July 5, 2024

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लखनऊ 22 अगस्त *भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की पुण्यतिथि पर सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि*

लखनऊ 22 अगस्त *भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की पुण्यतिथि पर सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि*

लखनऊ 22 अगस्त *भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की पुण्यतिथि पर सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि*

लखनऊ।दुनिया को शहनाई की सुरीली तान से परिचय कराने वाले उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की पुण्यतिथि पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धांजलि दी।शनिवार को सीएम योगी ने ट्वीट किया, भारत रत्न से सम्मानित महान शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर श्रद्धांजलि। आपकी शहनाई से निकले सुमधुर स्वर, संगीत प्रेमियों की स्मृतियों में सदैव जीवंत रहेंगे।वे अपनी शहनाई को बेगम कहते थे और उसी के साथ 21 अगस्त 2006 को इस दुनिया से रुखसत हुए थे।

बिहार के डुमरांव के ठठेरी बाजार में बिस्मिल्लाह खान का जन्म हुआ था। बिस्मिल्लाह खान को शहनाई का जादूगर कहा जाता था। कहते हैं कि जब 15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिली थी तो बिस्मिल्लाह खान की शहनाई की धुन दिल्ली में बजी थी। 26 जनवरी को भी उनकी धुन ने चार चांद लगाए थे।बिस्मिल्लाह नाम उनके दादा ने दिया था।बताया जाता है कि जब उनका जन्म हुआ था तब बरबस ही उनके दादा के मुंह से बिस्मिल्लाह निकल गया था। तब से उनका नाम बिस्मिल्लाह पड़ गया था। एक बार जब बिस्मिल्लाह ईद मनाने बनारस अपने मामा के घर गए तो बनारस के बनकर रह गए।उनके मामा अली बख्श एक मंदिर में शहनाई बजाया करते थे।तब बिस्मिल्लाह भी उनके साथ होते थे और इस तरह शहनाई से बिस्मिल्लाह का रिश्ता कायम हुआ।बिस्मिल्लाह एक असाधारण शहनाई वादक थे, जो शास्त्रीय धुनों को बड़ी सहजता के साथ शहनाई पर बजाते थे। कई बड़े नेताओं के अलावा फिल्म अभिनेता भी बिस्मिल्लाह की शहनाई वादन के मुरीद थे। इंदिरा गांधी बिस्मिल्लाह की शहनाई सुनने के लिए अक्सर उन्हें आमंत्रित किया करती थीं। उस्ताद बिस्मिल्लाह खान को संगीत में उनके योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया था।बिस्मिल्लाह खान को 2001 में भारत रत्न ने सम्मानित किया गया था।

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