लखनऊ16मई*समस्याओं का समाधान नही तो होगा जन आन्दोलन: रवीन्द्र गुप्ता
बेरोजगारी के संकट से जूझ रहे हैं रेलवे प्लेटफार्म पर काम करने वाले लाखों वेंडर्स परेशान
बड़ी कंपनियों और भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से वेंडरों को किया जा रहा है प्रताडि़त
लखनऊ। 14 मई आज अखिल भारतीय रेलवे खानपान लाइसेंसीज वेलफेयर एसोसियेशन की एक बैठक सम्पन्न हुई बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष रवीन्द्र गुप्ता ने की बैठक का आयोजन राष्ट्रीय सचिव श्री गोपाल कृष्ण जायसवाल द्वारा किया गया। मंच का संचालन श्री सुभाष सोनकर द्वारा किया गया।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में मजदूर किसान पंचायत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री ओंकार सिंह ने रेलवे खनपान लाइसेंसीज के लिए बनाई गई गलत नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें व्यापक सुधार की आवश्यकता है इसमें तुरन्त सुधार किया जाना चाहिए। उन्होने आश्वासन दिया कि रेलवे कि गलत नीतियों के विरूद्ध एसोसियेशन द्वारा चलाये जा रहे आन्दोलन का मजदूर किसान पंचायत पूरा सर्मथन करती है।
मीटिंग में उपस्थित सदस्यों को सम्बोधित करते हुए एसोसियेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवीन्द्र गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहाँ एक तरफ ”सबका साथ सबका विकास“ का नारा देकर देश की गरीबी दूर करने के प्रयास में जुटे हैं, वहीं दूसरी तरफ रेलवे के कुछ अधिकारियों के तुगलकी फरमानों के कारण रेलवे के सहारे जीवन-यापन कर रहे देश के लाखों गरीब परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट आ गया है।
रेलवे खान-पान वेंडरों की समस्याओं को लेकर लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे अखिल भारतीय रेलवे खानपान लाइसेंसीज वेलफेयर एसोसियेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवीन्द्र गुप्ता ने कहा कि यह मुद्दा हाल ही समाप्त हुए संसद के बजट सत्र में भी उठाया गया था, इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने बताया देश भर के रेलवे प्लेटफार्मों पर खाने-पीने का सामान बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाले लाखों वेंडर आज भुखमरी के कगार पर आ चुके हैं। पहले कोरोना के कारण रोजगार चैपट हुआ और अब रेलवे की नीतियों के कारण वे बदहाली का जीवन जीने को मजबूर हो रहे हैं।
रवींद्र गुप्ता ने बताया कि वेंडरों के पुराने लाइसेंसों के नवीनीकरण में बाधा पैदा की जा रही है। भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से नये नियम-कानूनों और फरमानों की आड़ में वेंडरों के रोजगार को छीनकर बड़ी फर्मों और कंपनियों को सौंपा जा रहा है। अगर किसी वेंडर के पास चार यूनिट है, तो उससे कहा जा रहा है कि तीन यूनिट छोड़ने पडेघ्ंगे। रेलवे वेंडर जो सामान खरीदता हैं, उस पर 18 प्रतिशत जीएसटी भरते हैं, रेलवे के आदेशानुसार वेंडर रेल यात्री से जीएसटी नहीं ले सकते हैं। इसके बावजूद रेलवे लाइसेंस फीस पर भी 18 प्रतिशत जीएसटी लेता है। इस प्रकार वेंडर 36 प्रतिशत जीएसटी भरने को मजबूर हैं, जो कि पूरी तरह गलत और अमानवीय है।
उन्होंने बताया कि वेंडरों को बेरोजगार करने के लिये रेलवे के भ्रष्ट अधिकारी हर तरफ से फंदा कस रहे हैं। हर साल लाइसेंस नवीनीकरण शुल्क में 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर दी जाती है, इसे बंद किया जाना चाहिये। लाइसेंस फीस पहले 12 प्रतिशत थी, अब इसमें 10 बिन्दुओं पर आधारित फार्मूला जोड़कर लाइसेंस फीस बढ़ा दी गई है, इसे समाप्त किया जाना चाहये।
उन्होंने कहा कि कोविड के कारण इन वेंडरों का रोजगार पूरी तरह बंद रहा। सरकार से हम लगातार मांग कर रहे है कि वेंडरों को कम से कम 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रति वेंडर दी जाये, लेकिन अभी सरकार द्वारा कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया है।
रवींद्र गुप्ता ने कहा कि लाइसेंस वेंडरों द्वारा उत्तराधिकारी नामित करने की पुरानी व्यवस्था बहाल की जानी चाहिये, क्योंकि नयी व्यवस्था के तहत उत्तराधिकारी को लाइसेंस देने में चार-पांच महीने/इससे भी अधिक का समय लगाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्लेटफॉर्मों पर यात्रियों को गर्मागर्म खान-पान मिले इसके लिए आवश्यक है कि रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार प्लेटफार्म पर कॉमर्शियल गैस सिलिंडरों के माध्यम से कुकिंग की अनुमति तुरन्त दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा पैक्ड एवं रेडीमेड खाद्य पदार्थों की दरें बढ़ायी जानी चाहिये, बाजार दर पर बिजली का बिल उपलब्ध कराई जाये, पीओएस तथा स्वाइप मशीन की अनिवार्यता को समाप्त किया जाना चाहिये और वेंडरों के स्टॉल्स का रिनोवेशन अनुमति दी जानी चाहिए।
उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि लाइसेंसीज की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान नहीं किया गया तो अखिल भारतीय रेलवे खानपान लाइसेंसीज वेलफेयर एसोसियेशन जनहित/लाइसेंसीज के हित में व्यापक जन आन्दोलन की शुरुआत करेगी।
आज की बैटक को मुख्य रूप से एसोसियेशन के पदाधिकारियों एवं विभिन्न स्टेशनो से आये सदस्यगणों सर्व श्री गोपाल कृष्णा जयसवाल, शिवनाथ राय, सुरेन्द्र राम, प्रवीन कुमार, दीपक कुमार, अनिल कुमार सिंह, शम्भू उरावँ, शिवबालक यादव, रमाशंकर गुप्ता, योगेन्द्र रजक, देवी प्रसाद, रवीन्द्र शुक्ला, कामता प्रसाद, गोपी चन्द्र गुप्ता, नितेश सिंह राजपूत, अभिषेक गुप्ता इत्यादि ने अपने-अपने बहुमूल्य विचार प्रकट किये।
 
 
 
 
 

 
                   
                   
                   
                  
More Stories
लखनऊ31अक्टूबर25*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर रात 10 बजे की बड़ी खबरें……………….*
प्रतापगढ़31अक्टूबर25* सपूत DIG राजीव पाण्डेय को ‘केंद्रीय गृहमंत्री दक्षता पदक’
लखनऊ31अक्टूबर25*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर शाम 7 बजे की बड़ी खबरें……………….*