कानपुर देहात01जून25*यूपीआजतक न्यूज़ चैनल पर कानपुर देहात की कुछ महत्वपूर्ण खबरें
*पुलिस अधीक्षक महोदय जनपद कानपुर देहात द्वारा जनपद में कानून व्यवस्था को सुदृढ बनाये रखने हेतु निम्नांकित निरीक्षक/उपनिरीक्षकगण ना0पु0 को जनहित में तत्काल प्रभाव से उनके नाम के सम्मुख अंकित स्थान पर स्थानान्तरित किया गया है।*
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *जनपद कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा ने जनपद की नागरिक पुलिस में चला दी तबादला एक्सप्रेस*
*पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा ने जनपद तीन नागरिक पुलिस के आठ निरीक्षकों एवं दो उप निरीक्षकों के कार्य क्षेत्र में की है तब्दीली*
*थाना प्रभारी रनिया मुकेश कुमार सोलंकी को मिला थाना शिवली का प्रभार वही अभी तक मंगलपुर थाने के प्रभारी रहे संजय कुमार गुप्ता को मिला थाना रनिया का प्रभार*
*अकबरपुर तथा डेरापुर क्षेत्र में अपनी तैनाती के दौरान सफल पारी खेलने वाले चौकी प्रभारी मुंगीसापुर उप निरीक्षक राहुल कुमार को मिला थाना अमराहट का प्रभार*
*बैनर न्यूज़ ब्यूरो ओउम जी पाठक “अकिंचन”*
कानपुर देहात,,,, शनिवार की देर रात्रि पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा ने जनपद की नागरिक पुलिस के आठ निरीक्षकों एवं दो उप निरीक्षकों के कार्य क्षेत्र में तब्दीली कर दी है,,,
पुलिस कार्यालय से जारी गस्ती के आधार पर पुलिस अधीक्षक ने निरीक्षक अमरेंद्र बहादुर सिंह को प्रभारी स्पेशल टीम से थाना प्रभारी भोगनीपुर, निरीक्षक अंजन कुमार सिंह को प्रभारी निरीक्षक थाना भोगनीपुर से प्रभारी थाना एएचटी, निरीक्षक मुकेश कुमार सोलंकी को प्रभारी निरीक्षक रनिया से प्रभारी निरीक्षक शिवली, निरीक्षक हरमीत सिंह को प्रभारी निरीक्षक शिवली से प्रभारी निरीक्षक रसूलाबाद, निरीक्षक दिलीप कुमार बिंद को प्रभारी निरीक्षक डेरापुर से प्रभारी निरीक्षक मंगलपुर, प्रभारी निरीक्षक मंगलपुर संजय कुमार गुप्ता को प्रभारी निरीक्षक थाना रनिया, प्रभारी निरीक्षक अमराहट सुरजीत सिंह को प्रभारी प्रभारी निरीक्षक थाना साइबर क्राइम, निरीक्षक अब्दुल कलाम को प्रभारी निरीक्षक थाना साइबर क्राइम से थाना साइबर क्राइम, उपनिषद दिनेश गौतम को प्रभारी थाना एएचटी से थाना एएचटी , उपनिरीक्षक राहुल कुमार को चौकी प्रभारी मुंगीसापुर थाना डेरापुर से थाना अध्यक्ष अमराहट के लिए स्थानांतरित किया है,,,
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *महारानी अहिल्याबाई होलकर के आदर्शों पर चलकर समाज की सभी वर्गों को एक सूत्र में बांधने का कर सकते हैं काम*,,,, *कैबिनेट मंत्री राकेश सचान*
*महारानी अहिल्याबाई होल्कर की 300 वी जयंती वर्ष स्मृति अभियान के अंतर्गत ऑनलाइन कराई गई परीक्षा में 8 से 15 वर्ष के आयु वर्ग के आनंद सिंह ने प्रथम, साक्षी यादव ने द्वितीय तथा लक्ष्मी ने तृतीय स्थान हासिल किया*
*16 से 25 वर्ग की परीक्षा में इस्बा फातिमा ने प्रथम, एवं आशीष तोमर ने दूसरा स्थान प्राप्त किया सभी विजेताओं को कैबिनेट मंत्री राकेश सचान भाजपा की जिला अध्यक्ष रेणुका सचान एवं एमएलसी अविनाश सिंह चौहान ने संयुक्त रूप से नगद पुरस्कार एवं मैडल देकर किया प्रोत्साहित*
*बैनर न्यूज़ ब्यूरो ओउम जी पाठक “अकिंचन”*
. कानपुर देहात …भाजपा द्वारा रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती वर्ष स्मृति अभियान के अंतर्गत संपन्न कराई गई ऑनलाइन परीक्षा मे 8 से 15 वर्ष की आयु वर्ग में तीन छात्रों ने स्थान पाया है… भाजपा पार्टी कार्यालय माती में उपरोक्त ऑनलाइन परीक्षा के घोषित परिणाम में प्रथम स्थान आनंद सिंह, द्वितीय स्थान साक्षी यादव, तीसरा स्थान लक्ष्मी ने प्राप्त किया है ,,,आयु 16 से 25 वर्ग की परीक्षा में इस्बा फातिमा प्रथम एवं आशीष तोमर ने दूसरा स्थान इस आयु वर्ग में प्राप्त किया है,,, उत्तर प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, भाजपा की जिलाअध्यक्ष रेणुका सचान ,एमएलसी अविनाश सिंह चौहान द्वारा उपरोक्त होनहार विद्यार्थियों को रानी अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी के अवसर पर नगद पुरस्कार एवं मैडल प्रदान किये गए, इस दौरान उत्तर प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय जनता पार्टी का मुख्य प्रादुर्भाव देश को समृद्ध बनाने एवं अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति का विकास करना है रानी अहिल्याबाई होलकर जिन्होंने अपना सारा जीवन एवं अपना निजी धन समाज की सेवा में समर्पित किया हम रानी अहिल्याबाई के आदर्श पर चलकर समाज के सभी वर्गों को एक सूत्र में बांधने का काम कर सकते हैं अहिल्याबाई ने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर भारत-भर के प्रसिद्ध तीर्थों और स्थानों में मन्दिर बनवाए, घाट बँधवाए, कुओं और बावड़ियों का निर्माण किया, मार्ग बनवाए-काशी विश्वनाथ में शिवलिंग को स्थापित किया, भूखों के लिए अन्नसत्र (अन्न क्षेत्र) खोले, प्यासों के लिए प्याऊ बिठलाईं, मन्दिरों में विद्वानों की नियुक्ति की समाज में महिलाओं को बराबरी का दर्जा देने के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की,,, भाजपा की जिलाअध्यक्ष रेणुकासचान ने इस मौके पर अपने संबोधन के दौरान कहा कि महान शासक, समाज सुधारक और धर्मनिष्ठ रानी अहिल्याबाई होल्कर उपलब्धियां भारतीय इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित हैं। मालवा साम्राज्य की रानी के रूप में, उन्होंने अपने कुशल शासन, समाज कल्याण और धार्मिक कार्यों के माध्यम से एक अमिट छाप छोड़ी। इस दौरान पूर्व जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह चौहान, मदन पांडेय, बबलू शुक्ला ,राम जी गुप्ता, बबलू कटियार,राम प्रकाश कुशवाहा ,राम जी मिश्रा ,सौरभ मिश्रा , राकेश तिवारी ,शिव विलास मिश्रा ,अनिरुद्ध सिंह, विकास मिश्रा जिला मीडिया प्रभारी के अलावा भारी संख्या में भाजपाई उपस्थित रहे,,
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *अपहरण में दोषी को सात साल का कारावास*
*माननीय न्यायालय ने उपरोक्त मामले के दोषी को 50000 रुपए के अर्थ दंड से भी किया है दंडित*
*अर्थ दंड की 80% धनराशि वादिनी मुकदमा को दिए जाने एवं अर्थ दंड की धनराशि अदा न करने पर उपरोक्त मामले के दोषी को 6 माह के अतिरिक्त कारावास काटने के माननीय न्यायालय ने दिए हैं आदेश*
*इस मुकदमा कि माननीय अपर जिला जज- पंचम सुश्री पूनम सिंह की अदालत में चल रही थी सुनवाई*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात।अकबरपुर क्षेत्र के नसरतपुर बारा गांव में करीब पांच साल पहले युवक के अपहरण मामले में शुक्रवार को दोषी ठहराए गए अभियुक्त को अपर जिला जज पंचम की अदालत ने शनिवार को सजा के बिंदु पर सुनवाई करने के बाद उसे सात साल के कारावास की सजा सुनाई इसके साथ ही उसपर पचास हजार रूपए अर्थदंड भी लगाया है।
विशेष लोक अभियोजक राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि अकबरपुर क्षेत्र के नसरतपुर बारा गांव निवासी बंटे उर्फ गोपालकृष्ण को 6 अक्टूबर 2020 को उसका साथी मुकेश सिंह अपने साथ ले गया था। इसके बाद उसके घर वापस नहीं लौटने पर परिजनों ने उसकी काफी तलाश की लेकिन उसका पता नहीं चला इसपर बंटे उर्फ गोपालकृष्ण की मां रामप्यारी ने गांव के मुकेश सिंह व अंकुर के खिलाफ पुत्र का अपहरण कर हत्या कर करने का आरोप लगा मुकदमा दर्ज कराया था।मामले में पुलिस की पूछताछ में मुकेश सिंह ने अपने साथियों अंकुर व विकास सिंह के साथ मिलकर बंटे उर्फ गोपालकृष्ण की रस्सी से गला दबाकर उसकी हत्या कर शव सेंगुर नदी में फेंकने की बात कही इसपर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था वहीं गोताखोरों से नदी में शव की तलाश की, शव बरामद न होने पर पुलिस ने विवेचना पूरी करते हुए तीनों आरोपियों के खिलाफ अपहरण व हत्या कर साक्ष्य छिपाने के अपराध में आरोपपत्र अदालत में पेश किए थे।मामले की सुनवाई माननीय अपर जिला जज- पंचम सुश्री पूनम सिंह की अदालत में चल रही थी।शुक्रवार को अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए आरोपी मुकेश सिंह को अपहरण का दोषी ठहराया था जबकि अन्य दोनों आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त कर दिया था।शनिवार को अदालत ने सजा के बिंदु पर सुनवाई करते हुए दोषी मुकेश सिंह को सात साल के कारावास की सजा सुनाई इसके साथ ही उसपर पचास हजार रुपए अर्थदंड भी लगाया वहीं अर्थदंड की 80 प्रतिशत राशि वादिंनी मुकदमा को दिए जाने व अर्थदंड अदा न करने पर छह माह का अतरिक्त कारावास काटने के आदेश दिए हैं।
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *अपनी समस्याओं को लेकर एमएलसी से मिले शिक्षक*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात। अपनी समस्याओं को लेकर शिक्षकों ने शनिवार को शिक्षक एमएलसी अरुण पाठक से साकेत नगर स्थित उनके कार्यालय पर आत्मीय मुलाकात की। शिक्षकों ने विधायक के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा। जिस पर उन्होंने शीघ्र समाधान कराने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर शिक्षक हितैसी अरविंद सिंह सेंगर ने अरुण पाठक को वार्षिक पत्रिका ‘शिक्षा सेतु’ भेंट की। शिक्षक एमएलसी ने वार्षिक पत्रिका शिक्षा सेतु के सफल क्रियान्वयन के लिए अरविंद सिंह सेंगर व उनकी सहयोगी टीम के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर मनोरंजन दीक्षित, अजय प्रताप सिंह, आदेश अवस्थी, दिनेश सिंह एवं अन्य शिक्षक मौजूद रहे।
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *सात साल से कर रहे इंतजार, नई भर्ती कब आएगी सरकार*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात। परिषदीय स्कूलों में सात साल से शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे बेरोजगारों का सब्र अब जवाब दे गया है। डीएलएड और टीईटी/सीटीईटी पास युवाओं ने उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के बाहर बेमियादी धरना शुरू कर दिया है। उनकी एक ही मांग है कि सरकार प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करे। डीएलएड करने वाले 8 लाख से अधिक बेरोजगार दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हैं। उत्तर प्रदेश में भर्ती नहीं आने के कारण पड़ोसी राज्यों बिहार, मध्य प्रदेश, दिल्ली आदि की भर्ती में जाने को विवश हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में चार सालों से शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं कराई जा सकी है। शिक्षक भर्ती परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के 1.20 लाख से अधिक पद खाली होने के बावजूद बेसिक शिक्षा मंत्री ने फरवरी में विधानसभा सत्र के दौरान नई भर्ती शुरू करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि शिक्षक-छात्र अनुपात पूरा है। यही कारण है कि परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापक भर्ती में रिक्त 27713 पदों पर भर्ती शुरू नहीं हो सकी है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने अगस्त 2024 में बेसिक शिक्षा विभाग को दो महीने में 27713 पदों पर नए सिरे से भर्ती शुरू करने के आदेश दिए थे हालांकि स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात मानक के अनुसार बताते हुए बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों ने भर्ती के लिए शिक्षा सेवा चयन आयोग को रिक्त पदों की सूचना ही नहीं भेजी। नवगठित आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय ने दो बार सभी अफसरों के साथ बैठक कर रिक्त पदों का ब्योरा मांगा लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से रिक्त पदों की कोई जानकारी नहीं दी गई। आखिरकार भर्ती ही नहीं करनी है तो डीएलएड प्रशिक्षण बंद क्यों नहीं करते हैं।
प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के 79296 पद रिक्त-
परिषदीय स्कूलों में सीधी भर्ती प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद पर होती है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापकों के स्वीकृत कुल 417886 पदों के सापेक्ष 79296 रिक्त हैं। इनमें 57405 पद सीधी भर्ती के और 21891 पद पदोन्नति के हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्वीकृत 162198 पदों के सापेक्ष 41338 पद रिक्त हैं और ये सभी पद पदोन्नति के हैं। प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापक 338590 एवं छात्र नामांकन 10493389 के सापेक्ष छात्र-शिक्षक अनुपात 30:1 एवं 143450 शिक्षामित्र को जोड़ने पर छात्र-शिक्षक अनुपात 22:1 है जो मानक के अनुसार पूर्ण है। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापक 120860 एवं छात्र नामांकन 4314803 के सापेक्ष छात्र-शिक्षक अनुपात 35:1 है। इसमें 25223 अनुदेशकों की संख्या शामिल कर ली जाए तो छात्र:शिक्षक अनुपात 29:1 है जो मानक के अनुसार पूर्ण है।
यूपी में चार साल से नहीं हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा-
युवाओं का कहना है कि शिक्षक भर्ती को लेकर सरकार की उदासीनता का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि उत्तर प्रदेश में चार सालों से शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं कराई जा सकी है। नवंबर 2021 में पेपर लीक के कारण उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) 2021 दोबारा 23 जनवरी 2022 को कराई जा सकी थी। प्राथमिक स्तर की टीईटी के लिए पंजीकृत 1291628 अभ्यर्थियों में से 1147090 परीक्षा में सम्मिलित हुए और उनमें से 443598 (38.67 प्रतिशत) पास थे। उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी के लिए पंजीकृत 873553 अभ्यर्थियों में से 765921 परीक्षा में सम्मिलित हुए। इनमें से 216994 (28.33 प्रतिशत) पास हुए थे। इसका परिणाम आठ अप्रैल 2022 को घोषित किया गया था। जिसमें 660592 अभ्यर्थी पास हुए थे। इन अभ्यर्थियों को शिक्षक भर्ती का मौका नहीं मिला और इनके प्रमाणपत्र भी धूल फांक रहे हैं। उधर नवगठित आयोग को टीईटी कराने की जिम्मेदारी मिली है लेकिन परीक्षा के कोई आसार नजर नहीं आ रहे।
2018 के बाद से परिषदीय प्राथमिक स्कूल में नहीं आई शिक्षक भर्ती-
अभ्यर्थियों का कहना है कि शिक्षकों के 1.20 लाख पद खाली हैं फिर भी भर्ती का विज्ञापन नहीं निकाला जा रहा है। प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में 51112 पदों के रिक्त होने का हलफनाफा लगाया था। डीएलएड 2017, 18 व 19 बैच के लगभग पांच लाख योग्य अभ्यर्थियों को एक बार भी शिक्षक भर्ती का मौका नहीं मिला। हर साल 10 से 15 हजार परिषदीय शिक्षक सेवानिवृत्त हो जाते हैं। इस हिसाब से सात साल में 70 हजार से अधिक पद खाली हो चुके हैं लेकिन भर्ती का पता नहीं है लगता है सरकार सरकारी स्कूलों को बंद करने की योजना बना रही है।
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *एआई, कोडिंग से लेकर साइबर क्राइम तक सीखेंगे परिषदीय स्कूलों के बच्चे*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए अच्छी खबर है। अब कक्षा 6 से 8 तक के बच्चे किताबी ज्ञान के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कोडिंग, स्क्रैच, कंप्यूटेशनल थिंकिंग समेत अन्य जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए शासन की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रवक्ताओं को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। एनईपी 2020 के तहत प्रारंभिक शिक्षा में एआई और अन्य विषयों जैसे कोडिंग, वित्तीय साक्षरता और डेटा विज्ञान को सम्मिलित किया गया है। इसके अतिरिक्त कक्षा छह के छात्रों को उचित चिकित्सा भंडारण के बारे में पढ़ाया जाएगा जबकि कक्षा आठ के छात्र डेटा विज्ञान के बारे में सीखेंगे। सरकार की तरफ से डिजिटल शिक्षा और ऑनलाइन शिक्षा को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। बच्चे भी मोबाइल के जरिए पढ़ाई को पसंद कर रहे हैं लेकिन अब परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को कोडिंग सिखाने की कवायद तेज हो गई है। छात्रों के बीच कौशल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एआई को शामिल किया गया है। माइक्रोसॉफ्ट छात्रों के लिए एआई और कोडिंग में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोडिंग पाठ्यक्रम की रचना करेगा। कोडिंग और एआई में युवा व्यक्तियों को शिक्षित करना रचनात्मकता को बढ़ावा देगा, समस्या सुलझाने की क्षमताओं को विकसित करेगा और उन्हें भविष्य के करियर के लिए तैयार करेगा।
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *पुलिस अधीक्षक के प्रयासों से वृद्ध महिला की समस्या का त्वरित हुआ निस्तारण*
*पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा के निर्देशन पर क्षेत्राधिकारी एवं थाना प्रभारी डेरापुर ने तत्काल मौके पर पहुंचकर वृद्ध महिला के मामले की जानकारी करते हुए विधिक कार्यवाही करनी शुरू कर दी*
*वृद्ध महिला ने पुलिस की प्रशंसा करते हुए पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा को उनके मानवीयता भरे व्यवहार के लिए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया है*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात … शनिवार को पुलिस अधीक्षक जनपद कानपुर देहात अरविंद मिश्रा के द्वारा अपने कार्यालय में बैठकर की जा रही जनसुनवाई के दौरान आईं एक वृद्ध महिला की समस्या को सुन करके उपरोक्त वृद्ध महिला की समस्या का त्वरित कार्यवाही करके निस्तारण करने के लिए सर्व संबंधित को आदेश दिए गए,,,, पुलिस अधीक्षक के उपरोक्त मानवीयता भरे हुए व्यवहार की पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में मौजूद फरियादियों के बीच जमकर प्रशंसा हुई ,,,
मालूम हो कि पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात अरविन्द मिश्र द्वारा शनिवार को अपने कार्यालय में बैठकर की जा रही जनसुनवाई के दौरान एक वृद्ध महिला श्रीमती शान्ती देवी पत्नी स्व0 राधेश्याम तिवारी निवासिनी ग्राम सलेमपुर थाना डेरापुर जनपद कानपुर देहात अपनी शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय कानपुर देहात आईं, जहाँ पर पुलिस अधीक्षक द्वारा उनके प्रकरण पर तुरंत संज्ञान लेते हुए क्षेत्राधिकारी डेरापुर तथा प्रभारी निरीक्षक डेरापुर को निर्देशित किया गया कि आवेदिका के साथ मौके पर जाकर प्रकरण की विस्तृत जानकारी कर उनकी समस्या का समाधान करें। इस पर पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर प्रकरण की विस्तृत जानकारी करते हुए नियमानुसार विधिक कार्यवाही की जा रही है। आवेदिका उपरोक्त द्वारा पुलिस की प्रशंसा करते हुए पुलिस अधीक्षक का धन्यवाद किया गया।
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *ग्राम पंचायत के आंशिक पुनर्गठन / परिसीमन हेतु पंचायतीराज कार्यालय में करें आवेदन।*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात
जिलाधिकारी आलोक सिंह ने समस्त खण्ड विकास अधिकारी व समस्त सहायक विकास अधिकारी (पं०) को आगामी वर्ष 2021 में सम्पन्न पंचायत निर्वाचन सम्पन्न पंचायत निर्वाचन के उपरान्त नगर पंचायत/नगर पालिका परिषद/नगर निगम के सृजन/सीगा विस्तार के कारण प्रभावित ग्राम पंचायतों / राजस्व ग्रामों के आंशिक पुनर्गठन के सम्बन्ध में शासन स्तर से प्राप्त निर्देशों के क्रम में सामान्य पंचायत निर्वाचन, 2021 के उपरान्त प्रदेश के कतिपय जनपदों में नगर पंचायत / नगर पालिका परिषद/ नगर निगम के सृजन/ सीमा विस्तार के फलस्वरूप कतिपय ग्राम पंचायतें/ राजस्व ग्राम शहरी क्षेत्र में सम्मिलित हो गये है. जिस कारण कई ग्राम पंचायतों की प्रास्थिति में परिवर्तन हुआ है और उनकी जनसख्या 1000 से कम हो गयी है। जिस कारण शहरी क्षेत्रों में समाहित ग्राम पंचायतो को हटाया जाना है एवं बचे हुए राजस्व ग्रामों को किसी निकटस्थ ग्राम पंचायत में सम्मिलित कर ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन की कार्यवाही सम्पादित कराये जाने की कार्यवाही की जानी है। उ०प्र० पंचायत राज अधिनियम 1947 (यथा संशोधित, 1994) की नियमावली में दी गयी व्यवस्थानुसार ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन हेतु यह ध्यान दिया जाना आवश्यक है कि यदि ऐसी ग्राम पंचायत जिसका एक राजस्व ग्राम नगरीय निकाय में समाहित हो गया है और केवल एक ही राजस्व ग्राम बचा है और ग्राम पंचायत बनने का मानक पूरा नहीं करता है, तो उसे किसी निकटस्थ ग्राम पंचायत में सम्मिलित कर दिया जायेगा। यदि कोई ग्राम पंचायत नगरीय क्षेत्र में सम्मिलित हो जाती है और उसका सम्मिलित राजस्व ग्राम, ग्राम पंचायत बनने के लिए मानक पूर्ण करता है, तो उस दशा में उस राजस्व ग्राम को ग्राम पंचायत बनाया जा सकता है। एकल राजस्व ग्राम के नाम गठित ग्राम पंचायत यदि आंशित रूप से प्रभावित हुई है एवं जनसंख्या यथासाध्य 1000 हो, तो उस दशा में वह ग्राम पंचायत यथावत शेष बनी रहेगी। जनपद स्तर पर प्राप्त आवंटन पत्रों / प्रस्तावों पर नामित समिति द्वारा विचारोपरांत एक स्वः स्पष्ट आदेश पारित करते हुए उसका निस्तारण किया जायेगा और ग्राम पंचायत के क्षेत्र के परिवर्तन के सम्बन्ध में यथावस्यक प्रस्ताव निर्धारित प्रारूप पर 06 प्रतियों में जिलाधिकारी के हस्ताक्षरों उपरान्त निदेशक पंचायती राज उ०प्र० लखनऊ को विलम्बत 05.06.2025 भेजा जाएगा। उक्त शासनादेश में की गयी व्यवस्था के अनुसार ग्राम पंचायत के आंशिक पुनर्गठन / परिसीमन के सम्बन्ध में दिनांक-29.05.2025 से दिनांक 31.05.2025 तक जिला पंचायत राज् अधिकारी कानपुर देहात के कार्यालय में प्रस्ताव प्राप्त किये जायेंगे। इसके उपरान्त किसी भी प्रस्ताव पर विचार नही किया जायेगा।
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *तंबाकू और धूम्रपान को रोकने में सरकारी संकल्प की है कमी, जो एक गंभीर चिंता का है विषय* ,,,, अधिवक्ता जितेंद्र प्रताप सिंह चौहान
*विश्व तंबाकू एवं धूम्रपान निषेध दिवस पर शनिवार को कचहरी भवन परिसर में तंबाकू एवं धूम्रपान पर प्रभावी तरीके से रोकथाम करने विषयक पर एक गोष्ठी हुई संपन्न*
*इस गोष्ठी में कचहरी के अधिवक्ताओं ने लिया हिस्सा*
*बैनर न्यूज़ ब्यूरो/ ओउम जी पाठक “अकिंचन”*
कानपुर देहात ….तम्बाकू के सारे ही रूप एक समान नुकसानदेह होते है, किन्तु तम्बाकू और धूम्रपान को रोकने में सरकारी संकल्प की कमी है। जो एक गंभीर चिंता का विषय है,और एक तरह से तंबाकू की बिक्री में सरकारी बढ़ावा के रूप में एक जटिल मुद्दा है।
यह बात विश्व तम्बाकू एवं धूम्रपान निषेध दिवस पर इसके प्रभावी रोकथाम विषय पर जनपद न्यायालय भवन परिसर में अधिवक्ताओं की गोष्ठी में सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता जितेन्द्र प्रताप सिंह चौहान ने कही।उन्होंने आगे कहा कि भारत में तंबाकू नियंत्रण के लिए कई कानून और विधान हैं, लेकिन इनके प्रभावी कार्यान्वयन में कमी दिखाई देती है,इसके विपरीत तंबाकू उद्योग अपनी नीतियों को प्रभावी करने और जागरूकता अभियानों को कमजोर करने के लिए विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल करता है। अधिवक्ता श्री चौहान में आगे कहा कि तम्बाकू नियंत्रण उपायों के कमजोर कार्यान्वयन के कारण तम्बाकू के सेवन में वृद्धि हो रही है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं,,, अधिवक्ता श्रीचौहान में आगे कहा कि सरकार को तम्बाकू नियंत्रण के लिए अधिक गंभीर कदम उठाने चाहिए, ताकि तम्बाकू के सेवन को कम या बन्द किया जा सके और लोगों की स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव को रोका या कम किया जा सके।
जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने इस गोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अपने समाज के सदस्यों को तंबाकू के खतरों से बचाने की जिम्मेदारी है हम सभी पर है,अतः हमें समुदाय और समाज के सभी सदस्यों को तंबाकू के सेवन से दूर रहने और तंबाकू के उपयोग को न करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए एकीकृत बार एसोसिएशन पूर्व अध्यक्ष सम्पत लाल यादव ने कहा कि धूम्रपान शरीर के लगभग हर अंग को नुकसान पहुँचाता है और हृदय रोग, स्ट्रोक, फेफड़ों की बीमारियों और कई प्रकार के कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है। श्री यादव ने लोगों को गोष्ठी के माध्यम से संदेश देते हुए कहा कि नशे की आदत छोड़ स्वस्थ आदतें बनाना रातों-रात नहीं होता, धीरे-धीरे उन्हें अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना होता है।इससे अपने समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और लंबे समय तक धूम्रपान छोड़ने में मदद मिल सकती है।पूर्व अध्यक्ष जिला बार एसोसिएशन रमेश चंद्र गौर ने कहा कि धूम्रपान करने वालों को अक्सर कार्यस्थलों और सामाजिक परिवेश में भेदभाव का सामना करना पड़ता है जो एक गम्भीर समस्या है ऐसे में कार्य स्थल पर तम्बाकू मुक्त नीति, परामर्श और सहायता, और शिक्षा और जागरूकता तम्बाकू के उपयोग को नियंत्रित करने के कुछ तरीको को अपनाया जाना चाहिए।प्रमुख रूप से डी .के सिंह ,जितेंद्र बाबू, महेंद्र सिंह ,सुभाष बाबू ,सद्दाम अली ,योगेन्द्र प्रताप सिंह ,सर्वेन्द्र सिंह आदि अधिवक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे।
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *सेवानिवृत हुए पुलिसकर्मी को एसपी ने सम्मान सहित जनपद से किया विदा*
*शनिवार को सेवानिवृत हुए पुलिसकर्मी को पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा ने पुष्पमाला प्रशस्ति पत्र अंग वस्त्र एवं श्री रामचरितमानस की प्रति तथा अन्य उपहार भेंट करके अच्छे स्वास्थ्य एवं कुशल जीवन की शुभकामनाएं देते हुए दी विदाई*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात …. शनिवार को जनपद के पुलिस विभाग से अधिवर्षता आयु पूर्ण करके सेवानिवृत्त हुए पुलिस कर्मी को पुष्प-माला, प्रशस्ति पत्र, अंग वस्त्र, श्रीरामचरितमानस की प्रति व उपहार भेंट करके पुलिस अधीक्षक ने सेवा निवृत हुए पुलिसकर्मी के अच्छे स्वास्थ एवं खुशहाल जीवन की शुभकामनाय़ें देते हुये विदाई दी ।
मालूम हो कि शनिवार को जनपद कानपुर देहात में तैनात पुलिसकर्मी रेडियो निरीक्षक ना0पु0 कुंवर बहादुर सिंह अपनी अधिवर्षता आयु पूर्ण करने पर पुलिस सेवा से सेवानिवृत्त हुए। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय जनपद कानपुर देहात में पुलिस अधीक्षक जनपद कानपुर देहात अरविंद मिश्र ने उपरोक्त सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी को पुष्प-माला, प्रशस्ति पत्र, अंग वस्त्र, श्रीरामचरितमानस की प्रति व उपहार भेंट कर अच्छे स्वास्थ, खुशहाल जीवन एवं उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी एवम् सेवा निवृत हुए पुलिसकर्मी को सम्मानपूर्वक विदा किया। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक राजेश पांडेय सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण व उपरोक्त सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी के परिवारीजन मौजूद रहे।
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *जिलाधिकारी ने दौलतपुर, भोगनीपुर में नवनिर्माणाधीन ग्रामीण मिनी स्टेडियम व भोगनीपुर में स्थित भोगी सागर तालाब में कराएं गए कार्य का किया निरीक्षण, दिए निर्देश*
*बैनर न्यूज़ ब्यूरो ओउम जी पाठक ” अकिंचन”*
कानपुर देहात
जिलाधिकारी आलोक सिंह द्वारा युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल के दौलतपुर, भोगनीपुर में नवनिर्माणाधीन ग्रामीण मिनी स्टेडियम का निरीक्षण किया गया। इस परियोजना की लागत 4.14 करोड़ है जिसकी पूर्ण होने की तिथि 31.03.2025 बताई गई, जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यदायी संस्था (उतर प्रदेश प्रोजेक्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड यूपीपीसीएल) को जल्द से जल्द कार्य पूर्ण करने के उपरांत हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू करने हेतु निर्देशित किया। उन्होनें निर्माणाधीन ट्रैक, मल्टीपरपज हॉल आदि का निरीक्षण करते हुए घास एवं वृक्षारोपड़ व्यापक रूप से कराने के निर्देश कार्यदायी संस्था यू0पी0पी0सी0एल0 के अधिशासी अभियंता को दिए। उन्होंने कार्य की गुणवत्ता का भी जायजा लेते हुए कुछ कमियां पायीं जिन्हें तत्काल सही कराने के निर्देश दिये।
तदोपरान्त जिलाधिकारी द्वारा भोगनीपुर में स्थित भोगी सागर तालाब पर 100.63 लाख की लागत से कराये जा रहे पर्यटन विकास एवं सौंदर्यीकरण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर कराये जा रहे कार्य की प्रगति पर कड़ा रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि तालाब के चारों ओर सोलर स्ट्रीट लाइटों को स्थापित किया जाए तथा टहलने हेतु रास्ते का भी निर्माण शीघ्र पूर्ण किया जाए। उन्होंने तालाब के पास गंदगी देख नाराज़गी व्यक्त करते हुए तत्काल सफाई सुनिश्चित कराने तथा तालाब के समीप कराये गए निर्माण कार्य के पास स्थित जलाशयों में भी सफाई कराने व जलाशय में पानी की निरंतरता हेतु सभी को आपस में जोड़े जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने योजना के चारों ओर वृक्षारोपण कराए जाने के निर्देश पर्यटन अधिकारी को दिए।
मौके पर अधिशासी अभियंता यूपीपीसीएल, उपजिलाधिकारी भोगनीपुर, जिला युवा कल्याण अधिकारी आदि उपस्थित थे।
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *सात साल से कर रहे इंतजार, नई भर्ती कब आएगी सरकार*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात। परिषदीय स्कूलों में सात साल से शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे बेरोजगारों का सब्र अब जवाब दे गया है। डीएलएड और टीईटी/सीटीईटी पास युवाओं ने उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के बाहर बेमियादी धरना शुरू कर दिया है। उनकी एक ही मांग है कि सरकार प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करे। डीएलएड करने वाले 8 लाख से अधिक बेरोजगार दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हैं। उत्तर प्रदेश में भर्ती नहीं आने के कारण पड़ोसी राज्यों बिहार, मध्य प्रदेश, दिल्ली आदि की भर्ती में जाने को विवश हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में चार सालों से शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं कराई जा सकी है। शिक्षक भर्ती परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के 1.20 लाख से अधिक पद खाली होने के बावजूद बेसिक शिक्षा मंत्री ने फरवरी में विधानसभा सत्र के दौरान नई भर्ती शुरू करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि शिक्षक-छात्र अनुपात पूरा है। यही कारण है कि परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापक भर्ती में रिक्त 27713 पदों पर भर्ती शुरू नहीं हो सकी है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने अगस्त 2024 में बेसिक शिक्षा विभाग को दो महीने में 27713 पदों पर नए सिरे से भर्ती शुरू करने के आदेश दिए थे हालांकि स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात मानक के अनुसार बताते हुए बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों ने भर्ती के लिए शिक्षा सेवा चयन आयोग को रिक्त पदों की सूचना ही नहीं भेजी। नवगठित आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय ने दो बार सभी अफसरों के साथ बैठक कर रिक्त पदों का ब्योरा मांगा लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से रिक्त पदों की कोई जानकारी नहीं दी गई। आखिरकार भर्ती ही नहीं करनी है तो डीएलएड प्रशिक्षण बंद क्यों नहीं करते हैं।
प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के 79296 पद रिक्त-
परिषदीय स्कूलों में सीधी भर्ती प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद पर होती है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापकों के स्वीकृत कुल 417886 पदों के सापेक्ष 79296 रिक्त हैं। इनमें 57405 पद सीधी भर्ती के और 21891 पद पदोन्नति के हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्वीकृत 162198 पदों के सापेक्ष 41338 पद रिक्त हैं और ये सभी पद पदोन्नति के हैं। प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापक 338590 एवं छात्र नामांकन 10493389 के सापेक्ष छात्र-शिक्षक अनुपात 30:1 एवं 143450 शिक्षामित्र को जोड़ने पर छात्र-शिक्षक अनुपात 22:1 है जो मानक के अनुसार पूर्ण है। उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापक 120860 एवं छात्र नामांकन 4314803 के सापेक्ष छात्र-शिक्षक अनुपात 35:1 है। इसमें 25223 अनुदेशकों की संख्या शामिल कर ली जाए तो छात्र:शिक्षक अनुपात 29:1 है जो मानक के अनुसार पूर्ण है।
यूपी में चार साल से नहीं हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा-
युवाओं का कहना है कि शिक्षक भर्ती को लेकर सरकार की उदासीनता का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि उत्तर प्रदेश में चार सालों से शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं कराई जा सकी है। नवंबर 2021 में पेपर लीक के कारण उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) 2021 दोबारा 23 जनवरी 2022 को कराई जा सकी थी। प्राथमिक स्तर की टीईटी के लिए पंजीकृत 1291628 अभ्यर्थियों में से 1147090 परीक्षा में सम्मिलित हुए और उनमें से 443598 (38.67 प्रतिशत) पास थे। उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी के लिए पंजीकृत 873553 अभ्यर्थियों में से 765921 परीक्षा में सम्मिलित हुए। इनमें से 216994 (28.33 प्रतिशत) पास हुए थे। इसका परिणाम आठ अप्रैल 2022 को घोषित किया गया था। जिसमें 660592 अभ्यर्थी पास हुए थे। इन अभ्यर्थियों को शिक्षक भर्ती का मौका नहीं मिला और इनके प्रमाणपत्र भी धूल फांक रहे हैं। उधर नवगठित आयोग को टीईटी कराने की जिम्मेदारी मिली है लेकिन परीक्षा के कोई आसार नजर नहीं आ रहे।
2018 के बाद से परिषदीय प्राथमिक स्कूल में नहीं आई शिक्षक भर्ती-
अभ्यर्थियों का कहना है कि शिक्षकों के 1.20 लाख पद खाली हैं फिर भी भर्ती का विज्ञापन नहीं निकाला जा रहा है। प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में 51112 पदों के रिक्त होने का हलफनाफा लगाया था। डीएलएड 2017, 18 व 19 बैच के लगभग पांच लाख योग्य अभ्यर्थियों को एक बार भी शिक्षक भर्ती का मौका नहीं मिला। हर साल 10 से 15 हजार परिषदीय शिक्षक सेवानिवृत्त हो जाते हैं। इस हिसाब से सात साल में 70 हजार से अधिक पद खाली हो चुके हैं लेकिन भर्ती का पता नहीं है लगता है सरकार सरकारी स्कूलों को बंद करने की योजना बना रही है।
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *शिक्षक मांग रहे बेहतर माहौल मिलते नित नए तुगलकी फरमान*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात। दशकों पहले शिक्षकों के पास न तो मिड डे मील था और न ही पोलियो जैसे अभियान। न डीएम का डर था और न विभाग के हाकिम का। अब मामला बदला है। स्कूलों में शिक्षकों को पहले से आदेशों की पोटली थमा दी गई है। बता दिया गया है कि आज यह करना है, कल वह करना है। शिक्षक कई औपचारिकताओं और गैर सरकारी कार्यों के बीच उलझ कर रह गए हैं। सरकार व विभाग के तमाम दावों के बावजूद बेसिक शिक्षक गैर शैक्षणिक कार्यों में उलझे दिख रहे हैं। पिछले कई सत्रों से तो डीबीटी ऐप के जरिए क्लर्क सरीखे काम लिए जा रहे हैं। खातों की फीडिंग, बच्चों की फोटो अपलोड व सत्यापन जैसे काम शिक्षक दिन भर करते दिखते हैं। डीबीटी ऐप पर कई अन्य काम उनका इंतजार कर रहे हैं। शायद ही ऐसा कोई दिन होता होगा जब कोई नया आदेश शिक्षकों के सामने न आता होगा। एक आदेश पर अमल नहीं हो पाता, दूसरा हाजिर हो जाता है। इतना तो छोड़िए एक ही सूचना को विभाग द्वारा कई बार मांगा जाता है। अगर शिक्षक इसमें जरा भी ढिलाई दिखाते हैं तो उन पर कार्यवाही कर दी जाती है। शिक्षक पर आज निगरानी का ऐसा जाल बिछाया जा चुका है कि उसका आत्मविश्वास डगमगाने लगा है। स्कूलों में लगे सीसीटीवी कैमरे, हर घंटे रिपोर्टिंग मांगते व्हाट्सएप ग्रुप, अचानक निरीक्षण औरकभी छोटी-छोटी त्रुटियों पर जारी नोटिस इन सबने शिक्षक के कार्यस्थल को कक्षा से बदलकर एक जांचघर बना दिया है। अब शिक्षण एक रचनात्मक क्रिया नहीं रही बल्कि निरीक्षण और डर के माहौल में जीवित रहने की कवायद बन चुकी है। शिक्षक की हर गतिविधि पर संदेह किया जाता है मानो वह स्वाभाविक रूप से लापरवाह हो। वह दिनभर पढ़ाए, फिर भी शाम तक उसकी हाजिरी, उसकी फोटो, उसकी कक्षा की रिपोर्ट, भोजन वितरण की तस्वीरें और न जाने क्या-क्या माँगा जाता है। हर पहलू की डिजिटल निगरानी ने उसके भीतर के उस सच्चे शिक्षक को कुचल दिया है जो बच्चों से संवाद करता था, उन्हें समझता और संवारता था। यह प्रणाली शिक्षक को जवाबदेह नहीं बल्कि आशंकित बनाती है। उसे लगता है जैसे वह समाज की सेवा नहीं कर रहा बल्कि अपनी बेगुनाही सिद्ध कर रहा है। क्या यही है हमारे ‘गुरु’ के लिए नई व्यवस्था ? क्या शिक्षक को विश्वास की नहीं, केवल संदेह की दृष्टि से देखा जाएगा ? यह सोच शिक्षा व्यवस्था को भीतर से खोखला कर रही है क्योंकि जहाँ डर होता है, वहाँ समर्पण नहीं होता। बता दें देश भर में प्राथमिक शिक्षा की चिंताजनक स्थिति पर बरसों से रोना रोया जा रहा है। सुधार के लिए नित नए नए नियम तथा नीतियां सरकारों द्वारा बनाए जाते हैं लेकिन नतीजा हमेशा शून्य ही रहता है क्योंकि असली कारण पर कभी भी वार किया ही नहीं जाता। सब कुछ जानते हुए भी जिम्मेदार अंजान बने रहते हैं। यही कारण है कि सरकारी स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार नहीं हो पा रहा है।
[6/1, 4:58 AM] +91 96283 30454: *विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तंबाकू का सेवन न करने की दिलाई शपथ*
*पुलिस लाइन में क्षेत्राधिकारी लाइन आलोक कुमार ने भी पुलिस लाइन एवं जनपद के सभी थानों के कार्यालयो मे तंबाकू का सेवन न करने की दिलाई शपथ*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात…. शनिवार को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर पुलिस अधीक्षक अरविन्द मिश्र ने पुलिस कार्यालय में नियुक्त समस्त अधिकारियों/ कर्मचारियो को तम्बाकू का सेवन न करने तथा दूसरों को भी तम्बाकू का सेवन न करने के लिए प्रेरित करने की शपथ दिलायी । इस मौके पर समस्त अधिकारियों/ कर्मचारियों ने यह संकल्प लिया कि वह स्वयं तम्बाकू उत्पादों का उपयोग नहीं करेगें और अपने परिजनों, मित्रों व परिचितों को भी तम्बाकू सेवन से दूर रहने के लिए जागरुक करेगें। इसके अतिरिक्त पर्यावरण को तम्बाकू उत्पादों से होने वाले दुष्प्रभावों से बचाने हेतु भी सभी ने शपथ ली। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात राजेश पांडेय व अन्य अधिकारी/कर्मचारीगण मौजूद रहे।इसी क्रम में क्षेत्राधिकारी लाइन आलोक कुमार ने पुलिस लाइन में एवं सभी थानों/ कार्यालयों में तम्बाकू का सेवन न करने की भी शपथ दिलाई,,,
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