July 8, 2025

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कानपुर12सितम्बर*लावारिस महिला वह दो बच्चियां थाना पनकी पुलिस के लिए बनी सर दर्द*

कानपुर12सितम्बर*लावारिस महिला वह दो बच्चियां थाना पनकी पुलिस के लिए बनी सर दर्द*

कानपुर12सितम्बर*लावारिस महिला वह दो बच्चियां थाना पनकी पुलिस के लिए बनी सर दर्द*

कमिश्नरेट कानपुर नगर थाना पनकी क्षेत्र इंडस्ट्रियल एरिया चौकी अंतर्गत एक लावारिस महिला जो अपना नाम मैना बता रही है वह अपनी दो बेटियां सुहानी उम्र लगभग 3 वर्ष काजल उम्र लगभग 2 वर्ष के साथ खुले आसमान वह खुली जगह पर टहल रही थी जिसमें क्षेत्र के लोगों द्वारा उसकी पहचान की गई तो पता चला यह क्षेत्र में लगभग 4 दिन पूर्व से भटक रही है इसका कोई घर आशियाना नहीं है इसकी जिंदगी केवल एक बोरी में भरे सामान से ही जीवन काट रही है लोगों के द्वारा इसे बच्चियों को खाना पानी आज देकर इसका जीवन गुजर बसर हो रहा था की एक संभ्रांत व्यक्ति के इच्छा हुई कि इसे सही स्थान तक पहुंचाने का कार्य किया जाए जिससे उसके द्वारा कंट्रोल रूम संख्या 112 पर सूचना देकर पुलिस को अवगत कराया पीआरवी नंबर 439 द्वारा इसे लाकर थाना पनकी में सुपुर्द किया गया तब से आज तक लगभग 4 दिन हो चुके उसे किसी प्रकार की स्थाई समस्या का समाधान नहीं हो सका है थाना पुलिस द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है क्षेत्र में उसकी पहचान कराई जा रही है परंतु फिर भी उसकी कोई शिनाख्त करने वाला नहीं मिल सका है पन की पुलिस के लिए बनी सर दर्द महिला उसे कहां रखा जाए और किस तरह से रखा जाए यह सवाल बना हुआ है उच्चाधिकारियों की अनदेखी के कारण थाना पनकी पुलिस द्वारा उसे थाने में रखने को मजबूर हो रही है लोगों के द्वारा देखने पर उसे खाना खिलाने वह बच्चियों को कुछ पौष्टिक आहार देकर दिन की भूख मिटाने के लिए आगे आकर काम किया जाता है परंतु सोचना यह है कि 4 दिन से थाना पनकी मेंअज्ञात महिला बच्चियां लोगों की चर्चा का विषय बना हुआ है उसके द्वारा कभी मंगल महोत्सव बुढ़वा मंगल पनकी मंदिर की बात कही जाती है तो कभी सब्जी मंडी या अन्य बात कहकर अपने को इशारों के माध्यम से इंगित करती है परंतु पुलिस इसके लिए कोई ठोस निर्णय लेने में सक्षम नहीं हो रही है अब देखना यह है कि इस महिला जो अब बच्चियों को कहां स्थान सुरक्षित मिल सकेगा कारण यह है नारी निकेतन वमहिला आश्रम से संपर्क किया गया उनके द्वारा उसे लेने से साफ इनकार कर दिया गया ऐसी स्थिति में शासन की मंशा के अनुसार महिलाओं के मामले में उसे किस प्रकार की सुरक्षा मुहैया हो सकती है जिससे बच्चियों का जीवन सुरक्षित हो सके जबकि योगी सरकार द्वारा बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा प्रमुखता से लिया जा रहा है परंतु इन दोनों बेटियों के लिए यह नारा बिल्कुल ही झूठा साबित हो रहा है

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