September 3, 2025

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भागलपुर बिहार 03सितम्बर 2025*ज़मीन के लिए रिश्तों का कत्ल! छोटे भाई ने चाकू से गोदकर दो सगे भाइयों की हत्या कर डाली*

भागलपुर बिहार 03सितम्बर 2025*ज़मीन के लिए रिश्तों का कत्ल! छोटे भाई ने चाकू से गोदकर दो सगे भाइयों की हत्या कर डाली*

भागलपुर बिहार से शैलेन्द्र कुमार गुप्ता यूपी आजतक 03सितम्बर 2025

भागलपुर बिहार 03सितम्बर 2025*ज़मीन के लिए रिश्तों का कत्ल! छोटे भाई ने चाकू से गोदकर दो सगे भाइयों की हत्या कर डाली*भागलपुर बिहार 03सितम्बर 2025*ज़मीन के लिए रिश्तों का कत्ल! छोटे भाई ने चाकू से गोदकर दो सगे भाइयों की हत्या कर डाली*

ज़िले के घोघा थाना क्षेत्र के कल्याणपुर स्थित औलापुर गांव में ज़मीन विवाद ने खून की नदियाँ बहा दीं। जिस ज़मीन को लेकर वर्षों से झगड़ा चलता आ रहा था, उसी ज़मीन ने अब दो सगे भाइयों की जान ले ली। छोटे भाई ने अपनी ही खून की क़ीमत चुकाई — चाकू घोंपकर दो भाइयों को मौत के घाट उतार दिया।

वारदात की खौफ़नाक रात
सोमवार की रात विवाद उस वक़्त खूनी खेल में बदल गया जब छोटे भाई अवध पाठक और उसकी पत्नी नीलू पाठक ने मिलकर अपने ही भाई हरिद्वारिका प्रसाद पाठक और नीरज कुमार पाठक पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला बोल दिया। दोनों बुरी तरह घायल होकर ज़मीन पर तड़पते रहे। परिजनों ने उन्हें आनन-फानन में भागलपुर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया, लेकिन मंगलवार की सुबह इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया।

पुलिस कार्रवाई पर सवाल
मौत के बाद परिजनों का ग़ुस्सा पुलिस पर फूट पड़ा। परिवार वालों का आरोप है कि अवध और उसकी पत्नी लगातार ज़मीन को लेकर मारपीट करते थे। सोमवार को ही आरोपी दंपति ने बहन किरण की भी बेरहमी से पिटाई की थी, जिस पर उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने शिकायत पर गंभीरता से कार्रवाई नहीं की। अगर पुलिस पहले ही सख़्ती दिखाती, तो आज दो भाइयों की जान बच सकती थी।

पांच कट्ठा ज़मीन ने लिया खून का बदला
मृतकों के बड़े भाई प्रकाश नारायण पाठक ने बताया कि पिता और माता की मौत के बाद सातों भाइयों में ज़मीन का बंटवारा हो गया था। लेकिन छठे नंबर का भाई अवध हमेशा विवाद करता रहा। सड़क किनारे की पाँच कट्ठा ज़मीन पर वह कब्ज़ा जमाना चाहता था। इसी लालच और गुस्से में उसने दो भाइयों की जान ले ली।

खूनी इतिहास वाला भाई
प्रकाश पाठक ने खुलासा किया कि यह पहला मौका नहीं है जब अवध ने हिंसा की है। डेढ़ साल पहले उसने बड़े भाई के सिर पर ईंट मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। पैसे लेकर लौटाता नहीं था, मांगने पर मारपीट करता था। यानी हत्या उसकी हिंसक प्रवृत्ति का ही अंजाम है।

गांव में मातम, घर में चीख-पुकार
दो भाइयों की मौत के बाद पूरे औलापुर गांव में मातम का माहौल है। घर में महिलाएँ दहाड़ें मार-मारकर रो रही हैं। बुजुर्गों का कहना है कि जिस ज़मीन पर सभी का खून-पसीना गिरा, वही अब खून से लाल हो चुकी है।