलावा अन्य भाजपा नेताओं के पैतृक आवास भी हैं। इसके बावजूद उनकी नाक के नीचे यह गोरखधंधा बखूबी फल-फूल रहा है, जिस पर अंकुश नहीं लग रहा है।
कंचौसी के बान बाजार कानपुर देहात क्षेत्र में जो पैसे ले रहा है ये सर्वेश कुमार सचिव है। समिति बान बाजार कंचौसी कानपुर देहात क्षेत्र जहां पर कानपुर देहात अध्यक्ष, जिला पंचायत व अकबरपुर सांसद के पैतृक निवास स्थान है। उनके नाक के नीचे कर्मचारियों के हौसले बुलंद हैं। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। जहां प्रशासन द्वारा निर्धारित मूल्य डीएपी 1350 की है, वही सचिव सर्वेश कुमार व उसके बेटे छोटू द्वारा निर्धारित मूल्य से 150 रुपए अधिक लिए जा रहे हैं। किसानों से कहा जाता है कि आप खतौनी दे तो आपको डीएपी मिलेगी। परन्तु ब्लेक में बिना खतौनी बिना आधार कार्ड के 1500 रुपए प्रति बोरी खुलेआम वसूल किये जा रहे है। उन्नतशील किसान धीरेंद्र कुमार गौर का कहना है कि उन्हें खुद 1500 रुपए की बोरी दी है। जो इस वीडियो के माध्यम से आप समझ सकते हैं। इसी प्रकार से कई किसानों से भ्रष्टाचार करते हुए धन उगाही की जा रही है। जो शासन और प्रशासन के नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ा रहा है। वही समिति पर गोरख धंधा तेजी से चल रहा है। जिस पर किसानों के हित में रोक लगाई जाने एवं संबंधित के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की महती आवश्यकता है। अन्यथा किसान शोषण का शिकार होते ही रहेंगे। इस संबंध में जब मोबाइल नंबर 81 2652 11 85 पर देवेंद्र कुमार शुक्ला आर्किक/ विक्रेता से दूरभाष के माध्यम से बात करनी चाही तो मोबाइल उनके पुत्र ने उठाया और कहा कि मैं शुक्ला जी का पुत्र बोल रहा हूंँ, कहा कि 1360 रुपए की बोरी है। नैनो का अतिरिक्त चार्ज किया जा रहा है। यह सांसद जी का क्षेत्र है। हमारे यहां गलत काम नहीं होता है। इसके बाद जब मोबाइल नंबर 8726 8181 09 पर संपर्क किया तो उपरोक्त देवेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि वह कल समिति पर मौजूद थे, खतौनी, इंतखाब आदि कागजाद लेकर एक कोठरी में बैठकर काम करते रहे और बाहर के माहौल को उन्होंने नहीं समझा। बताया कि सर्वेश कुमार प्रजापति प्रभारी सचिव हैं। वह स्वयं परेशान रहते हैं। साथ ही कल प्रभारी सचिव पूरे दिन शराब के नशे में रहे हैं। श्री शुक्ला द्वारा सचिव सर्वेश कुमार का मोबाइल नंबर 8726 5211 85 बताया गया। जिस पर दूरभाष के माध्यम से संपर्क किया तो मोबाइल में इनकमिंग कॉल की सुविधा नहीं थी। इस कारण सचिव से वार्ता नहीं हो सकी।
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