July 5, 2025

UPAAJTAK

TEZ KHABAR, AAP KI KHABAR

झांसी 27 सितंबर* बीमारी के लक्षण दिखाई देने से गांव के अन्य पशुपालकों में हड़कंप

झांसी 27 सितंबर* बीमारी के लक्षण दिखाई देने से गांव के अन्य पशुपालकों में हड़कंप

झांसी 27 सितंबर* बीमारी के लक्षण दिखाई देने से गांव के अन्य पशुपालकों में हड़कंप मच गया।

जिसकी सूचना ग्राम के वैक्सीनेटर एवं पशुपालक द्वारा राजकीय पशुचिकित्सालय मऊरानीपुर में दी गई। मौके पर पहुंची टीम ने गाय का उपचार कर उसे गांव के बाहर एकांत खेत में बांधा दिया गया है। पशु चिकित्साधिकारी का कहना है कि पालतू दुधारू गाय में किसी भी प्रकार के लंबी जैसे रोग के लक्षण नही पाए गए है। तथा बरसात के चलते बड़ी मक्खी के काटने पर पशु बीमार हो जाते है जिससे अन्य पशुपालकों को घबराना नही है। राजकीय पशु चिकित्सालय मऊरानीपुर के अंतर्गत आने वाले ग्राम धायपुरा निवासी वैक्सीनेटर रोहित रावत एवं पशुपालक जगपाल सिंह यादव ने संयुक्त रूप से पशुचिकित्साधिकारी डॉ हरीओम सिंह राजपूत को सूचना देते हुए बताया गया कि फालतू गाय में दूधारू गाय में लंपी रोग के जैसे लक्षण लग रहे है। जिससे पशु चिकित्साधिकारी ने मामले गंभीरता से लेते हुए धायपुरा ग्राम में मंगलवार को पशुचिकित्सक एवं गांव के वैक्सीनेटर को मौके पर भेजकर गाय का चिकित्सकीय परीक्षण कराया। जिससे गाय को एहतियात के तौर पर अन्य जानवरों से अलग एकांत में बांधने की हिदायत पशुपालक को दी गई। इस संबंध में राजकीय पशुचिकित्साधिकारी मऊरानीपुर हरीओम सिंह का कहना है कि गाय में लंपी रोग जैसे कोई भी लक्षण दिखाई नही दे रहे है। तथा गांव के प्रत्येक जानवरों का टीकाकरण किया जा चुका है वर्तमान में बरसाती मौसम के चलते बड़े मच्छरों के काटने से जानवरों में इस तरह के लक्षण दिखाई देते है जिसमें से एक डांस मच्छर होता है जो जानवरों को वारिस में काटता है। जिससे इस तरह के चिन्ह जानवरों के अंगों में उभर आते है। मौके पर पहुंची चिकित्सकों की टीम द्वारा गाय का इलाज किया जा रहा है। साथ ही पशुपालक को अन्य जानवरों से अलग एकांत में गाय को बांधकर उसका परीक्षण कराये जाने की सलाह दी गई है और कहां गया कि गाय का दूध निकाल कर एवं गोबर को एक गड्ढे में अलग डालकर दफनाया दिया जाय। इस बारे में वैक्सीनेटर रोहित रावत का कहना है कि जब गाय का वैक्सीनेशन दो दिन पूर्व किया गया तो इस तरह के लक्षण दिखाई देने पर संबंधित विभाग को सूचना दी गई जिससे टीम द्वारा गाय का इलाज किया। वही पशुपालन जगपाल का कहना है कि पशुचिकित्सकों की टीम द्वारा गाय का इलाज किया जा रहा है तथा उसे गांव से 2 किलोमीटर दूर खेत पर एकांत में बांधकर उसकी देखभाल की जा रही है।

झांसी से सुरेन्द्र द्विवेदी की रिपोर्ट यूपी आजतक।

Copyright © All rights reserved. | Newsever by AF themes.