[14/11, 6:02 PM] Ram Prakash Sharma: *चुनावी हरियाली देख बिधूना क्षेत्र में फिर सक्रिय हुए संभावित प्रत्याशियों से माल ऐंठने छुटभैया नेता*
*नए संभावित प्रत्याशियों को कैप्चर कर गुमराह कर आसानी से भर लेते हैं झोली*
*चुनाव के समय छुटभैया गाड़ियों पर बैठ फ्री में उड़ाते हैं सिगरेट के छल्ले बाद में बीड़ी को तरसते*
*बिधूना,औरैया।* सपा का मजबूत दुर्ग रह चुके बिधूना विधानसभा क्षेत्र में पिछली भाजपा लहर में भाजपा का कब्जा हो गया है। जनपद के नेताओं की ही नहीं बल्कि बाहरी जनपदों के नेता भी इसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ कर अपनी चुनावी वैतरणी पार करने को उतावले नजर आते हैं , और इसी का फायदा उठाकर चुनावी हरियाली देख यहां के छुटभैया नेता हर बार नए संभावित प्रत्याशियों को गुमराह कर उनसे माल ऐंठने को सक्रिय हो जाते हैं। चुनाव तक संभावित प्रत्याशियों की बेशकीमती गाड़ियों में बैठकर महंगी सिगरेटों के छल्ले उड़ाते देखे जाते हैं , लेकिन चुनाव बाद यह छुटभैया नेता बीड़ी को तरसते भी नजर आते हैं , और हार के बाद प्रत्याशी भी अपने को इन छुटभैयों से ठगा महसूस कर उन्हें को कोसने को मजबूर होते है।
भले ही अभी चुनावी बिगुल नहीं बजा है, लेकिन चुनाव की आहट मिलते ही बिधूना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचने का सपना संजोए भाजपा , सपा , कांग्रेस ,आम आदमी पार्टी , बसपा जनसत्ता दल समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ ही निर्दलीय संभावित प्रत्याशियों का मन मयूर नाचने लगा है। इस विधानसभा क्षेत्र से संभावित दावेदारों की भावनाओं को भांप विभिन्न राजनीतिक दलों के छुटभैयों के साथ आम छुटभैया नेता भी इन संभावित दावेदारों से माल ऐंठने को सक्रिय हो गए हैं। इन छुटभैया नेताओं का आलम यह है , कि हर चुनाव में यह नए धनाढ्य प्रत्यासी को कैप्चर कर उसे गुमराह कर अपने मनमाफिक चुनाव लड़ा कर जिताने का पक्का भरोसा दे देते हैं , और इसी के चलते यह उस प्रत्याशी से जमकर माल ऐंठने के साथ बेशकीमती गाड़ियां अपने कब्जे में कर चुनाव प्रचार के नाम पर गोपनीय तरीके से रिश्तेदारियों में घूम फिरकर अपना जलवा दिखाते है। इतना ही नहीं अपनी वाकपटुता की बदौलत प्रत्याशियों को अपने मोह जाल में फंसाने के माहिर इन छुटभैया नेताओं में अपने परिवार के वोट भी दिलाने की क्षमता नहीं होती है किंतु प्रत्याशी द्वारा इन पर भरोसा जमा लिए जाने से यह छुटभैया बेशकीमती कारों में बैठकर महंगी सिगरेट के छल्ले उड़ाते नजर आते हैं , लेकिन चुनाव खत्म होने और उक्त प्रत्याशी के हारने के बाद इन छुटभैयों को प्रत्याशी द्वारा कोसा जाता भी देखा जाता है। यही कारण है कि यह छुटभैया हर बार बाहर से यहां चुनाव लड़ने आने वाले नए प्रत्याशी पर ही अपना दांव लगाते हैं क्योंकि पुराने प्रत्याशी इन्हें नकार चुके हैं। इस समय इस विधानसभा क्षेत्र में बाहरी जनपदों के निवासी और यहां चुनाव लड़ने की दावेदारी कर रहे नेताओं को देख यह छुटभैयों का मन मयूर सबसे अधिक नाच रहा है और यही कारण है की इन बाहरी प्रत्याशियों को कैप्चर करने पर इन छुटभयों का अधिक ध्यान है लेकिन यदि यह इनके जाल में फंसे तो चुनाव में अंजाम क्या होगा खुदा जाने।
[14/11, 7:45 PM] Ram Prakash Sharma: *प्राचीन शिव मंदिर पर अराजक तत्वों का कब्जा मुख्यमंत्री से शिकायत*
*औरैया।* शहर के ऐतिहासिक शिव मंदिर गौरैया तालाब एवं आश्रम जो कि कानपुर रोड पर स्थित है। उक्त मंदिर पर अराजक तत्व कब्जा कर रहे हैं। इसके साथ ही आने जाने वाली महिलाओं के साथ शराब पीकर फब्तियां कसने के साथ पशुओं का प्रजनन कार्य भी कराते हैं जिससे दर्शनार्थियों एवं महिलाओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अराजक तत्वों के पास कांशीराम कॉलोनी में आवास भी है। इसके बावजूद वह लोग मंदिर की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। इस आशय की शिकायत आवास विकास कॉलोनी व मोहल्ला ब्रह्म नगर निवासी लोगों ने माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ समेत एक दर्जन जिम्मेदार शासन व प्रशासन के अधिकारियों को शिकायती प्रार्थना पत्र भेजा है। जिसमें उन्होंने अराजक तत्वों पर दंडात्मक कार्रवाई किए जाने एवं कब्जा हटवाए जाने की मांग रखी है।
मोहल्ला आवास विकास एवं ब्रह्मनगर के बाशिंदों ने मुख्यमंत्री समेत एक दर्जन शासन व प्रशासन के अधिकारियों को भेजें शिकायती प्रार्थना पत्र में कहा है कि कानपुर रोड पर स्थित आवास विकास कॉलोनी में एक भगवान शंकर का ऐतिहासिक मंदिर व गौरैया तालाब है , जो कि अब पिकनिक स्पॉट के तहत विकसित किया गया है। तालाब की जमीन पर कुछ लोग जो कि गलत कार्यों में संलिप्त रहते हैं। उनके द्वारा कब्जा किया जा रहा है। जबकि उपरोक्त सभी लोगों के पास कांशीराम कॉलोनी में आवास भी है। उपरोक्त लोग कॉलोनी को किराए पर उठाकर मंदिर व तालाब पर कब्जा कर रहे हैं। इसके अलावा वह लोग सारे दिन गलत कार्यों में संलिप्त रहने वाले व्यक्ति हैं। जिससे कि मंदिर में आने-जाने वाले लोगों को खासकर महिलाओं को विशेष परेशानी होती है। उपरोक्त अराजक तत्व शराब पीकर लड़ते व मांस खाते हैं, तथा मंदिर के सामने जानवरों के प्रजनन कार्य कराते हैं। जिसके चलते मंदिर के पुजारी व महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आगे कहा कि उपरोक्त लोगों द्वारा दो सड़कों पर अवैध कब्जा किया गया है। मोहाल वासियों ने महिलाओं की परेशानी को देखते हुए उपरोक्त लोगों से जगह खाली करवाकर कांशीराम कॉलोनी में स्थित आवासों में भेजने की गुहार लगाई है। प्रार्थना पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में करीब 2 दर्जन लोग शामिल रहे।
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