भोपाल24सितम्बर25*मध्य प्रदेश बनेगा वेलनेस टूरिज्म हब, योग और आयुर्वेद केंद्र होंगे शुरू*
भोपाल। मध्य प्रदेश को वेलनेस टूरिज्म या स्वास्थ्य पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाने की कवायद तेज हुई है। राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित 10वें आयुर्वेद दिवस समारोह में आयुष और पर्यटन विभाग के बीच नया करार हुआ है। इसके तहत प्रदेश में 12 नये आयुष वेलनेस केंद्र खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि इन केंद्रों पर दुनिया भर के लोग आएंगे। योजना के तहत 50-50 बिस्तरों के दो आयुष अस्पताल उज्जैन और खजुराहो में खुलेंगे। वहीं 10 जिलों (पचमढ़ी, मंदसौर, आगर-मालवा, सागर, नर्मदापुरम, शहडोल, बालाघाट, मुरैना, झाबुआ और शुजालपुर) में 10-10 बिस्तरों वाले आयुष केंद्र खोले जाने हैं। ये वेलनेस सेंटर ऐसे पर्यटन स्थलों पर बनाए जा रहे हैं, जहां सबसे अधिक देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं। इन केंद्रों में एक छत के नीचे योग, ध्यान, पंचकर्म, प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेदिक, सिद्धा, यूनानी जैसी चिकित्सा पद्धतियों से इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। कोशिश है कि पर्यटक यहां आयुष चिकित्सा और वैकल्पिक चिकित्सा सुविधाओं का लाभ लेने भी पहुंचे। इस तरह के वेलनेस केंद्रों की वजह से केरल ने दुनिया भर में अलग पहचान बनाई है।
*आयुष चिकित्सकों को डीएसीपी की घोषणा-:*
मुख्यमंत्री ने आयुष चिकित्सकों के लिए डीएसीपी (डायनेमिक एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन) लागू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब आयुष विभाग के सभी चिकित्सा अधिकारियों को वरिष्ठ पदनाम देकर प्रथम श्रेणी का दर्जा दिया जाएगा।
डीएसीपी का मतलब है कि डॉक्टरों को उनके अनुभव और सेवा वर्षों के आधार पर निश्चित समय पर वेतन वृद्धि और पदोन्नति मिलेगी। इससे कुल 2698 अधिकारियों को लाभ मिलेगा, जिसमें 1453 आयुष चिकित्सा अधिकारी, 228 होम्योपैथी और 85 यूनानी चिकित्सक शामिल हैं। इसके लागू होने से चिकित्सकों को वेतन में 50 हजार से 65 हजार रुपये का फायदा होगा।
*सभी आयुर्वेद कॉलेजों में पीजी पाठ्यक्रम-:*
मुख्यमंत्री ने सभी आयुर्वेद कॉलेजों में स्नातकोत्तर (पीजी) की पढ़ाई शुरू करने की घोषणा की। इसके अलावा पीजी कर चुके मेडिकल अफसरों के स्टाइपेंड में तीन वेतनमान की वृद्धि करने की घोषणा की है। प्रदेश में सात सरकारी आयुर्वेद कॉलेज हैं, जिनमें से चार में ही पीजी की पढ़ाई होती है।
*समारोह में इन सुविधाओं की भी शुरुआत-:*
कारुण्य कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसमें कैंसर, पार्किंसंस और अल्जाइमर जैसी बीमारियों में आयुर्वेदिक उपचार से जीवन गुणवत्ता बेहतर बनाने पर फोकस होगा।
आयुष जन स्वास्थ्य कार्यक्रम को प्रदेश के 55 जिलों तक विस्तारित करने की औपचारिक शुरुआत हुई।
मुख्यमंत्री ने औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन 155258 शुरू की। यह हेल्पलाइन सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक उपलब्ध रहेगी।
हेल्पलाइन पर क्षेत्र के अनुसार उपयुक्त औषधीय पौधों की जानकारी, वैज्ञानिक तकनीक, जैविक पद्धतियां और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
More Stories
कुरुक्षेत्र27सितम्बर25*भारतीय किसान यूनियन घासीराम नैन का तीन दिवसीय राष्ट्रीय चिंतन शिविर कुरुक्षेत्र में।
मथुरा 27 सितंबर 2025*भाजपा महानगर द्वारा दिव्यांगजनों को 116 सहायक उपकरण वितरित*
लखनऊ27सितम्बर25*जब पुलिस का घर ही सुरक्षित नहीं है तो आम शहरी का क्या हाल होगा