June 29, 2025

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भागलपुर12अप्रैल24*अवैध क्लीनिकों पर आखिर प्रशासन कब तक लगायेगा लगाम।

भागलपुर12अप्रैल24*अवैध क्लीनिकों पर आखिर प्रशासन कब तक लगायेगा लगाम।

भागलपुर बिहार से शैलेन्द्र कुमार गुप्ता यूपी आजतक

भागलपुर12अप्रैल24*अवैध क्लीनिकों पर आखिर प्रशासन कब तक लगायेगा लगाम।

*सन्हौला निजी क्लीनिक की मनमानी से मरीज परेशान ऐसे कई चल रहे हैं अवैध क्लिनिक और अवैध जांच घर कब तक होगी कार्रवाई*

नवजात को डिस्चार्ज नहीं करने पर ग्रामीणों ने मचाया हंगामा
भागलपुर जिले के सन्हौला बाजार में चल रहे कई निजी वह अवैध अस्पताल की मनमानी चरम सीमा पर है,मजबूर बेबस एवं लचार मरीजों से मजबूरी का फायदा उठाकर निजी क्लीनिक एवं अस्पताल पैसा येठने से बाज नहीं आ रहे हैं, कई ऐसे दलाल और बिचौलिए द्वारा निजी क्लिनिक से मोटी कमीशन लेकर मरीज को क्लिनिक मे भर्ती करा कर मजबूर बेबस गरीब मरीजों से लाखो की राशि की वसूली होती है, एक ऐसा ही मामला सन्हौला बाजार स्थित रिमझिम क्लीनिक एवं बेबी केयर से प्रकाश मे है, एमबीबीएस डॉक्टर का बोर्ड लगा कर अप्रशिक्षित डॉक्टर एवं अप्रशिक्षित ए एन एम एवं कर्मियों के भरोसे चला रहे क्लीनिक से नवजात शिशु को डिस्चार्ज नहीं करने पर परिजनों ने हंगामा मचाया, क्योंकि एक गरीब मरीज को 76000 का बील देने से असमर्थ था आपको बता दे रिमझिम अस्पताल में पूर्व में भी अधिकारी के आदेश पर जांच की गई थी इस समय 10 से ज्यादा मरीज उनके अस्पताल में एडमिट थे लेकिन एक भी एमबीबीएस डॉक्टर या महिला डाक्टर मौजूद नहीं था यह हम नहीं कह रहे हैं यह सन्हौला अस्पताल प्रभारी डॉक्टर संजीव कुमार दास ने मीडिया के सामने बयान दिया था आपको बता रिमझिम क्लीनिक नहीं है यह अस्पताल है जिस डॉक्टर नाम से रिमझिम क्लिनिक का लाइसेंस बना है यह डॉक्टर अस्पताल में मौजूद नहीं रहते हैं कहीं बाहर रहते हैं आखिर बिना जांच किए अधिकारी अस्पताल का लाइसेंस कैसे बना देते हैं आखिर मरीज एडमिट रिमझिम अस्पताल में रहता है तो एमबीबीएस डॉक्टर या महिला डाक्टर मौजूद क्यों नहीं रहता है
क्या था मामला :- मरीज के परिजन पोठिया गाँव निवासी चमकलाल पासवान ने बताया की मेरी बहु ( पोतहू ) आरती देवी पति देवेंद्र पासवान पिछले सोमवार को किसी के सहयोग से रिमझिम क्लीनिक में भर्ती हुई, क्लीनिक में उपस्थित कर्मियों ने मामला गंभीर बताते हुए उसे सर्जरी करने की सलाह दी, इसके एवज में 27000 रूपया खर्च बताया गया, सर्जरी हुई, और पुत्र को जन्म दिया, उसके बाद डॉक्टरों ने नवजात शिशु की हालत गंभीर बताते हुए, उसे नवजात शिशु को रिमझिम क्लीनिक से सटे बेबी केयर में मैं भर्ती कराया, उधर जच्चा और बच्चा दोनों की स्थिति गंभीर हो गई, डॉक्टर ने जच्चा को ब्लड चढ़ाने की सलाह दी, तीन यूनिट ब्लड 20 हजार रूपये की मांग की, तभी मरीज की ठीक रहेगी, मरीज के परिजन मजबूर होकर हा भर दीया क्योंकि मरीज को बचाना था, दोनों क्लिनिक से मिलाकर 76 हजार का बील दे दीया, गरीब बेबस मरीज के परिजन देने मे असमर्थ थे,राशि नहीं मिलने से क्लिनिक से रोगी को छोड़ नहीं रहे थे, इसी को लेकर क्लिनिक परिसर मे हंगामा मची रही है,
इस संबंध में सिविल सर्जन भागलपुर अंजना कुमारी ने बताया कि जिले के सभी अस्पताल प्रभारी को निर्देश दीया गया है की अपने अपने क्षेत्र के निजी अस्पताल एवं क्लिनिक का जाँच रिपोर्ट दे, ताकि अवैध क्लिनिक ओर अस्पताल पर उचित कार्यवाही हो सके,
इस सम्बन्ध मे सन्हौला अस्पताल प्रभारी डॉ संजीव कुमार दास ने बताया की क्षेत्र के सभी निजी अस्पताल ओर क्लिनिक को एक सप्ताह के अंदर सारा कागजात की मांग की गई है जल्द ही जाँच रिपोर्ट भेज दी जायेगी, इसके पूर्व भी रिमझिम क्लिनिक ओर बेबी केयर की डीएम के आदेश पर जाँच हुई थी ओर जाँच रिपोर्ट सौंप दी गई है सन्हौला अस्पताल प्रभारी डॉक्टर संजीव कुमार दास ने यह भी बताया कि जिला से एक टीम भी गठित की जा रही है अवैध क्लीनिक या अवैध अस्पताल या अवैध जांच घर अवैध पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी जिसमें सन्हौला अस्पताल प्रभारी डॉक्टर संजीव कुमार दास ने अपील किया है गर्भवती महिला हो या और कोई हो मरीज सभी को सन्हौला सरकारी अस्पताल आना है अस्पताल में सभी सुविधा उपलब्ध है किसी के बहकावे में ना आए सीधे सरकारी अस्पताल आए।

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