July 23, 2025

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कानपुर देहात 21 जुलाई 2025*कानपुर देहात के ग्राम दुर्राजपुर मे स्कूल विलय को लेकर जनता का आक्रोश*

कानपुर देहात 21 जुलाई 2025*कानपुर देहात के ग्राम दुर्राजपुर मे स्कूल विलय को लेकर जनता का आक्रोश*

कानपुर देहात 21 जुलाई 2025*कानपुर देहात के ग्राम दुर्राजपुर मे स्कूल विलय को लेकर जनता का आक्रोश*

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने 50 से कम संख्या वाले प्राइमरी विद्यालयों को बंद करने के निर्देश दे दिए और उन विद्यालयों के अध्यापक और बच्चों को दूसरे विद्यालयों में शिफ्ट करने के निर्देश देकर चालू कर दिए वही बच्चों के परिजन सहित विद्यालय के अध्यापकों ने भी इसका विरोध किया और जगह-जगह के विरोध प्रदर्शन देखने को मिले यहां तक की अध्यापकों द्वारा हाईकोर्ट में इसके खिलाफ याचका विद्यार्थी गई जिसमें हाई कोर्ट द्वारा अध्यापकों की आज का को खारिज करते हुए सरकार को बड़ी राहत दी गई थी वहीं अब इस विद्यालय के विलय कारण को लेकर जगह विरोध देखने को मिल रहा है ऐसा ही विरोध प्रदर्शन जनपद कानपुर देहात के तहसील सिकंदरा के दुजापुर गांव में आज देखने को मिला जहां पर बच्चों के साथ उनके अभिभावकों ने मुख्य रोड को जमकर अपनी मांग को सरकार तक पहुंचाने का काम किया अभिभावकों का आरोप लगाते हुए बताया कि उनके गांव के विद्यालय को बंद कर दिया गया और गांव से 3 किलोमीटर दूर रतापुर गांव में विद्यालय को मर्ज कर दिया गया है जिस कारण से विद्यालय जाने वाले बच्चे दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं क्योंकि इस रोड पर हैवी वहां चलते हैं एक बच्ची का तो दुर्घटना में हाथ टूट गया और एक बच्चे के पैर में चोट लग गई। अभिभावकों ने मांग की है कि शराब ठेके बंद करो और विद्यालय चालू करो जिस कारण से हमारे बच्चे पड़कर अपना भविष्य सुधर सके कहीं ना कहीं देखने की बात सामने आती है कि आखिरकार प्राइवेट शिक्षा नीति सरकारी शिक्षा नीति पर भारी पड़ रही है जिस कारण से हर साल सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या कम हो रही है और वही गांव से दूर कस्बा में खुले हुए प्राइवेट विद्यालयों में बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है जबकि सरकार सरकारी स्कूलों में बच्चों को मुफ्त किताबें बच्चों के पहनने के लिए ड्रेस खेलकूद के समान और यहां तक की बच्चों को मिड डे मील के तहत खाना भी दिया जा रहा है और विद्यालय में योग अनुभवी डिग्री होल्डर अध्यापकों से शिक्षक कार्य कराया जा रहा है वहीं प्राइवेट स्कूलों में ठीक इसके विपरीत परिस्थितियों हैं जो कि आप साफ तौर से समझ सकते हैं।

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