May 24, 2024

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भागलपुर30अप्रैल*परिधि और कला केंद्र द्वारा आयोजित परिधि सृजन मेला का समापन समारोह आयोजित हुआ।

भागलपुर30अप्रैल*परिधि और कला केंद्र द्वारा आयोजित परिधि सृजन मेला का समापन समारोह आयोजित हुआ।

भागलपुर30अप्रैल*परिधि और कला केंद्र द्वारा आयोजित परिधि सृजन मेला का समापन समारोह आयोजित हुआ।

आज दिनांक 30 अप्रैल 2023 को परिधि और कला केंद्र द्वारा आयोजित परिधि सृजन मेला का समापन समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण संकाय अध्यक्ष डॉक्टर योगेंद्र ने अपने वक्तव्य में कहा कि
देश और समाज की चेतना सुंदर हो इसके लिए हम संस्कृतिकर्मी पिछले 30-35 वर्षों से ऐसा प्रयास कर रहे हैं।
विशिष्ट अतिथि डॉक्टर वर्षा रानी ने कहा कि यहां आकर बहुत सुकून मिल रहा है एक तरफ पेंटिंग दूसरी तरफ संगीत और नृत्य के कार्यक्रम हो रहे हैं यह बहुत ही सुखद है। कला केंद्र भागलपुर ही नहीं पूर्वी क्षेत्र के लिए धरोहर है इसे और खूबसूरत बनाने और सजाने सवारने की जरूरत है। डॉ हबीब मुर्शिद खान ने कहा कि मैं बहुत फर्क महसूस करता हूं कि मैं ऐसे संस्थान से जुड़ा हूं। कला केंद्र और इस समूह ने इस जयपुर के बच्चों को कला के प्रति प्रोत्साहित कर बड़ा कलाकार बनाया है।
इस मौके पर सबीहा फैज, एनुल होदा, उदय, ललन, तक़ी अहमद जावेद, मिंटू कलाकार, डॉ हबीब मुर्शिद खान ने बच्चों को पुरस्कार प्रदान किया। इसके पूर्व कवि सम्मेलन में इकराम हुसैन साद, डॉ प्रेम चंद्र पांडे, जावेद अख्तर, क़ाफ़िया कामनी, सीनू कल्याणी, कपिल देव कृपाला, मृदुला सिंह, जयंत जलद आदि ने अपनी कविता द्वारा समाज के विभिन्न कुरीतियों पर प्रहार किया और एक स्वस्थ, खूबसूरत एकता भरे माहौल की बात की।चित्र शिल्प प्रदर्शनी में एक और जहां बच्चों द्वारा निर्मित चित्र और मिट्टी खिलौने थे वहीं दूसरी ओर शहर व आसपास के जाने-माने कलाकारों की कृतियां लगी हुई थी। शहर के चर्चित चिकित्सक डॉक्टर पी वी मिश्रा द्वारा जल रंग के सुंदर प्रयोग द्वारा बने चित्र दर्शकों को अपने पास रोक लेता था। मिथिलेश आनंद ने इंस्टॉलेशन आर्ट द्वारा महिला हिंसा और उत्पीड़न में जूझती तड़पती महिलाओं की ब्यथा को अपनी कला द्वारा प्रस्तुत किया।
लोक कला खंड में लगे मंजूषा पेंटिंग और मधुबनी पेंटिंग को दर्शकों ने बहुत ही पसंद किया। मृदुला सिंह, कोमल कुमारी, रजनी कुमारी और कृतिका ने मंजूषा पेंटिंग में बेहतरीन प्रयोग कर उसे खूबसूरती प्रदान किया था वही बिहार के चर्चित लोक कला मधुबनी पेंटिंग की प्रदर्शनी बबीता सिंह ने लगायी थी। समापन के अवसर पर कला केंद्र के प्राचार्य राहुल ने कहा कि इस वर्ष सृजन मेला के लगभग 10000 लोग भागीदार हुए और 300 बच्चों ने पुरस्कार पाया। अच्छा ने कहा कि सजन मेला का हमें साल भर इंतजार रहता है क्योंकि बहुत सारी ऐसी प्रतियोगिताएं होती है जो हमें समाज से देश से जोड़ता है।
सृजन मेला के आयोजन में सार्थक भरत, मनोज कुमार, संजय कुमार, बिनय कुमार भारती, रविंद्र कुमार मृदुला सिंह आदि ने मेला को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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