कानपुर देहात30मई25*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर कानपुर देहात की कुछ महत्वपूर्ण खबरें
: *लेख*
*रेशम विभाग*
*रेशम उत्पादन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के बढ़ते कदम*
*बैनर न्यूज़ ब्यूरो ओउम जी पाठक “अकिंचन”*
कानपुर देहात
रेशम उत्पादन कार्यक्रम कृषि पर आधारित कुटीर उद्योगों में प्रमुख रथान रखता है। उत्तर प्रदेश की भौगोलिक स्थिति, जलवायु एवं जैव विविधत्ता रेशम उद्योग हेतु पूर्णतया अनुकूल एवं उपयुक्त है। प्रदेश में शहतूती, टसर, एरी तीन प्रकार का रेशम उत्पादन होता है, जो प्रदेश के 57 ’जनपदों में संचालित है।
शहतूती रेशम हेतु मैदानी एवं तराई क्षेत्र, अरण्डी रेशम हेतु यमुना के समीपवर्ती स्थित जनपदों एवं टसर रेशम उत्पादन हेतु विन्ध्य क्षेत्र तथा बुन्देलखण्ड में प्रचलित है। रेशम कीटों के भोज्य वृक्षों के रूप में शहतूत एवं अरण्डी की खेती तथा अर्जुन/आसन वृक्षों का वृक्षारोपण करते हुए उनकी पत्तियों का उपयोग किया जाता है। शहतूती क्षेत्र में कृषकों के द्वारा वर्ष में चार कीटपालन फसलें, अरण्डी क्षेत्र में तीन कीटपालन फसलें तथा टसर क्षेत्र मे दो कीटपालन फसलें लेने का प्रचलन है। इस उद्योग के प्रमुख क्रिया-कलाप रेशम कीटाण्ड उत्पादन, रेशम कीटपालन, कोया उत्पादन व धागाकरण प्रमुख हैं। रेशम उद्योग पर्यावरण मित्र उद्योग होने के साथ-साथ श्रमजनित भी है। यह उद्योग ग्रामीण बेरोजगार, नवयुवकों को ग्रामीण परिवेश में ही स्वरोजगार का अवसर सुलभकराते हुए शहरी क्षेत्र की ओर पलायन रोकने में सहायक है। प्रदेश में रेशम उत्पादन से जुड़े किया-कलापों यथा पौध उत्पादन, वृक्षारोपण, कोया उत्पादन एवं धागाकरण आदि कियाकलापों हेतु सहायता उपलब्ध कराकर कृषकों एवं बुनकरों को श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रमों के माध्यम से बढ़ावा दिया जा रहा है।
प्रदेश की उष्ण कटिबन्धीय एवं समशीतोष्ण जलवायु में शहतूती रेशम के अतिरिक्त ट्रापिकल टसर एवं एरी रेशम उद्योग के क्रियाकलाप सफलतापूर्वक क्रियान्वित किये जाने हेतु सभी आवश्यक सम्भावनायें उपलब्ध हैं।
प्रदेश के रेशम विकास विभाग द्वारा रेशम उत्पादन के क्षेत्र में विशेष कार्य किये गये हैं। रेशम कीटपालकों द्वारा उत्पादित रेशम कोयों के मूल्य में वृद्धि हेतु राजकीय क्षेत्र में 7 जनपद यथा लखीमपुर खीरी, गोण्डा, श्रावस्ती, बलरामपुर, कुशीनगर, पीलीभीत एवं बहराइच तथा निजी क्षेत्र में जनपद गोरखपुर में एक रीलिंग इकाईयों की स्थापना की गई है, जहां किसानों को सही मूल्य मिल रहा है।
केन्द्र एवं राज्य पोषित संचालित योजनाओं से लाभ प्राप्त करने वाले लाभार्थियों के लिये पारदर्शी सुविधा उपलब्ध कराने हेतु रेशम मित्र पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा लागू की गयी जिस पर इच्छुक लाभार्थी पंजीकरण कराते हुए विभाग की योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। एन०जी०ओ०, एफ०पी०ओ० समितियों एवं स्वयं सहायता समूहों को रेशम उत्पादन से जोड़ा जा रहा है।
जागरूकता एवं प्रशिक्षण योजनान्तर्गत प्रशिक्षणार्थियों के चयन, प्रशिक्षण तिथियां एवं प्रमाण पत्र आदि ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से करते हुए 484 लाभार्थियों को राजकीय प्रशिक्षण अन्तर्गत मिर्जापुर में स्थापित लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल राजकीय रेशम प्रशिक्षण संस्थान, बरकछा में निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया गया। महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु रेशम विभाग एवं एन०आर०एल०एम० के अन्तर्गत 5 वर्षों में 5000 समूहों की 50000 महिलाओं को ’’रेशम सखी’’ के रूप में रेशम उत्पादन से जोड़ने हेतु दिनांक 08.03.2025 को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती ’नगर, लखनऊ में एन०आर०एल०एम० एवं रेशम विभाग, उ०प्र० के मध्य एम०ओ०यू० हस्ताक्षरित किया गया है।
प्रदेश के मा० मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश के जनपद बहराइच, श्रावस्ती, लखीमपुर, सीतापुर, गोण्डा, बलरामपुर, बस्ती, महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बिजनौर एवं सहारनपुर में प्रथम बार राज्य पोषित “मुख्यमंत्री रेशम विकास योजना“ वर्ष 2025-26 हेतु रू0 100.00 लाख बजट की स्वीकृति प्राप्त हुई है। रेशम निदेशालय, उ०प्र० में ैवपस जव ैपसा के प्रदर्शन एवं शुद्ध सिल्क की पहचान के लिए सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स के निर्माण का कार्य कराया जा रहा है।
मा० मुख्यमंत्री जी द्वारा 29.10.2024 को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कुल 08 श्रेणियों में प्रथम एवं द्वितीय पुरस्कार अन्तर्गत 18 पुरस्कार एवं ककून उत्पादन (किसानों द्वारा), श्रेणी 1(ब)- ककून उत्पादन में नवाचार (कार्मिकों द्वारा), श्रेणी 1 (स)- रेशम से तैयार उत्पाद में नवाचार (व्यापारी/एन०जी०ओ०/बुनकर/कम्पनी/ट्रस्ट/को-ऑपरेटिव सोसाइटी इत्यादि), श्रेणी 2 (अ) सर्वोच्च कोया क्रेता/धागा विक्रय, श्रेणी 2 (ब) सर्वाधिक वस्त्र विक्रेता (रेशम फिनिश्ड प्रोडक्ट), श्रेणी-३ (अ) सर्वोत्तम डिजाइनिंग (रेशम निर्मित परिधान), श्रेणी ३ (ब) सर्वोत्तम डिजाइनिंग (रेशम निर्मित अन्य उत्पाद) एवं श्रेणी-4- लाइफ अचीवमेंट रेशम रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।
प्रदेश में उत्पादित ककून को पारदर्शी तरीके से विक्रय करने हेतु sericulture.eservicesup.in पर ककून की ई-मार्केटिंग की व्यवस्था आरम्भ कर दी गयी है। रेशम उत्पादन में वर्ष 2023-24 के सापेक्ष वर्ष 2024-25 में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
प्रदेश को रेशम उत्पादन में आत्म निर्भर बनाने हेतु सिल्क समग्र 2 योजनान्तर्गत शहतूती सेक्टर के दो तथा एरी सेक्टर के एक एफ०पी०ओ० के 300 किसानों को रेशम उत्पादन से जोड़ने हेतु रू0 542.312 लाख की परियोजनायें प्रारम्भ की गयी। एग्रोफारेस्ट्री अन्तर्गत जनपद सोनभद्र में टसर रेशम उत्पादन हेतु 60 हेक्टेयर क्षे०फ० में 1.12 लाख वृक्षारोपण कराया गया।
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[5/30, 5:10 AM] +91 96283 30454: *जिला स्पोर्ट्स स्टेडियम में कल विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का होगा फाइनल।*
*खेल प्रतियोगिताओं में विजेताओं का होगा सम्मान*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात
जिलाधिकारी आलोक सिंह के निर्देशों के क्रम में जिला स्पोर्ट्स स्टेडियम, अकबरपुर में बच्चों और युवाओं के समग्र विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। यह 10 दिवसीय कैंप 20 मई से 30 मई 2025 तक चलेगा, जिसमें आज लगभग 148 बच्चों द्वारा विभिन्न खेल गतिविधियों में प्रतिभाग किया गया। कैंप का उद्देश्य बच्चों में आत्मविश्वास, शारीरिक फिटनेस, और जीवन कौशल को विकसित करना है। कैंप के दौरान विभिन्न खेलों जैसे रस्सा कसी, कुश्ती, हॉकी, फुटबॉल, बॉक्सिंग, लांग जम्प और एथलेटिक्स का आयोजन किया जा रहा है।इसके अतिरिक्त अन्य फिटनेस सत्र भी शामिल हैं। जिला क्रीड़ा अधिकारी द्वारा बताया गया कि कल दिनांक 30 मई को सभी वर्गों में चिन्हित विजेता छात्र छात्राओं का फाइनल होगा जिसमें विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में सभी विजेताओं का सम्मान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आज आयोजित प्रतियोगिताओं में विभिन्न छात्र वर्ग में विजेताओं को चिन्हित किया गया है। लॉन्ग जंप अंदर 14 अंदर 16 गर्ल्स, डागरन अंदर 14, रसा खींच अंदर 16, 50 मी अंडर 14, 100 मीटर अंदर 60 में चिन्हित विजेताओं के बीच कल 4:00 बजे शाम को स्पोर्ट्स स्टेडियम माती में फाइनल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। उक्त कैम्प के पश्चात भी जो छात्र छात्राएं खेलों में अपनी रुचि प्रकट करते हैं उनके लिए भी सभी खेलों हेतु व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी।
[5/30, 5:10 AM] +91 96283 30454: *प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों को खरीफ फसलों से सम्बन्धित दी गई तकनीकी जानकारी*
*शासन द्वारा कृषक हित में संचालित समस्त योजनाओं/कार्यक्रमों के सम्बन्ध में दी गई जानकारियां।*
*बैनर न्यूज़ ब्यूरो ओउम जी पाठक “अकिंचन”*
कानपुर देहात
जिलाधिकारी आलोक सिंह के निर्देशन में उप कृषि निदेशक रामबचन राम द्वारा अवगत कराया गया है पूरे भारत के समस्त जनपदों में मा० केन्द्रीय कृषि मंत्री भारत सरकार द्वारा दिनांक – 29 मई से 12 जून तक विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाये जाने के निर्देश दिए गए हैं। उक्त के क्रम में मा० कृषि मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भी निर्देश दिए गए हैं। उक्त के क्रम में 15 दिनों तक, प्रत्येक दिन 9 कार्यक्रम इस तरह जनपद में कुल 135 कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। इस अभियान का उद्देश्य आईसीएआर एवं केवीके के कृषि वैज्ञानिकों का संवाद सीधे कृषकों से कराया जाना है । जिसके अन्तर्गत जनपद हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र के सहयोग से तीन टीमों का गठन किया गया है। पत्येक दिन हर टीम द्वारा तीन कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। इस प्रकार इस प्रकार प्रतिदिन 9 कार्यक्रम ग्राम स्तर पर आयोजित किए जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। उसी क्रम में आज से प्रतिदिन एक विकास खण्ड मे तीन टीमों द्वारा कुल 9 कार्यक्रम कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। उसी क्रम में आज विकासखण्ड डेरापुर के 3 ग्रामों क्रमशः कमाल पुर, कटेहरी, दिलौलिया में प्रातः 09 बजे से मध्यान्हः 12 बजे तक, तीन ग्रामों क्रमशः बहरी उमरी, डुडौली, सैंथवार में दोपहर 01 बजेे से 03 बजे तक एवं तीन ग्रामों क्रमशः दस्तमपुर, उदनापुर गलुआपुर में सायंकाल 3.30 बजे से 06 बजे तक गठित टीमों द्वारा 03-03 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये गये। गठित टीम में कृषि विज्ञान केन्द्र दलीप नगर के वैज्ञानिक डा० खलील खान, डा० राजेश राय, डा० अरुण कुमार एवं भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान कानपुर के वैज्ञानिक डा० उमा शाह, डा० अन्तरा दास, डा० ए० के० श्रीवास्तव, डा० देबज्योंति सेन गुप्ता डा० विजय लक्ष्मी, डा० मीना राठौर, मोहम्मद हसीम तथा क्षेत्रीय कर्मचारी-कृषि/समावेशी विभाग एवं नामित प्रगतिशील शामिल हैं। किसानों को खरीफ फसलों से सम्बन्धित तकनीकी जानकारी, शासन द्वारा कृषक हित में संचालित समस्त योजनाओं/कार्यक्रमों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की जायेगी।
उप कृषि निदेशक द्वारा अगले दिवसों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में जनपद के समस्त कृषकों से अधिकाधिक संख्या में प्रतिभाग करने की अपील की गई।
[5/30, 5:10 AM] +91 96283 30454: *बच्चों के आधार कार्ड बिना अपॉइंटमेंट तुरंत होंगे अपडेट*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो राजेश कटियार
कानपुर देहात। बच्चों को अब अपने आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट कराने के लिए आधार सेवा केंद्रों पर अपॉइंटमेंट लेने की जरूरत नहीं होगी। अभिभावक उन्हें आधार सेवा केंद्रों पर ले जाकर उनके आधार कार्ड में सीधे बायोमेट्रिक अपडेट करवा सकेंगे। इससे बच्चों के साथ अभिभावकों को भी सहूलियत होगी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ ने बच्चों के आधार में अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट को बढ़ावा देने एवं जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया है। इसमें जिले के भी आधार सेवा केंद्र शामिल है जहां बिना अपॉइंटमेंट लिए बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट किया जा सकेगा। अधिकारियों के मुताबिक अभियान के तहत अब पांच साल से लेकर 15 वर्ष तक के बच्चों को अपने आधार में बायोमेट्रिक अपडेट कराने के लिए आधार सेवा केंद्र पर सोमवार से शुक्रवार शाम 4:30 से 5:30 बजे तक एवं शनिवार और रविवार को पूरे दिन अपॉइंटमेंट बुक कराने की जरूरत नहीं होगी। बच्चे अपने अभिभावकों के साथ सीधे आधार सेवा केंद्र पर जाकर आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट करवा सकेंगे। मालूम हो कि जब कोई बच्चा 5 साल और फिर 15 साल का होता है, तो उसके आधार में बायोमेट्रिक अपडेट करवाना अनिवार्य होता है। इसमें बच्चे के फिंगरप्रिंट, आंखों की स्कैनिंग और लेटेस्ट फोटोग्राफ को फिर से रिकॉर्ड किया जाता है। एक बड़े आधार सेवा केंद्र के अलावा बैंक, डाकघर में आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेशन का काम होता है। आधार सेवा केंद्र पर रोजाना 50 से अधिक बच्चों के बायोमैट्रिक अपडेट किए जाते हैं।
5 साल और 15 साल पर क्यों जरूरी है आधार अपडेट-
बच्चों के आधार कार्ड में दो बार बायोमेट्रिक अपडेट जरूरी होता है। पहली बार 5 साल की उम्र पर और दूसरी बार 15 साल की उम्र पर। अगर आप समय पर अपने बच्चे का आधार अपडेट नहीं कराते हैं तो भविष्य में कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे स्कूल और कॉलेज में एडमिशन में दिक्कत हो सकती है। प्रतियोगी परीक्षाओं में आवेदन करने में परेशानी आ सकती है। सरकारी योजनाओं का लाभ पाने से वंचित रहना पड़ सकता है। बैंक अकाउंट खुलवाने में दिक्कत आ सकती है इसलिए समय रहते 5 साल और 15 साल की उम्र होने पर अपने बच्चे का आधार अपडेट जरूर कराएं और किसी भी परेशानी से बचें।
[5/30, 5:10 AM] +91 96283 30454: *हत्या मामले में आरोपी की जमानत अर्जी खारिज*
*जमानत की अर्जी पर माननीय अपर जिला जज- 6 की अदालत में हो रही थी सुनवाई*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात। ककवन थाना में करीब सात माह पहले दर्ज हत्या के मामले में जेल में निरुद्ध आरोपी की ओर से अदालत में जमानत अर्जी दाखिल की गई थी जिसकी सुनवाई करते हुए माननीय अपर जिला जज- छह की अदालत ने उसे खारिज कर दिया।
सहायक शासकीय अधिवक्ता विवेक कुमार त्रिपाठी ने बताया कि काकवन क्षेत्र के मकरंदी निवादा गांव निवासी जगतपाल सिंह यादव ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी इसमें बताया था कि 30 अक्टूबर 2024 की शाम करीब साढ़े छह बजे उसका चचेरा भाई कुलदीप सिंह अपने घर से पीने का पानी भरने गांव के रामबहादुर सिंह के घर के बाहर लगे नल से पानी भरकर वापस लौट रहा था तभी रास्ते में पहले से घात लगाए बैठे कसिगवा निवासी विनय कुमार ने अपने साथियों सहित उसे घेरकर उसकी गर्दन पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया जिससे उसके भाई की मौके पर मौत हो गई।पुलिस ने मामले में आरोपी विनय कुमार उर्फ गुड्डन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।जेल में निरुद्ध आरोपी विनय कुमार की ओर से बचाव पक्ष ने अदालत में जमानत अर्जी दाखिल की थी जिसकी सुनवाई करते हुए माननीय अपर जिला जज- छह की अदालत ने उसकी जमानत अर्जी खारिज कर दी।
[5/30, 5:10 AM] +91 96283 30454: *रसूख देखकर नहीं सरोकार देखकर उठाएँ सवाल, नहीं तो हो जाएंगे बेहाल*
*अगर गलत को गलत कहने की क्षमता नहीं तो आपके अंदर कोई प्रतिभा नहीं*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात। नवजात बच्चे के नाम को लेकर मचा शोर असल में नाम का नहीं, नाम रखने वालों के रसूख का मामला है। जैसे ही किसी सत्ताधारी या प्रभावशाली परिवार में कोई बच्चा जन्म लेता है और उसका नाम थोड़ा भी असामान्य होता है, समाज अचानक नामशास्त्री बन जाता है और मीडिया नाम की व्याख्या करने में जुट जाता है। टीवी बहस, अखबारों में विशेष कॉलम, सोशल मीडिया पर पोस्टों की बाढ़ मानो देश की सबसे बड़ी चिंता यही हो। यही नाम अगर किसी आम या गरीब परिवार के बच्चे को दिया जाता है तो शायद कोई ध्यान भी न देता लेकिन जब मामला ताकतवर वर्ग से जुड़ा होता है तो हमारी सामूहिक चेतना सक्रिय हो उठती है। यह दिखाता है कि हमारी सामाजिक और मीडिया संवेदनशीलता कितनी असंतुलित हो चुकी है जहाँ शासक वर्ग की निजी पसंद भी सार्वजनिक बहस बन जाती है और जमीनी मुद्दे जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, गरीबी और मूलभूत सुविधाएँ बहरेपन की चादर में दबा दी जाती हैं। वास्तव में यह घटना हमारे भटकाव का प्रमाण है। हमें नेताओं के बच्चों के नाम तो याद रहते हैं लेकिन अपने मोहल्ले की जलनिकासी की समस्या और टूटी सड़कें भूल जाते हैं। मीडिया भी उन्हीं खबरों को उछालता है जो सनसनीखेज हों, न कि वे जो समाज के निर्माण में सचमुच जरूरी हों। हमें यह समझना होगा कि समाज नाम से नहीं काम से बनता है। नाम पर बहस करने के बजाय हमें यह सोचना चाहिए कि हम अपने बच्चों को कैसी शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा दे पा रहे हैं। अगर हम सतही मुद्दों को ही चर्चा का केंद्र बनाते रहेंगे और असली सवालों से लगातार मुँह मोड़ते रहेंगे तो हमारा लोकतंत्र भी बस एक तमाशा बनकर रह जाएगा। जरूरत इस बात की है कि हम रसूख देखकर नहीं सरोकार देखकर सवाल उठाएँ। जब तक मीडिया और समाज दोनों अपनी प्राथमिकताओं को नहीं बदलते तब तक असली विकास और न्याय केवल नारों तक सीमित रहेगा।
[5/30, 5:10 AM] +91 96283 30454: *बच्चों के आधार कार्ड बिना अपॉइंटमेंट तुरंत होंगे अपडेट*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो राजेश कटियार
कानपुर देहात। बच्चों को अब अपने आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट कराने के लिए आधार सेवा केंद्रों पर अपॉइंटमेंट लेने की जरूरत नहीं होगी। अभिभावक उन्हें आधार सेवा केंद्रों पर ले जाकर उनके आधार कार्ड में सीधे बायोमेट्रिक अपडेट करवा सकेंगे। इससे बच्चों के साथ अभिभावकों को भी सहूलियत होगी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ ने बच्चों के आधार में अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट को बढ़ावा देने एवं जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया है। इसमें जिले के भी आधार सेवा केंद्र शामिल है जहां बिना अपॉइंटमेंट लिए बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट किया जा सकेगा। अधिकारियों के मुताबिक अभियान के तहत अब पांच साल से लेकर 15 वर्ष तक के बच्चों को अपने आधार में बायोमेट्रिक अपडेट कराने के लिए आधार सेवा केंद्र पर सोमवार से शुक्रवार शाम 4:30 से 5:30 बजे तक एवं शनिवार और रविवार को पूरे दिन अपॉइंटमेंट बुक कराने की जरूरत नहीं होगी। बच्चे अपने अभिभावकों के साथ सीधे आधार सेवा केंद्र पर जाकर आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेट करवा सकेंगे। मालूम हो कि जब कोई बच्चा 5 साल और फिर 15 साल का होता है, तो उसके आधार में बायोमेट्रिक अपडेट करवाना अनिवार्य होता है। इसमें बच्चे के फिंगरप्रिंट, आंखों की स्कैनिंग और लेटेस्ट फोटोग्राफ को फिर से रिकॉर्ड किया जाता है। एक बड़े आधार सेवा केंद्र के अलावा बैंक, डाकघर में आधार कार्ड में बायोमेट्रिक अपडेशन का काम होता है। आधार सेवा केंद्र पर रोजाना 50 से अधिक बच्चों के बायोमैट्रिक अपडेट किए जाते हैं।
5 साल और 15 साल पर क्यों जरूरी है आधार अपडेट-
बच्चों के आधार कार्ड में दो बार बायोमेट्रिक अपडेट जरूरी होता है। पहली बार 5 साल की उम्र पर और दूसरी बार 15 साल की उम्र पर। अगर आप समय पर अपने बच्चे का आधार अपडेट नहीं कराते हैं तो भविष्य में कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे स्कूल और कॉलेज में एडमिशन में दिक्कत हो सकती है। प्रतियोगी परीक्षाओं में आवेदन करने में परेशानी आ सकती है। सरकारी योजनाओं का लाभ पाने से वंचित रहना पड़ सकता है। बैंक अकाउंट खुलवाने में दिक्कत आ सकती है इसलिए समय रहते 5 साल और 15 साल की उम्र होने पर अपने बच्चे का आधार अपडेट जरूर कराएं और किसी भी परेशानी से बचें।
[5/30, 5:10 AM] +91 96283 30454: *सरकार अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए सरकारी स्कूलों को कर रही है मर्ज*
*गरीबों के बच्चे होंगे शिक्षा से वंचित, बढ़ेगी बेरोजगारी*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो राजेश कटियार
कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश में स्कूलों के विलय की योजना खासतौर से कम नामांकन वाले स्कूलों को बड़े स्कूलों में शामिल करने की चल रही है। इसका उद्देश्य शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाना, संसाधनों का प्रभावी उपयोग करना और शिक्षकों की कमी को दूर करना बताया जा रहा है।
वर्तमान में 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों का समीप के दूसरे विद्यालयों में मर्ज करने की तैयारी चल रही है जिससे गरीबों के बच्चों का शिक्षा से वंचित होने का खतरा बढ़ गया है। प्राप्त समाचार के अनुसार बेसिक शिक्षा के अधीन संचालित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों को समीप के दूसरे विद्यालयों में मर्ज करने की तैयारी पूर्ण कर ली गयी है जहाँ पर नामांकन 50 से कम हैं हालांकि विभाग के इस कुचक्र का शिक्षक संघ पुरजोर विरोध कर रहे हैं और विद्यालयों का मर्जर न हो इसको लेकर विभिन्न संगठन आर-पार का मूड बना चुके हैं। स्कूल मर्ज होने से बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद भी खत्म हो जाएंगे। शिक्षकों का कहना है कि एक ओर तो शिक्षा गुणवत्ता को लेकर सरकार बड़ी-बड़ी बातें कर रही है दूसरी ओर स्कूलों और शिक्षकों की संख्या को कम करने की तैयारी चल रही है। स्कूलों में लाखों की संख्या में शिक्षकों के रिक्त पद हैं। एक-एक शिक्षक पांच पांच कक्षाओं का संचालन कर रहा है। अपनी खामियों पर पर्दा डालने के लिए सरकार ऐसा कदम उठा रही है। वैसे बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में अधिकांशतः गरीब तबके के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं ऐसे में मर्जर के बहाने विद्यालयों को बन्द करने के कुचक्र से सबसे पहले गरीबों के बच्चों के शिक्षा का हक छिनेगा। विद्यालयों के मर्जर से विद्यालयों की दूरी बढ़ जायेगी जिसके कारण कक्षा 1, 2 व 3 के बच्चे स्कूल नहीं पहुँच पायेंगे जिस कारण उनके शिक्षा से वंचित होने का खतरा बढ़ जायेगा। मर्जर के प्रकरण पर जब हमारे संवाददाता ने कुछ अभिभावकों से बात किया तो उन लोगो ने मुखर होकर अपनी बात रखते हुए बताया कि शासन का यह गलत कदम है विद्यालय दूर होने से बच्चों की सुरक्षा प्रभावित हो जायेगी। अब देखना यह होगा कि इस पहल का जमीनी असर कितना व्यापक होता है।
शिक्षाशास्त्री प्रवीण त्रिवेदी का कहना है कि विभागीय अधिकारियों की ओर से यह तर्क दिया जा रहा है कि स्कूलों के एकीकरण (मर्ज) से शिक्षकों की उपलब्धता बेहतर हो सकेगी और उन्हें एक ही स्थान पर समायोजित करके गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सकेगी लेकिन इस तर्क की जड़ें दरअसल उसी विफलता में हैं जिसमें व्यवस्था एक लंबे अरसे से प्रति कक्षा एक अध्यापक देने में असफल रही है। सामान्य समझ कहती है कि प्रत्येक कक्षा के लिए एक प्रशिक्षित अध्यापक होना चाहिए परंतु वर्षों से हजारों विद्यालयों में शिक्षक न होने या एक शिक्षक से दो से तीन कक्षाएं पढ़वाने की प्रवृत्ति ने इस प्रावधान की गंभीर अवहेलना की है। अब उसी विफलता को तर्क बनाकर स्कूल मर्ज किए जा रहे हैं। यानी जब व्यवस्था अपने कर्तव्य में असफल रही तो समाधान यह निकाला गया कि स्कूल ही घटा दिए जाएं। यह एक अपरिपक्व सोच है जिसमें असफलता का बोझ बच्चों पर डाला जा रहा है। यह कह देना आसान है कि कम बच्चों वाले स्कूल व्यर्थ हैं पर कोई यह क्यों नहीं कहता कि प्रति कक्षा एक शिक्षक नहीं दे पाने वाली व्यवस्था भी विफल है। व्यवस्था को अपने कर्तव्यों के निर्वहन की समीक्षा करनी चाहिए न कि बच्चों के अधिकारों में कटौती करनी चाहिए।
[5/30, 5:11 AM] +91 96283 30454: *श्रीमती अनुपमा लोधी, मा० सदस्य, उ०प्र० राज्य महिला आयोग की अध्यक्षता में 30 मई को महिला जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात
जिला प्रोबेशन अधिकारी रेनू यादव ने बताया कि महिला उत्पीड़न की रोकथाम एवं पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाये जाने तथा आवेदक/आवेदिकाओं की सुगमता की दृष्टि से दिनांक 30.05.2025 को प्रातः 11:00 बजे से स्थान सर्किट हाउस माती कानपुर देहात के सभागार में मा० सदस्य, उ०प्र०राज्य महिला आयोग श्रीमती अनुपमा लोधी की अध्यक्षता में महिला उत्पीड़न की घटनाओं की समीक्षा / महिला जनसुनवाई कार्यक्रम प्रस्तावित है। जिसमें जनपद की कोई भी पीड़ित महिला मा० सदस्य, उ०प्र०राज्य महिला आयोग के समक्ष उपस्थित होकर अपनी समस्या के निराकरण हेतु प्रार्थना पत्र दे सकती हैं।
[5/30, 5:11 AM] +91 96283 30454: *डीएलएसए के सचिव / माननीय ए.डी.जे श्री हिमांशु कुमार सिंह ने वृद्ध आश्रम रनिया का किया निरीक्षण दिए आवश्यक निर्देश*
*तत्पश्चात डीएलएसए के सचिव महोदय ने राजकीय बालक ग्रह कल्याणपुर, राजकीय बाल ग्रह बालिका नवाबगंज कानपुर एवं राजकीय बाल ग्रह बालिका स्वरूप नगर कानपुर का भी किया आकस्मिक निरीक्षण*
*उपरोक्त संस्थाओं के निरीक्षण के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कानपुर देहात के सचिव/माननीय अपर जिला जज श्री हिमांशु कुमार सिंह ने उपरोक्त संस्थाओं की विभिन्न व्यवस्थाओं की हकीकत जानने के लिए यहां संरक्षित वृद्धजनों, बालक बालिकाओं से वार्ता करके हासिल की जानकारी*
*तत्पश्चात डीएलएसए के सचिव महोदय ने दिए आवश्यक निर्देश*
*बैनर न्यूज़ ब्यूरो ओउम जी पाठक “अकिंचन”*
कानपुर देहात … डीएलएसए के माननीय अध्यक्ष/ माननीय जनपद न्यायाधीश श्री तेज प्रताप तिवारी के निर्देशन में गुरुवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कानपुर देहात के माननीय सचिव /माननीय अपर जिला जज श्री हिमांशु कुमार सिंह नेजनपद कानपुर देहात के रनिया में स्थित वृद्धाश्रम निरीक्षण किया,,,,, यहां निरीक्षण के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कानपुर देहात के सचिव महोदय ने वृद्धाश्रम में मौजूद वृद्धजनों से सीधा संवाद स्थापित करके उनके हाल-चाल जाने एवं यहां की व्यवस्थाओं का भी काफी बारीकी से जायजा लिया … एवंवृद्धाश्रम परिसर की साफ सफाई व्यवस्था एवं वृद्ध जनों के खानपान व्यवस्था तथा चिकित्सा व्यवस्था पर भी विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव महोदय ने काफी बारीकी से छानबीन की , एवं उपरोक्त संस्था के संचालक को दिए आवश्यक निर्देश*,,,, इस दौरान यहां संरक्षित वृद्ध जनों ने डीएलएसए के सचिव महोदय को अपना आशीर्वाद देते हुए यहां की सारी व्यवस्थाओं को बेहतर बताया है,,,, तत्पश्चात डीएलएसए कानपुर देहात के सचिव महोदय ने कानपुर नगर पहुंचकर राजकीय बाल गृह बालक कल्याणपुर एवं राजकीय बाल ग्रह बालिका सूर्य विहार नवाबगंज कानपुर, राजकीय बाल ग्रह बालिका स्वरूप नगर कानपुर का भी आकस्मिक रूप से निरीक्षण किया ,,,, उपरोक्त संस्थानों में निरीक्षण के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कानपुर देहात के सचिव/माननीय अपर जिला जज श्री हिमांशु कुमार सिंह ने यहां संरक्षित बालक एवं बालिकाओं से सीधा संवाद स्थापित करके उनके हाल-चाल जाने एवं यहां की व्यवस्थाओं के बारे में भी बालको एवं बालिकाओं से वार्ता करके जानकारी ली,,,, यहां भी प्राधिकरण के सचिव महोदय ने उपरोक्त संस्थानों के परिसर की साफ सफाई व्यवस्था एवं शिक्षा व्यवस्था, खानपान व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था आदि के संबंध मे भी काफी बारीकी से छानबीन करते हुए आवश्यक निर्देश दिए …. इस दौरान प्राधिकरण के सचिव महोदय के साथ डीएलएसए के कार्यालय कर्मचारी सुबोध कटियार एवं उपरोक्त संस्थाओं के संचालक एवं कर्मचारी मौजूद रहे…
[5/30, 5:11 AM] +91 96283 30454: *थाना शिवली की साइबर हेल्प डैक्स के प्रयासों से शिकायतकर्ता को वापस मिली धनराशि*
*शिकायतकर्ता का उपरोक्त धनराशि वापस मिलते ही मुरझाया हुआ चेहरा एक बार फिर खिल उठा*
*शिकायतकर्ता ने जनपद कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा के नेतृत्व में एवं अपर पुलिस अधीक्षक राजेश पांडेय के मार्गदर्शन में जनपद वासियों को मिल रही बेहतरीन पुलिसिंग व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए जनपद कानपुर देहात पुलिस को ज्ञापित किया है धन्यवाद*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात,,, थाना शिवली पुलिस (साइबर हेल्प डेस्क) ने कार्यवाही करते हुए शिकायतकर्ता के खाते में कुल 60,920/रुपए की धनराशि को- को वापस करा दिया है। शिवली पुलिस के मुताबिकअज्ञात व्यक्ति द्वारा आवेदक (रिटायर्ड बैंक कर्मचारी) से आधार कार्ड व मोबाइल नम्बर ले जाकर आवेदक की सिम पोर्ट करा लेना व आवेदक बैंक खातो मे मौजूद धनराशि को निकालकर साइबर धोखाधड़ी की गई थीं,,, उपरोक्त मामले की शिकायतकर्ता ने 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई थी,,,,
मालूम हो कि अपर पुलिस महानिदेशक, कानपुर जोन, कानपुर, आलोक सिंह व पुलिस उपमहानिरीक्षक, कानपुर रेन्ज, कानपुर, हरीशचन्दर के कुशल मार्गदर्शन में व पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात अरविन्द मिश्र के निर्देशन में जनपद कानपुर देहात में अपराध निवारण की दिशा में साइबर क्राइम से सम्बन्धित घटनाओं की रोकथाम व खुलासे हेतु चलाये जा रहे विशेष अभियान के क्रम में, शिकायतकर्ता सियाराम पुत्र स्व0 ननकू निवासी ग्राम फन्दा थाना शिवली जनपद कानपुर देहात के साथ दिनांक 24.03.2025 से 28.03.2025 के मध्य साइबर ठगी की घटना कारित हुयी थी, आवेदक के घर अज्ञात व्यक्ति ने आकर बताया कि मै ब्लाक से सर्वे करने के लिए आया हूँ अपना आधार कार्ड और मोबाइल नम्बर दे दो, साइबर ठग के द्वारा आवेदक का मोबाइल नम्बर पोर्ट कराकर आवदेक के खाते से 60,920/- रूपये निकालकर साइबर धोखाधडी की गई थी। जिसकी शिकायत आवदेक के द्वारा एनसीआरपी पोर्टल पर दिनांक 04.04.2025 को दर्ज करायी गई थी। उपरोक्त शिकायत की त्वरित जांच एवं कार्यवाही करते हुए थाना शिवली पुलिस (साइबर सेल हेल्प डेस्क) ने शिकायतकर्ता की सम्पूर्ण धनराशि 60,920/-रुपए पीड़ित के खाते में वापस करा दिए गए। पीड़ित के बैंक खाते में उपरोक्त धनराशि वापस लौटने के बाद पीड़ित का मुरझाया हुआ चेहरा एक बार फिर खिल गया और उसने जनपद कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा के नेतृत्व में एवं अपर पुलिस अधीक्षक राजेश पांडेय के मार्गदर्शन में जनपद वासियों को मिल रही बेहतरीन पुलिसिंग व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए जनपद कानपुर देहात की पुलिस एवं थाना शिवली की पुलिस को धन्यवाद ज्ञापित किया,,, वहीं थाना प्रभारी शिवली हरमीत सिंह ने शिवली क्षेत्र के आम जनमानस से अपील करते हुए कहा है कि खाते से धोखाधड़ी से पैसा निकलने की दशा में तुरंत 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करे।
शिकायतकर्ता के बैंक खाते मेंधनराशि वापस कराने वाली थाना शिवली पुलिस टीम मेनिरीक्षक हरमीत सिंह, म0का0 1261 प्रीति सोनकर आदि शामिल रहे,,,,
[5/30, 5:11 AM] +91 96283 30454: *अकबरपुर जिला महिला अस्पताल में लापरवाही से नवजात की जान चले जाने का लगाया आरोप*
*जिला अस्पताल महिला की सीएमएस डॉक्टर वंदना सिंह तथा अन्य स्टाफ के डॉक्टरों तथा कर्मचारियों ने कथन किया है कि पति व गर्भधात्री महिला का आप है मिथ्या परक*
*पूरे मामले की होगी जांच*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात… मेडिकल कॉलेज/ जिला महिला अस्पताल में महिला के नवजात शिशु की जान चली गई महिला के पति ने आरोप लगाते हुए बताया है कि देर रात्रि वह अपनी गर्भधात्री पत्नी को अस्पताल लेकर आया इस दौरान यहां पर डॉक्टर व स्टाफ नहीं था जब तक डॉक्टर तथा स्टाफ को खोजा जाता तब तक अस्पताल के बेड पर ही गर्भधात्री महिला का प्रसव हो गया और नवजात शिशु बेड के नीचे रखे हुए डस्टबिन में गिर गया जिसके फल स्वरुप नवजात शिशु की जान चली गई.. पुलिस में मौके पर पहुंचकर घटना की जांच की वहीं अस्पताल प्रबंधन ने डस्टबिन में गिरकर नवजात शिशु की की मृत्यु होने तथा मौके पर स्टाफ तथा डॉक्टर ना होने के आरोप का खंडन करते हुए प्रसव होने तथा एसएनसीयू मे नवजात शिशु को रखने की बात कही है जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉक्टर वंदना सिंह ने बताया है कि पीड़ित द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं वह पूरी तरीके से गलत हैं..
रूरा थाना क्षेत्र के कारी कलवारी गांव के निवासी सुनील नायक ने बताया है कि वह अपनी गर्भधात्री पत्नी सविता को अपने साथ लेकर के प्रसव कराने के लिए जिला महिला अस्पताल में बुधवार की देर रात्रि करीब 12 बजे पहुंचा था उसकी मां ओमवती भी उसके साथ थी सुनील नायक ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बुधवार की रात्रि करीब 3 बजे सरिता को प्रसव पीड़ा होने पर उसकी मां अस्पताल के स्टाफ को बुलाने पहुंची तो वहां कोई मौजूद नहीं था इस पर वह आसपास अस्पताल के स्टाफ को खोजने चली गई किसी के न मिलने पर जब वह सरिता के पास वापस लौटी तो उपरोक्त महिला का बेड पर प्रसव हो चुका था और प्रसव के बाद नवजात शिशु बेड के बगल में रखे हुए डस्टबिन में पड़ा था यह नजारा देखकर ओमवती ने नवजात शिशु को डस्टबिन से बड़ी ही तत्परता से बाहर निकाला और जोर-जोर से शोर मचाने लगी इसी दौरान मौके पर अस्पताल का स्टाफ आ गया और नवजात शिशु को एन आईसीयू में ले जाकर के भर्ती कर दिया जहां पर उसकी करीब 10:00 बजे मौत हो गई मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर सज्जन लाल वर्मा तथा जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉक्टर बंदना सिंह ने उपरोक्त मामले की जानकारी होने पर पूरे मामले की अपने सहकर्मियों से जानकारी ली वहीं जिला अस्पताल महिला की सीएमएस डॉक्टर वंदना सिंह ने बताया है कि इस मामले की जांच करने के लिए जांच टीम का गठन कर दिया गया है प्रसव नर्स ने ग्रुप गर्भधात्री महिला का प्रसव लेबर रूम में कराया है नवजात शिशु के डस्टबिन में गिरने तथा बेड पर प्रसव होने की बात गलत है नवजात शिशु का समय से पूर्व जन्म हो गया था और उसका वजन भी 1400 ग्राम ही था और उसकी स्थिति गंभीर थी
[5/30, 5:11 AM] +91 96283 30454: *अमराहट थाना क्षेत्र में ट्रक चालक को जिंदा जलाकर मार देने तथा ट्रक में लदेहुए टायरों की लूट करने वाले दो अभियुक्तों को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान किया गिरफ्तार*
बैनर न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात सिकंदरा क्षेत्र के अमराहट थाना क्षेत्र में टायर लदे हुए कंटेनर ट्रक का अपहरण करके बदमाशों द्वारा पिछली 22 मई 2025 को ट्रक चालक राजेश शेखावत की हत्या करके टायरों की लूट की थी,, उपरोक्त मामले में जनपद कानपुर देहात की पुलिस ने दो आरोपियों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया है…
गिरफ्तार अभियुक्त शिवकुमार एवं अभय यादव ने मुठभेड़ के दौरान पुलिस पार्टी पर फायर करने शुरू कर दिए जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की…. मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार दोनों आरोपियों के पैरों में गोली लगी है जिन्हें पुलिस ने उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है सूत्र बता रहे हैं कि गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों ने इस घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है तथा घटना की जानकारी किसी को ना हो इसलिए उन्होंने उपरोक्त ट्रक की चालक की जलाकर हत्या कर दी थी एवं ट्रक पर लगे हुए टायर लूट लिए थे*
 
 
 
 
 

 
                   
                   
                   
                  
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