July 8, 2025

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लखनऊ 12 अगस्त22*लखनऊ अब तक कि बड़ी खबर पत्रकारों को धमकाने पर लगेगा जुर्माना व 3 साल की तक कि हो सकती है जेल

लखनऊ 12 अगस्त22*लखनऊ अब तक कि बड़ी खबर पत्रकारों को धमकाने पर लगेगा जुर्माना व 3 साल की तक कि हो सकती है जेल

लखनऊ 12 अगस्त22*लखनऊ

अब तक कि बड़ी खबर
पत्रकारों को धमकाने पर लगेगा जुर्माना व 3 साल की तक कि हो सकती है जेल

हाई कोर्ट की टिप्पड़ी के बाद पीएम और सीएम का भी ऐलान आया कि पत्रकारों से अभद्रता करने वालों पर लगेगा 50.000 हजार का जुर्माना एवम पत्रकारों से बदसलूकी करने पर हो सकती है 3 साल की जेल पत्रकारों को धमकाने वाले को 24 घण्टे के अंदर जेल भेज दिया जाएगा पत्रकारों को धमकी के आरोप में गिरफ्तारी लोगो को आसानी से नही मिलेगी जमानत सीएम योगी जी का कहना है कि पत्रकारों को परेशानी होने पर तुरंत सम्पर्क कर सहायता प्रदान करे और पत्रकारों से मांन सम्मान से बात करे वरना आपको पड़ेगा महँगा

बदसलूकी करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ दर्ज होगी एफआईआर नही तो ssp पर होगी कार्यवाही पत्रकार नही है भीड़ का हिस्सा पत्रकारों के साथ बढ़ती ज्यादती और पुलिस के अनुचित व्यवहार के चलते कई बार पत्रकार आजादी के साथ अपना काम नही कर पाते है उसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने राज्य सरकारों को चेतावनी देते हुए निर्देश भी दिया है कि पुलिस आदि पत्रकारों के साथ बदसलूकी न करे

किसी स्थान पर हिंसा या बवाल होने की स्थिति में पत्रकारों को उनके काम करने में पुलिस व्यवधान नही पहुचा सकती

पुलिस जैसे भीड़ को हटाती है वैसा व्यवहार पत्रकारों के साथ नही कर सकती

पुलिस वालों या अधिकारियों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा काटजू ने कहा कि जिस तरह कोर्ट में एक अधिवक्ता अपने मुवक्किल का हत्या का केस लड़ता है पर वह हत्यारा नही हो जाता है

उसी प्रकार किसी किसी सावजनिक स्थान पर पत्रकार अपना काम करते है पर वे भीड़ का हिस्सा नही होते

इसलिए पत्रकारों को उनके काम से रोकना मीडिया की स्वतंत्रता का हनन है

प्रेस काउंसिल ने देश के कैबिनेट सचिव गृह सचिव राज्यो के मुख्यमंत्री मुख सचिव व ग्रह सचिवों को इस सम्बंध में निर्देश भेजा है और उससे स्पस्ट कहा है कि पत्रकारों के साथ पुलिस या अर्धसैनिक बलों की हिंसा बर्दास्त नही की जाएगी

सरकार ये सुनिश्चित करे कि पत्रकारों के साथ ऐसी कोई कार्यवाही कहीं न हो पुलिस की पत्रकारों के साथ कि गयी हिंसा मीडिया की स्वतंत्रता के अधिकारों का हनन माना जाएगा जो संविधान की धारा 19 एक ए में दी गयी है और इस संविधान की धारा के तहत बदसलूकी करने वाले पुलिस कर्मी या अधिकारी पर आपराधिक मामला दर्ज होगा

लखनऊ से अर्चना खन्ना की रिपोर्ट यूपी आजतक

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