July 5, 2025

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कानपुर नगर27मार्च24*सर पदमपत सिंघानिया सभागार में कानपुर का 221वां स्थापना दिवस अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ।

कानपुर नगर27मार्च24*सर पदमपत सिंघानिया सभागार में कानपुर का 221वां स्थापना दिवस अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ।

कानपुर नगर27मार्च24*सर पदमपत सिंघानिया सभागार में कानपुर का 221वां स्थापना दिवस अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ।

 

कानपुर 27 मार्च, आज मर्चेन्ट्स चैम्बर आफ उत्तर प्रदेश तथा कानपुर पंचायत के संयुक्त तत्वावधान में सर पदमपत सिंघानिया सभागार में कानपुर का 221वां स्थापना दिवस अत्यन्त हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ कानपुर पंचायत के द्वारा निर्मित वृत्तचित्र ‘‘कानपुर पग-पग निषा तेरे’’ के प्रदर्शन के साथ आरम्भ हुआ। इस वृत्तचित्र में कानपुर के पुरातात्विक, ऐतिहासिक, दर्शनीय तथा कानपुर के उद्योगों एवं बाजारों का अत्यन्त आकर्षक फिल्मांकन किया गया है।

मंच पर उपस्थित डॉ. इंद्र मोहन रोहतगी, डॉ. विनय पाठक, श्री विमल झाझरिया, श्री सुदीप गोयनका, चैम्बर के सचिव महेंद्र नाथ मोदी, श्री धरम प्रकाश द्वारा दीप प्रज्जवलन किया गया।

इस अवसर पर कानपुर में मानवीय बसावट के सम्बन्ध में इतिहासवेत्ता श्री मनोज कपूर ने बताया कि कानपुर में मानव की बसावट के प्रमाण 40 हजार वर्ष पूर्व के प्राप्त होते है। नव पाषाण काल में 20 हजार वर्ष पुराने षिाकारी समूह की मानव बस्तियों के प्रमाण भी यमुना और सेंगुर नदी के किनारे कानपुर परिक्षेत्र में प्राप्त होते है। गुप्त, कुषाण एवं मौर्यकालीन व्यवस्थित मानव बस्तियों के अवशेष भी जाजमऊ टीले से प्राप्त हुए हैं। 400 ईसा वर्ष पूर्व कच्ची ईटों का प्रयोग कानपुर परिक्षेत्र में पाया गया है तथा ईसा पूर्व प्रथम शताब्दी में छत ढकने के लिए खपरैलों का प्रयोग भी परिक्षेत्र में रेखांकित हुआ है। भगवान बुद्ध के एक वर्षावास का उल्लेख भी इस क्षेत्र में मिलता है और उस काल में अरौल एक प्रसिद्ध नगर माना जाता था। वस्तुतः कानपुर मानव के सतत् विकास का साक्षी है। इस अवसर पर वरिष्ठतम पत्रकार श्री रमेश वर्मा ने कानपुर की पत्रकारिता पर प्रकाश डालते हुये भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में इसके योगदान को विस्तार से रेखांकित किया।
इस अवसर पर संगीत क्षेत्र में श्री विनोद द्विवेदी (संगीत नाटक कला अकाडमी से पुरस्कृत), आद्योगिक क्षेत्र में श्री तरूण गर्ग, सांस्कृतिक क्षेत्र में डा0 सुचरिता खन्ना, आयुर्वेदिक चिकित्सा क्षेत्र में डा0 वन्दना पाठक, पत्रकारिता क्षेत्र में वरिष्ठ खेल पत्रकार श्री अनन्त षोखर मिश्रा तथा सामाजिक सेवा क्षेत्र में 105 नेत्र षिाविर लगाने वाले श्री बालकृष्ण ओमर पुखरायां को उनके अतुलनीय योगदान हेतु सम्मानित किया गया।
27 मार्च को विषव रंगमंच दिवस के अवसर पर कानपुर के वरिष्ठतम रंगकर्मी श्री राधेश्याम दीक्षित का सम्मान किया गया और उनके सम्बन्ध में एक वृत्तचित्र भी प्रदर्शित किया गया।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के सहयोग से आयोजित कानपुर दिवस चित्रकला प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को इस अवसर पर नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया तथा प्रतियोगिता की चयनित कला कृतियों की एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गयी।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्रीमती प्रमिला पांडेय, श्री सलिल विश्नोई, डॉ. जगन्नाथ गुप्ता, श्री टीकम चंद सेठिया, श्री गुलशन धूपर, डॉ. अवध दुबे, श्री शेष नारायण त्रिवेदी, डा0 अंकित गुप्ता, श्री रतन राठौर, आदि उपस्थित रहे।

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