June 28, 2025

UPAAJTAK

TEZ KHABAR, AAP KI KHABAR

नई दिल्ली22फरवरी24*शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर किसानों के ऊपर गोलियों और आंसू गैस के गले धागे जा रहे हैं,निंदनीय-अखिलेश यादव

नई दिल्ली22फरवरी24*शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर किसानों के ऊपर गोलियों और आंसू गैस के गले धागे जा रहे हैं,निंदनीय-अखिलेश यादव

नई दिल्ली22फरवरी24*शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर किसानों के ऊपर गोलियों और आंसू गैस के गले धागे जा रहे हैं,निंदनीय-अखिलेश यादव

आज जिस तरीके से शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर किसानों के ऊपर गोलियों और आंसू गैस के गले धागे जा रहे हैं यह दर्शाता है कि यह सरकार तानाशाह हो गई है हिटलर के नक्शे कदम पर यह सरकार चलने का काम कर रही है आज देश का अन्नदाता अपना हक मांग रहा है वह भी इसी देश का रहने वाला है पाकिस्तान और चीन का नहीं है फिर भी उसके साथ इस तरीके का व्यवहार क्यों हो रहा है कभी किसानों के ऊपर कभी अल्पसंख्यकों के ऊपर कभी दलितों और पिछड़ों के ऊपर कभी गरीबों के ऊपर बुलडोजर चलाए जाते हैं तो कभी गोलियां चलाई जाती हैं कभी उनको जेल की सलाखों में डाला जाता है यह कब तक चलेगा किसने की मांग जायज है वह अपनी मांग को लेकर दिल्ली जाना चाहते हैं तो सरकार उनको क्यों रोक रही है सारे अपराधी देश विरोधी ताकत दिल्ली जा सकती हैं लेकिन किस क्यों नहीं जा सकता आखिर उनके ऊपर गोली चलाने का आदेश कौन दे रहा है ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा कम होना चाहिए उनको जेल की सलाखों में डाला जाना चाहिए और किसानों को सकुशल दिल्ली जाने देना चाहिए नहीं तो यह किस आने वाले 2024 लोकसभा के चुनाव में इस सरकार का तख्ता पलट कर देंगे हम सब एक हैं एक रहेंगे और इंडिया गठबंधन आएगी तो किसानों के हक हक्क और तमाम उन लोगों के अधिकार मिलेंगे जो आज अपने अधिकार से वंचित है मैं एक शेर लिख देना चाहता हूं हमने कई बार लिखा है और आज भी लिखकर बता देना चाहता हूं सरकार को। जुल्म फिर जुल्म है बढ़ता है तो मिट जाता है। खून फिर खून है टपकेगा तो जम जाएगा। कहीं शोला कहीं नारा कहीं पत्थर बनकर। खून चलता है तो रुकता नहीं संगीनों से। सर उठाता है तो दबता नहीं आई नो से।अतहर जमाल लारी समाजवादी पार्टी वाराणसी उत्तर प्रदेश पूर्व प्रत्याशी लोकसभा के दो बार पूर्व प्रत्याशी विधानसभा के तीन बार के

संवाददाता- मोहम्मद इमरान अली न्यूज़ यूपी आजतक ✍️

Copyright © All rights reserved. | Newsever by AF themes.