शामली02फरवरी25*व्यापारियों, छात्रों ने बजट को सराहा तो किसानों ने निराशजनक बताया
शामली। बजट में टैक्स स्लैब में छूट देकर सरकार ने व्यापारियों, उद्यमियों का दिल जीतने का काम किया है। वहीं, एआई सेंटरों की घोषणा कर छात्रों का दिल भी जीता है। गन्ना मूल्य और अन्य कोई घोषणा नहीं करने को लेकर किसानों ने बजट को निराशजनक बताया।व्यापारियों, उद्यमियों ने बजट की सराहना की। गृहणियों ने बजट को मायूस करने वाला बताया।
उद्यमी बोले, मध्यम वर्ग को मिलेगी बड़ी राहत
12 लाख तक की आय करमुक्त करने से मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी। बजट करदाताओं, स्टार्टअप्स और एमएसएमईएस के लिए राहतकारी है। छोटे उद्योग व व्यापार चलाने के लिए 10 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी मिलेगा, जो नवाचार और आर्थिक विकास को मजबूती देगा। – अमित जैन, उद्यमी शामली
बजट छोटे व्यापारियों के लिए राहत भरा है। प्रेजम्प्टिव टैक्सेशन की सीमा दो करोड़ से बढ़ाकर तीन करोड़ कर दी गई है, जिससे छोटे कारोबारियों पर कर भार कम होगा। जीएसटी अनुपालन को सरल बनाया गया है और तिमाही रिटर्न दाखिल करने की सुविधा दी गई है। – आशीष अग्रवाल, उद्यमी शामली
बजट में सुरक्षा फोरम की मांग को भी पूरा नहीं किया गया है। मंडी के व्यापारियों को भी छूट देनी चाहिए थी। -राहुल गोयल, चावल व्यापारी शामली
टीवी और एलसीडी पर कस्टम ड्यूटी 5% से घटकर ढाई परसेंट कर दी है, इससे टीवी में एलसीडी सस्ते होंगे तथा आम आदमी की खरीद की रेंज में आ जाएंगे। -मुकेश गर्ग, व्यापारी
किसान के लिए धोखे वाला बजट
केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में एमएसपी, खाद, कृषि यंत्रों पर सब्सिडी आदि की घोषणा न करके किसानों के साथ धोखा किया गया है। बजट किसान विरोधी है। – सुनील पंवार, पूर्व राष्ट्रीय सचिव, किसान यूनियन
किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट को छोड़ दें तो बजट में किसानों के लिए कुछ भी नहीं है। बजट में दूसरे राज्यों का ध्यान रखा गया है, लेकिन यूपी के किसानों के हाथों तो निराशा आई है। -आर्येश सैनी, किसान
इस सरकार में पश्चिम के किसानों का हित नहीं है। बजट में गन्ने का जिक्र तक नहीं किया गया। जबकि उनका क्षेत्र गन्ना बेल्ट के नाम से मशहूर है। किसानों के हाथ तो बस निराशा आई है। -फिरोज, हसनपुर लुहारी, किसान
नौकरी पेशा और मध्यमवर्गीय लोगों को राहत मिलेगी
चिकित्सक अरुण रॉय का कहना है कि टैक्स स्लैब में छूट दी गई है। सरकार का बजट अच्छा रहा, इससे नौकरी पेशा और मध्यमवर्गीय लोगों को राहत मिलेगी। निजी चिकित्सक वेदभानू मलिक का कहना है कि बजट में आम व मध्यमवर्गीय लोगों के लिए कुछ नहीं है। बेरोजगार के लिए रोजगार पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
शिक्षा के क्षेत्र आएगा बदलाव
कस्बा बनत के छात्र सागर ने बताया कि 500 करोड़ रुपये से एआई सेंटर बनेंगे। युवाओं को रोजगार मिलेगा, वहीं मेडिकल एजुकेशन में सीटें बढ़ाकर अच्छा किया है, इससे मध्यम वर्ग के लोगों को दाखिला लेकर डॉक्टर बनकर समाज सेवा करने का मौका मिलेगा। छात्र अधिकृत का कहना है कि बजट में देश के 23 आईआईटी में 6500 सीटें बढ़ाना सराहनीय कार्य है। जिससे ज्यादा संख्या में छात्रों को उच्च शिक्षा पाने का मौका मिलेगा।
बजट में रसोई का नहीं रखा गया ध्यान
गृहणि भावना शर्मा का कहना है कि बजट में रसोई का कोई ध्यान नहीं रखा गया है। मोबाइल, एलईडी व कार तो सस्ती कर दी लेकिन रसोई में हर दिन प्रयोग होने वाली वस्तुओं में कोई राहत नहीं दी गई है।
गृहणि बीनू मित्तल का कहना है कि रसोई में काम आने वाली दाल, तेल व गैस अन्य सामान पर महंगाई घटाकर गरीब महिलाओं को राहत देनी चाहिए थी।
बजट 2025 सोने चांदी के आयात शुल्क में नही किया कोई बदलाव
सराफा यूनियन कैराना के अध्यक्ष राकेश कुमार वर्मा ने बताया कि सोने चांदी के आसमान छूते भाव के कारण ग्राहक जेवर खरीदने से हिचक रहे हैं। बजट में सराफा व्यापारियों के लिए कुछ नही है।
सराफा व्यापारी विक्रांत वर्मा ने बताया कि सोने पर आयात शुल्क 6 प्रतिशत था, जिसको कम नही किया गया। वही सोने-चांदी के दामों में तेजी के कारण व्यापार ठप हो रहे है। सरकार को छोटे सराफा व्यापारियों के लिए बजट में कुछ सुविधा देनी चाहिए थी।
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