September 20, 2024

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कानपुर नगर21जुलाई24*एक्सपोर्ट डॉक्यूमेंटेशन पर एक कार्यशाला PNB के सहयोग से आयोजित की गयी।

कानपुर नगर21जुलाई24*एक्सपोर्ट डॉक्यूमेंटेशन पर एक कार्यशाला PNB के सहयोग से आयोजित की गयी।

कानपुर नगर21जुलाई24*एक्सपोर्ट डॉक्यूमेंटेशन पर एक कार्यशाला PNB के सहयोग से आयोजित की गयी।

आज दिनांक 20 जुलाई 2024, दिन शनिवार, सायं 05:00 बजे मर्चेंट चैंबर ऑफ उत्तर प्रदेश की एक्सपोर्ट-इंपोर्ट कमेटी द्वारा एक्सपोर्ट डॉक्यूमेंटेशन पर एक कार्यशाला PNB के सहयोग से आयोजित की गयी।

पंजाब नेशनल बैंक के जनरल मैनेजर श्री अजय कुमार सिंह जी ने चैंबर को निर्यातकों की सुविधाओं हेतु आयोजित इस विशेष सत्र के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्थित कानपुर एक ऐसा शहर है जो कि उद्योगों, निर्यात-निर्यातकों एवं उत्पादनकर्ताओं का एक गढ है। निर्यात के लिए कानपुर नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। वर्तमान में कानपुर से लगभग 9000 करोड़ का व्यापार होता है जिसे हमारा बैंक और बढ़ाने हेतु प्रयासरत है तथा हमारा बैंक निर्यातकों की सुविधाओं हेतु निरंतर प्रयासरत है। आज का यह सत्र समस्त निर्यातकों के लिए निश्चित ही ज्ञानवर्धन करेगा।

पीएनबी के AGM श्री गौरव पंत ने PNB द्वारा नियतकों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि अभी पंजाब नेशनल बैंक 257 शाखाएं हैं जिसमें ओवरसीज व्यापार हेतु एक दुबई में और एक शाखा गिफ्ट सिट की अहमदाबाद में है बाकी शाखाओं को बढ़ाने पर कार्य किया जा रहा है।
निर्यातकों की सुविधाओं पर विस्तार से बताते हुए कहा कि:-
– अभी प्री और पोस्ट शिपमेंट हेतु एक्सपोर्ट एडवांस के लिए एक्सपोर्ट एडवांस क्रेडिट की सुविधा प्रदान की जाती है तथा निर्यातकों के लिए विभिन्न देशों से निर्यात हेतु आवश्यकतानुसार एल.सी. भी एडवाइस करते है।
– आर.बी.आइ. द्वारा गोल्ड कार्ड योजना निर्यातकों के लिए लागू की गयी है। जो संस्थान लगातार 3 साल से उच्च स्तर के प्रॉफिट में है, वह इसका लाभ ले सकते है। इसमें 20% ऐड हॉक सैंक्शन हो जाती है। इस योजना में रेट ऑफ इंटरेस्ट पर 0.25% की रियायत प्रदान की गयी है।
– निर्यातकों के लिए एक कस्टमर ऑनलाइन पोर्टल का प्रारम्भ किया गया है जिसमें निर्यातको को एक लॉगिन आईडी व पासवर्ड दिया जायेगा जिसमें निर्यातकों, निर्यात सम्बन्धी डॉक्यूमेंट अपलोड कर सकते है।
– MSME निर्यातकों को ध्यान में रखते हुए, 10 लाख से 50 करोड़ तक के लोन हेतु X-press credit योजना की शुरूआत की गयी है जिसमें रेट इंटरेस्ट, प्रोसेसिंग चार्जेज, व एक्सचेंज मार्जिन की दर अत्यंत ही यथोचित रखी गयी है।
– निर्यातकों के लिए एक मल्टी करेंसी वर्ल्ड ट्रेवल कार्ड सुविधा की शुरुआत की गयी है। यह सुविधा अभी 6 विभिन्न मुद्राओ (अमेरिकन डॉलर, पोंड, यूरो, कैनेडियन डॉलर, सिंगापुर डॉलर, दिरहम) के लिए है। जिसका उपयोग निर्यातकों द्वारा ट्रेड फेयर / मर्चेंडाइजिंग / या व्यक्तिगत घूमने भी जा रहे है, तो इस कार्ड का उपयोग किया जा सकता है।
– भारत सरकार द्वारा अपने देश की मुद्रा (रूपये) को बढ़ावा देंने के लिए वोस्ट्रो एकाउंट्स की पहल की गयी है जिसके अंतर्गत ट्रेड हेतु अन्य मुद्रा में व्यापार न होकर अपने भारतीय रूपये में हो तथा निर्यात समबन्धी समस्त इन्वॉइसेस रूपये में दर्ज की जाए। अभी 2 देशों बांग्लादेश व म्याँमार के वोस्ट्रो एकाउंट्स हमारे देश में खोले गए है तथा अन्य देशो के साथ वोस्ट्रो एकाउंट्स खोलने की बात-चीत व प्रक्रिया जारी है।

श्री रोहित कुमार, डिप्टी मैनेजर कस्टम, ICD, पनकी, उपलब्ध एवं प्रदान की जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि कानपुर में अभी और आईसीडीस की आवश्यकता है। हमारा पनकी आईसीडी, निर्यातकों को अधिक से अधिक व कम समय में सुविधा दे रहा है। वर्तमान समय मैं निर्यात हेतु लॉजिस्टिक्स एवं ट्रांसपोर्टेशन की सुविधाएं क्रांति ला रही है, इसे देखते हुए निर्यातकों और बेहतर तरीके से सुविधा प्रदान करने हेतु आईसीडी की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ आईसीडी को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए तत्पर रहना होगा।

पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया जिसके संचालक सीए शरद शाह एवं श्री विशाल पांडे थे। इस पैनल में PNB, DGFT (श्री राजीव कुमार कुमार सैनी (I.T.S.)- डायरेक्टर (O/o) जॉइंट डायरेक्टर, डी.जी.एफ.टी., कानपुर, श्री धनंजय झा ब्रांच मैनेजर ईसीजीसी, ECGC के अधिकारी सम्मिलित थे जिन्होंने सत्र में उपस्थित निर्यातक बन्धुओं की शंकाओं की समाधान किया।

प्रश्नोत्तरी सत्र में लोहिया कॉर्प से आए श्री संतोष झा ने रसिया एवं सीरिया से व्यापार के पश्चात पेमेंट के मुद्दों, रहमान इंडस्ट्री के तहजीब रहमान ने मर्चेंट ट्रेडिंग व शिपिंग बिल एंट्री, सुपर हाउस के सलीम अख्तर ने बताया कि शिपिंग बिल क्लीयरेंस के तहत एक्सपोर्ट डॉक्यूमेंट क्लियर करवाने में बहुत समय लगता है, जिसको (डाक्यूमेंट्स) पुनः कार्रवाई हेतु कोरियर करना पड़ता है, इसलिए शिपिंग बिल क्लीयरेंस में कम से कम समय खपत होना चाहिए तथा यह अभी सुझाव दिया कि पीएनबी की शाखा को टीएफसी शाखा में परिवर्तित कर दिया जाए तो निर्यातकों को अधिक सहूलियत होगी। आयोजित सत्र में बीआरसी के समाधान, विभिन्न उत्पादों कि निर्यात हेतु लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया, पुराने शिपिंग बिल क्लीयरेंस तथा आईसीडी कानपुर की प्रणाली पर सवाल पूछे गए जिसका समाधान हमारे पैनल की अनुभवी विशेषज्ञों द्वारा किया गया।

सत्र का संचालन महेंद्र मोदी, सचिव, मर्चेंट्स चैम्बर ने किया तथा धन्यवाद प्रस्ताव मर्चेट्स चैम्बर के एक्सपोर्ट इम्पोर्ट कमिटी के एडवाइजर श्री योगेश दुबे ने प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से योगेश दुबे, रुफी वाकी, शेषनारायण त्रिवेदी, बैंक, कस्टम्स, ईसीजीसी, डिजीएफटी के अधिकारी, निर्यातक बंधु, चैम्बर के सदस्य आदि उपस्थित थे ।

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