पूर्णिया बिहार11मार्च25*होली एक प्रमुख त्योहार रंगों,प्यार और खुशी का प्रतीक है: प्रखंड विकास पदाधिकारी ।
मोहम्मद इरफान कामिल यूपी आज तक चैनल पूर्णिया बिहार की रिपोर्ट।
पूर्णिया बिहार। होली एक प्रमुख त्योहार है जो रंगों ,प्यार मोहब्बत और खुशी का प्रतीत है । यह त्योहार प्रतिवर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो आमतौर पर मार्च या फरवरी में पड़ता है। उक्त बातें कस्बा प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुण सरदार ने होली के शुभ अवसर पर कस्बा थाना के प्रांगण में शांति समिति की बैठक में कहीं। उन्होंने कहा कि होली जुमे के दिन पड़ता है इसका खास ख्याल रखा जाए होली के दिन किसी तरह का नाजेबा हरकत ना करें एक दूसरे मजहब का भी कदर करते हुए गंगा जमुना तहज़ीब की मिसाल कम करें। नाजेबा हरकत करने वाले को बखशा भी नहीं जाएगा। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि होली के दिन हर चौक चौराहे एवं मस्जिदों के सामने पुलिस मौजूद रहेगी।
*बुराई पर अच्छाई की जीत*: होली की सबसे प्रसिद्ध कथा हिरण्यकश्यप और प्रहलाद की है। हिरण्यकश्यप एक राक्षस राजा था जो अपने पुत्र प्रहलाद को मारना चाहता था क्योंकि वह भगवान विष्णु का भक्त था। होलिका, हिरण्यकश्यप की बहन, ने प्रहलाद को आग में जलाने की कोशिश की, लेकिन भगवान विष्णु ने प्रहलाद की रक्षा की और होलिका को आग में जला दिया। यह घटना बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
*रंगों का त्योहार*: होली को रंगों का त्योहार भी कहा जाता है। इस दिन लोग रंगों से खेलते हैं, एक दूसरे को रंग लगाते हैं और खुशी मनाते हैं।
*प्रेम और एकता*: होली प्रेम और एकता का त्योहार है। इस दिन लोग अपने परिवार, मित्रों और पड़ोसियों के साथ मिलकर खुशी मनाते हैं और एक दूसरे के साथ प्रेम और स्नेह का प्रदर्शन करते हैं।
*वसंत ऋतु का आगमन*: होली वसंत ऋतु के आगमन का भी प्रतीक है। यह त्योहार वसंत ऋतु की शुरुआत का संकेत देता है और लोग इसे नए जीवन और नवीनता के प्रतीक के रूप में मनाते हैं।
होली के दिन लोग निम्नलिखित गतिविधियों में शामिल होते हैं:
*रंगों से खेलना*: लोग रंगों से खेलते हैं और एक दूसरे को रंग लगाते हैं।
*होलिका दहन*: लोग होलिका दहन का आयोजन करते हैं, जिसमें होलिका के प्रतीक को आग में जलाया जाता है।
*पूजा और आरती*: लोग भगवान विष्णु और अन्य देवताओं की पूजा और आरती करते हैं।
*मिठाइयां और व्यंजन*: लोग मिठाइयां और व्यंजन बनाते हैं और एक दूसरे के साथ बांटते हैं।
होली एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो लोगों को एक साथ लाने और खुशी मनाने का अवसर प्रदान करता है।
14 मार्च को होली का दिन है होली के शुभ अवसर पर शांति समिति की बैठक में मौजूद लोगों ने कस्बा के लोगोंसे पुरजोर गुजारिश की है कि होली खुश गवार माहौल में मनाने का संकल्प लें। याद रहे रमजान उल मुबारक का मुकद्दस महीना भी है और होली जुमे के दिन है, गंगा जमुना तहज़ीब की नगरी कहे जाने वाले कसबा लोग हर त्यौहार काफी हर्ष उल्लास के साथ मनाते हैं।
शांति समिति की बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुण सरदार, मुख्य पार्षद कुमारी छाया,अंचल पदाधिकारी रीता कुमारी, थाना अध्यक्ष अजनबी, समाजसेवी बम बम साह, मोहम्मद आबिद हुसैन, मिट्ठू यादव, लड्डू के अलावा दर्जनों समाजसेवी एवं जनप्रतिनिधि ने शिरकत की।
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