October 28, 2025

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मुम्बई16फरवरी*बुद्धअस्थी धम्मपद यात्रा टी वी चॅनेलो पर क्यू नही?*

मुम्बई16फरवरी*बुद्धअस्थी धम्मपद यात्रा टी वी चॅनेलो पर क्यू नही?*

मुम्बई16फरवरी*बुद्धअस्थी धम्मपद यात्रा टी वी चॅनेलो पर क्यू नही?*
(आरपीआई संविधान पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पैंथर डॉ. राजन माकणीकर का प्रश्न)

*मुंबई दि (प्रतिनिधि) तथागत गौतम बुद्ध की अस्थि कलश धम्म पदयात्रा परभणी से मुंबई थायलेंड*के 110 बौद्ध भिक्षुयो के साथ*
*महाराष्ट्र राज्य के महामार्गो से*गुजरते वक्त जगह जगह*स्वागत किया जा रहा है.*परंतु टी वी चॅनेल पर इस *इतिहासिक घटना की न्यूज नही चलाइ गयी इस बात का खेद रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया* *(संविधान)* *पार्टी के संस्थापक महासचिव* *पॅन्थर* *डॉ. राजन माकणीकर ने व्यक्त किया.*

तथागत गौतम बुद्धांच्या अस्थी कलश पदयात्रेत जागतिक धर्मगुरू भंते तेप्रिवय यधिष्ठी, भंते लॉंगफुजी, भंते सोंगसेक फॅन्टफियन यांच्यासह मुंबई येथील भंते विसुद्धानंद बोधी महाथेरो, भन्ते संघप्रिय, भंते पद्मपांनी, भंते शिलबोधी, समवेत अन्या विभाग व जिल्ह्यातील भंते सहभागी झाले.

नागरिकांना तथागत भगवान बुध्द यांच्या अस्थिधातू कलशाचे वंदन करायला महामार्गावर 5 ते 10 किलोमीटरपर्यत लांबच्या लांब रांगा लागल्या असतांना महाराष्ट्रीयन मीडिया झोपेत आहे की झोपेचे सोंग घेतले आहे असा प्रश्न ही डॉ. माकणीकर यांनी प्रसारमाध्यमांना केला.

महाराष्ट्र के बौद्ध अनुयायियों को ढाई हजार वर्ष बाद तथागतों की अस्थी कलश धम्म पदयात्रा के माध्यम से बुद्ध की अस्थियों की झलक मिल रही है, जो 17 जनवरी से परभणी से मुंबई चैत्यभूमि “चैत्यस्तूप” के लिए शुरू हुई है। जहां हजारों की भीड़ उमड़ रही थी, वहीं एक भी टीवी चैनल ने इस ऐतिहासिक क्षण पर ध्यान नहीं दिया.

जो बुद्ध का द्रोही बना हुआ है, बुद्ध की मिट्टी में अपना मुंह उठा रहा है। अंबेडकरी नौजवानों के लिए जरूरी है कि ऐसे मनुवादी को जल्द रोका जाए. ऐसे डॉ. राजन माकनीकर ने कहा।

तथागत गौतम बुद्ध की अस्थि कलश पदयात्रा में भंते तिपरिवय यधिष्ठी, भंते लोंगफूजी, भंते सोंगसेक फंटफियान सहित भंते विसुद्धानंद बोधि महाथेरो, भंते संघप्रिय, भंते पद्मपाणि, भंते शीलबोधि, भंते ने भाग लिया।

डॉ. माकणीकर ने येह सवाल किया कि महाराष्ट्रियन मीडिया सो रहा है या सोने का नाटक कर रहा है जब नागरिक भगवान बुद्ध की अस्थियों को श्रद्धांजलि देने के लिए राजमार्ग पर 5 से 10 किलोमीटर की लंबी कतारों में खड़े हैं।

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