महोबा5अक्टूबर25*महोबा शहरी इलाके की 1.92 करोड़ की लागत से बुझेगी प्यास
अमृत योजना 2.0 के प्राक्कलन को मिली मंजूरी
सदर विधायक राकेश गोस्वामी और एम एल सी जितेंद्र शहर की पहल लाई रंग
21 हजार लोगों को मिलेंगे निःशुल्क पानी कनेक्शन
महोबा से अजय विश्वकर्मा की रिपोर्ट यूपीआजतक
महोबा। महोबा शहरी इलाके में वर्षों से व्याप्त पेयजल संकट अब जल्दी खत्म हो जाएगा। केंद्र सरकार की योजना अमृत 2.0 में शामिल बहुप्रतीक्षित 1.92करोड़ रुपए के प्राक्कलन को सरकार से स्वीकृति मिल गई है। कार्यदाई संस्था हमीरपुर जल निगम जल्दी ही निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू कर सकेगा।
महोबा शहर इलाके में वर्षों से पेयजल का विकराल संकट रहता था। शहर के डेढ़ दर्जन से अधिक मुहल्ले में ऊपरी प्रभावित इलाके में टैंकरों से जल आपूर्ति में लाखों खर्च हो रहा था। दस साल के अंतराल में बड़ी आबादी के दायरे में पेयजल की व्यवस्था नहीं थी। जनता में पीने के पानी को लेकर लगातार आवाज उठ रही थी। बीस साल से उर्मिल बांध से जलापूर्ति हो रही थी लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा था।
सदर विधायक राकेश गोस्वामी और एम एल सी जितेंद्र सिंह सेंगर की प्रभावी पहल के चलते दो साल से अमृत 2.0 योजना में लंबित शहरी इलाके के प्राक्कलन को अब वित्तीय स्वीकृति मिल गई है।योजना के प्राक्कलन अनुसार महोबा शहर के लिए पानी अब कबरई डैम से आयेगा। शहर से 8किमी दूर स्थित ग्राम बिलबई के पास केंद्रीय विद्यालय समीप चिन्हित जमीन पर वाटर ट्रीट मेट प्लांट 9 एम एल डी क्षमता का बनेगा यही से स्वच्छता के बाद पानी आपूर्ति होगी।
शहर की बढ़ती आबादी को देखते हुए स्वीकृत पेयजल से प्रभावित इलाके में
307 किमी की पाइप लाइन विस्तार होगी। पानी की सीधी आपूर्ति को 6 टंकीयो में
3पहाड़ी इलाके के हवेली दरवाजा, सीडीओ ऑफिस और समदनगर में बनेगी।3 टंकी में पट्ठा तिगैला, पवार हाउस समीप ,बजरिया में मस्जिद समीप और बिलबई रोड पर बनेगी। योजना से शहरी इलाके की पेयजल प्रभावी इलाकों की आबादी में 21हजार कनेक्शन पानी के लिए निःशुल्क दिए जाएंगे। इस योजना के पूरा होने पर पेयजल आपूर्ति योजना का स्थाई समाधान अब जल्दी होने की उम्मीद बढ़ गई है।
कार्यदाई संस्था हमीरपुर जल निगम अधिशाषी अभियंता ए के शर्मा ने बताया । शहर इलाके के पेयजल समस्या को देखते हुए बने प्राक्कलन को स्वीकृति मिल गई है। अधिकतर चिन्हित जमीन पर जल्दी ही अब योजना की प्रगति बढ़ेगी। तकनीकी वित्तीय स्वीकृति मिलने से टेंडर प्रक्रिया होते ही कार्य शुरू कराया जाएगा।अभी तक उर्मिल बांध पर शहर की निर्भरता थी। इसी लिए पेयजल का संकट रहता था। उर्मिल बांध से भी आपूर्ति होगी और नए प्रोजेक्ट को पानी कबरई बांध से मिलने से समस्या पूरी तरह हल हो जाएगी।
More Stories
रीवा मध्यप्रदेश14अक्टूबर25*यूपीआजतक न्यूज चैनल पर रीवा की कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण खबरें
रीवा14अक्टूबर25**₹600 की बेइज़्ज़ती — दिव्यांग दीपक गुप्ता का सवाल, मंत्री जी ज़रा अपने माता-पिता से पूछिए क्या इतने में जीवन चल सकता है?**
मथुरा14अक्टूबर25*जेल में बंद कैदियों द्वारा तैयार की जा रही है मोमबत्ती व दीपक*