May 18, 2024

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कौशाम्बी22मार्च*यूपीआजतक न्यूज़ से कौशाम्बी की खास खबरे

कौशाम्बी22मार्च*यूपीआजतक न्यूज़ से कौशाम्बी की खास खबरे

[3/22, 18:05] +91 99191 96696: *नहर के खान्धी फटने से 500 एकड़ पकी फसल जलमग्न*

*नहर विभाग के लापरवाह अधिकारियों को निलंबित किए जाने के किसानों ने की मांग*

*कौशाम्बी* मंझनपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम अढौली में नहर की खान्धी फटने से किसानों की 500 बीघे खेती जलमग्न हो गई है 15 दिन पूर्व नहर का पानी खेतों में भर जाने के बाद नहर को बंद कराए जाने की किसानों ने मांग की है लेकिन 15 दिन बीत जाने के बाद भी नहर का पानी विभाग नहीं बंद करा सका है किसानों ने अपनी बात जनप्रतिनिधियों के पास भी पहुंचाई लेकिन जनप्रतिनिधि भी उदासीन बने हुए हैं जिससे किसानों के सामने समस्याएं खड़ी हो गई है इस समय लगभग सभी फसलें पक कर खेतों में तैयार खड़ी हैं और इन स्थितियों में नहर की खान्धी फट जाने से 500 बीघे खेतों में खड़ी तैयार फसल का नुकसान किसानों को हुआ है जिसकी भरपाई होती नहीं दिख रही है

इलाके के सैकड़ों किसानों के खेतों में अचानक पानी भर जाने के मामले में नहर विभाग की घोर लापरवाही सामने उजागर हो रही है अब किसानों के सामने इस मुसीबत का समाधान कैसे होगा विभाग के अधिकारी अपने गलतियों पर सुधार करने के बजाए एक दूसरे पर दोषारोपण करने पर लगे हैं विधानसभा चुनाव व्यतीत हो जाने के बाद किसानों के हिमायती बनने वाले जनप्रतिनिधियों ने भी किसानों से किनारा कर लिया है जिससे किसानों के सामने मुसीबत बढ़ती जा रही है

नहर विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही के चलते इलाके के सैकड़ों किसानों को नुक्सान पहुंचा किसानों का कहना है कि आज 15 दिन से सभी जनप्रतिनिधियों को नहर की खान्धी कट जाने के बाद फसलों के जलमग्न होने की सूचना दी जा रही थी परंतु किसी के कानों में जू नहीं रेंगी है नहर से खेतों में अचानक पानी भर जाने से इलाके के सैकड़ों किसानों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है और उनके सामने 2 जून की रोटी की समस्या उत्पन्न हो सकती है भाजपा नेता गोलू सिंह पटेल ने नहर बंद करने की सूचना विभाग के अधिकारियों को दिया उनका कहना है कि 15 बीघा खेत मे पानी भर जाने से हमारा भी लाखो रुपये का नुकसान हुआ है उनका कहना है कि इस नुकसान की भरपाई कैसे होगी समस्या से कैसे निजात मिलेगा सरकार किसानों के नुकसान की भरपाई कैसे करेगी यह तमाम सवाल योगी सरकार में किसानों के सामने खड़ा है इलाके के किसानों ने नहर विभाग के लापरवाह अधिकारियों को निलंबित करते हुए उन्हें दंडित किए जाने की मांग की है

[3/22, 18:05] +91 99191 96696: *अढौली गांव में नहर कटने से किसानों की फसलों के हुए नुकसान का सकिपा ने मांगा मुआवजा*

*कौशाम्बी* समर्थ किसान पार्टी ने सरसवा ब्लॉक के अढौली गांव में नहर के कटने से किसानों की सैकड़ों बीघा जलमग्न हुई फसलों के नुकसान का सिचाई विभाग और जिला प्रशासन से मुआवजा मांगा है। पार्टी नेता अजय सोनी ने इस मामले में बताया कि नहर विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से नहर कटी है और किसानों के खेतों में पानी भर गया है जिससे किसानों का भारी नुकसान हुआ है। अजय सोनी के मुताबिक सिंचाई विभाग की खाऊ कमाऊ नीति के कारण सिंचाई विभाग के ठेकेदार सिल्ट सफाई के कामों में भारी मनमानी करते हैं और मानक को दरकिनार कर काम करते हैं। सिल्ट सफाई के दौरान नहरों की पटरियों को अच्छी तरह से दुरुस्त नहीं करते जिसके चलते ऐसी घटनाएं सामने आती हैं। इसके लिए सिंचाई विभाग के अधिकारी जिम्मेदार हैं क्योंकि मौके पर पहुंचे बगैर, सिंचाई विभाग के अधिकारी ठेकेदारों से कमीशन लेकर कामों का भुगतान कर देते हैं जिसकी वजह से अक्सर नहरें कट जाती हैं और किसानों को आए दिन भारी नुकसान होता है।

इस सम्बन्ध में समर्थ किसान पार्टी के नेता अजय सोनी ने जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग से मांग किया है कि जिन जिन किसानों की फसलों का जलजमाव से नुकसान हुआ है, उन किसानों को नुकसान की भरपाई के लिए समुचित मुवावजा प्रदान किया जाए। आगे कहा कि जल्द ही इस मामले में समुचित कार्यवाही सुनिश्चित नही की गई और किसानों को समुचित मुुवावजा नहीं दिया गया तो समर्थ किसान पार्टी आंदोलन करेगी और किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए सड़क पर उतरेगी।

[3/22, 18:05] +91 99191 96696: *वेतन लेता सफाई कर्मी ग्रामीण करते हैं सफाई*

*नेवादा ब्लाक के दरहा गांव की दलित बस्ती मे नही हो रही साफ सफाई*

*कौशाम्बी* नेवादा बिकास खण्ड के दरहा गाँव की दलित बस्ती में सफाई ब्यवस्था पूरी तरह से चौपट है गांव की नालियां बज बजा रही है बीते एक वर्ष से दलित बस्ती में सफाई नहीं हो सकी है जब नाली गली सड़क पर बहने लगती है तो ग्रामीण नाली की सफाई खुद करके आने जाने का रास्ता बनाते हैं बार-बार शिकायत के बाद भी अधिकारी सफाई कर्मी की ड्यूटी लगाने में सफल नहीं हो सके हैं आरोप है कि सफाई कर्मी से प्रत्येक महीने पंचायत सेक्रेट्री 3000 रुपए महीने की इस बात की वसूली करता है कि बिना सफाई किये वेतन दिया जाएगा

ग्रामीणों का कहना है कि दरहा गांव में यादव समाज का सफाई कर्मी नियुक्त है और दलित बस्ती में बनी नाली को वह नही साफ करना चाहता पहले बीमारी का बहाना फिर चुनाव डियूटी लगी बता कर सफाई व्यवस्था से किनारा कर चुका है बीते एक वर्ष से सफाई कर्मी दलित बस्ती से गायब रहता है जिससे दलित बस्ती में गंदगी का अंबार लगा हुआ है सफाई कर्मी ने सफाई व्यवस्था चौपट होने के बाद ग्रामीणों की बात सफाई कर्मी ने अब अपने हेड कमलेश कुमार से बात कराया कमलेश कुमार पंचयात का अधिकारी बतकर दरहा गांव के दलित बस्ती के ग्रामीणों से बोले कि अभी इसको टाईम नही है सबकी डियूटी ब्लाक के अंदर सफाई में लगी है और जब समय मिलेगा तो बताएगें।सोचने वाली बात तो यह है कि क्या नेवादा ब्लाक में सफाई कर्मी नही नियुक्त है अगर नियुक्त है तो ब्लाक में गांव के सफाई कर्मी को क्यो बुलाकर ब्लाक को साफ कराया जाता है।दरहा गांव की दलित बस्ती में बीते साल भर से नाली नही साफ की गयी मजबूरी मे जिसके दरवाजा पानी बहने लगता है वह ग्रामीण नाली के पानी को रोकने के लिए खुद सफाई में जुट जाता है साफ सफाई व्यवस्था चौपट होने के बाद भी 1 साल बीत जाने के बाद सफाई कर्मी का वेतन नहीं रोका गया है सब कुछ अंधेरगर्दी में चल रहा है ग्रामीणों ने डीएम का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सफाई कर्मियों को बर्खास्त किए जाने की मांग की है

[3/22, 18:30] +91 99193 97657: *कौशांबी*
*लवलेश कुमार*

*सड़क खोल दिया क्वालिटी की पोल।*

*सड़क में दिखने लगी पोल*

*लोक निर्माण विभाग की खुली पोल*

*यूपी के चुनाव में लोक निर्माण विभाग मंत्री अर्थात डिप्टी सीएम कौशाम्बी से विधान सभा का चुनाव क्यूं न हारें। क्यूं कि सड़क बनने में देर जरूर लगी है।लेकिन उखड़ने में तनिक भी देर नहीं लगी।*
[3/22, 20:23] +91 97921 21202: *नकलविहीन एवं सुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराया जाए बोर्ड परीक्षा-डीएम*

*80 परीक्षा केन्द्रों पर कुल 42504 परीक्षार्थी देंगे बोर्ड परीक्षा 15 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 03 जोनल मजिस्ट्रेट एवं 04 सचल दल किये गये नियुक्त*

*कौशाम्बी* माध्यमिक शिक्षा परिषद, उ0प्र0, प्रयागराज द्वारा आयोजित हाईस्कूल/इंटर परीक्षा वर्ष-2022 को नकल विहीन/सुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने हेतु कलेक्ट्रेट परिसर के सम्राट उदयन सभागार में जिला अधिकारी सुजीत कुमार की अध्यक्षता में केन्द्र व्यवस्थापकों तथा स्टैटिक, सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेटों के साथ बैठक सम्पन्न हुई

बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि परीक्षा को निष्पक्ष, पारदर्शी एवं सुचितापूर्ण सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया जाय। सभी सम्बन्धित अधिकारी विशेष सतर्कता बरतें, किसी भी प्रकार लापरवाही न बरती जाय। उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी नियमों एवं निर्देशों का अक्षरशः सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाय। उन्होंने स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट को अपने-अपने विद्यालयों का भ्रमण कर सभी आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ ही सभी परीक्षा कक्षों में सी0सी0टी0वी0 की क्रियाशीलता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि हाईस्कूल/इंटरमीडिएट की परीक्षा दिनांक 24 मार्च 2022 से 12 अप्रैल 2022 तक आयोजित की जायेंगी। जनपद में कुल 80 परीक्षा केन्द्र बनाये गये हैं। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने हेतु 15 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 03 जोनल मजिस्ट्रेट एवं 04 सचल दल नियुक्त किये गये हैं। उन्होंने बताया कि परीक्षा के सफल संचालन हेतु कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है। हाईस्कूल में कुल 23361 परीक्षार्थी एवं इंटर में कुल 19143 परीक्षार्थी परीक्षा में प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने बताया कि 08 संवेदनशील एवं 06 अति संवदेनशील परीक्षा केन्द्र हैं।

[3/22, 21:03] +91 97921 21202: *हालैंड हॉल छात्रावास में फिर प्रतियोगी छात्र ने प्रेम प्रसंग में फांसी लगाकर दे दी जान*

*प्रयागराज* : हालैंड हॉल छात्रावास के कमरा नंबर 77 में प्रतियोगी छात्र संजय पटेल ने प्रेम प्रसंग में फांसी लगाकर जान दे दी। सोमवार देर रात घटना की जानकारी मिलने पर छात्रावास के लड़के दंग रह गए। सूचना पर पहुंची कर्नलगंज पुलिस ने फॉरेंसिक टीम की मदद से छानबीन की।

कमरे से मिला सुसाइड नोट में उसने अपनी मौत के लिए खुद को जिम्मेदार बताया था। जिस लड़की से वह प्रेम करता था, उसकी शादी तय हो चुकी है। इसी से परेशान होकर उसने जान दी है। पुलिस ने बताया कि संजय पटेल पुत्र अरविंद निवासी ग्राम पलानी थाना बबेरू बांदा का रहने वाला था। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीए और एमए की पढ़ाई करने के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। वह हालैंड हाल छात्रावास के कमरा नम्बर 77 में रहता था। वर्तमान में वह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से प्राचीन इतिहास में शोध कर रहा था। तैयारी के लिए वह दिल्ली चला गया था। होली से पहले प्रवक्ता की मुख्य परीक्षा थी। परीक्षा देने वह प्रयागराज आया और हालैंड हॉल कमरा नंबर 77 में ही रुका था। सोमवार शाम तक वह अपने दोस्तों के साथ बातचीत करता रहा। रात में कमरे में फांसी लगा ली। रात में करीब 1:30 बजे संजय पटेल का एक साथी कमरे में पहुंचा तो उसे फांसी पर लटका देख चीख उठा। कर्नलगंज पुलिस ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इस घटना की जानकारी मिलते ही उसके परिवार में कोहराम मचा रहा।
[3/22, 22:11] +91 99191 96696: *अनियंत्रित विक्रम चालक से होते हैं हादसे*

*कौशांबी* जिले की सड़कों पर बेखौफ तरीके से अवैध टेंपो विक्रम दौड़ रही है अवैध विक्रम टेंपो सड़क दुर्घटना का प्रमुख कारण बन चुके हैं स्थानीय थाना पुलिस यातायात पुलिस और एआरटीओ कार्यालय द्वारा कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है बीच सड़क पर वाहन खड़ा करके सवारी भरना और बीच सड़क पर सवारिप उतारना इन अवैध वाहन चालकों का कारनामा बन चुका है जिससे आए दिन हादसे होते हैं इस गंभीर समस्या पर आला अधिकारी भी गंभीर नहीं है मंझनपुर करारी रोड पर मंझनपुर से नारा रोड पर मंझनपुर से हिनौता रोड पर मंझनपुर से भरवारी रोड पर इसी तरह तिल्हापुर मोड़ से चलने वाले वाहन मनौरी बाजार से चलने वाले वाहन चरवा बेरूवा से चलने वाले बिक्रम टेम्पू मूरतगंज चौराहा से चलने वाले विक्रम टेंपो चालकों के अनियंत्रित तरीके से वाहनों के चलाने से दुर्घटनाएं तेजी से बढ़ी है बिना लाइसेंस के चालकों के हाथ में वाहन स्वामियों ने वाहन की स्टेयरिंग सौंप दिया है और पुलिस से लेकर एआरटीओ कार्यालय अनदेखी कर रहा है सूत्रों की माने तो जिम्मेदार द्वारा अधीनस्थों के जरिए महीन वारी वसूल करवा रहे हैं जिससे सब कुछ गलत होने के बाद उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है आखिर अवैध वसूली के दम पर कब तक डग्गामार वाहन सड़कों पर दौड़ते रहेंगे जो दुर्घटना को बढ़ावा देते हैं

[3/22, 22:11] +91 99191 96696: *पूरे जिले के सरकारी अस्पतालों से गायब चिकित्सकों पर रोक लगाने में सीएमओ हुए असफल*

*बरसों से दो दर्जन अस्पताल हुए वीरान इलाज को तड़प रहे मरीज जिम्मेदार बने धृतराष्ट्र*

*कौशांबी* योगी सरकार गरीब मरीजों को सस्ता इलाज उपलब्ध कराने के मकसद से करोड़ों रुपए महीने का वेतन सरकारी अस्पतालों के संचालन में प्रत्येक महीने अवमुक्त कर रही है लेकिन सरकारी अस्पतालों में तैनात चिकित्सक निजी नर्सिग होम में मशगूल होकर करोड़ों की कमाई में लगे हैं सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों के लगातार गायब रहने के मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी लापरवाह चिकित्सकों की नकेल कसने में असफल साबित हो चुके हैं जिससे जिले के सरकारी अस्पतालों में गरीब कमजोर मजलूम लोगों को इलाज नहीं मिल पाता है दो दर्जन सरकारी अस्पताल जिले में पूरी तरह से बंद जैसे हो गए हैं कभी उन अस्पतालों में वार्ड ब्याय कभी फार्मासिस्ट मिल गया तो बहुत बड़ी उपलब्धि योगी सरकार की होगी बार-बार शिकायत किए जाने के बाद भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी चौपट व्यवस्था को नहीं संभाल सके हैं तमाम अस्पतालों में इलाज को पहुंचे मरीजों को स्वास्थ्य कर्मी धक्का देकर भगा देते हैं यह आए दिन का मामला हो गया है आखिर बंद अस्पतालों में करोड़ों रुपए महीने का वेतन भुगतान दिए जाने का क्या औचित्य है इसका जवाब भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी नहीं दे पा रहे हैं वह बार-बार अस्पतालों की व्यवस्था सुधारने की बात बीते 6 महीने से कर रहे हैं लेकिन 6 महीने के बीज अस्पताल की व्यवस्था नहीं खुला रखे हैं सूत्रों की मानें तो सीएमओ के अधीनस्थ बाबू द्वारा बिना ड्यूटी के वेतन अव मुक्त कराने के नाम पर लाखों रुपए की कमीशन खोरी लापरवाह चिकित्सकों से कर रहे है जिससे सरकारी अस्पताल की चौपट व्यवस्था में सुधार होता नहीं दिख रहा है

गौरतलब है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व राजकीय महिला चिकित्सालय चरवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमनी लोकीपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बैशकाटी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टिकरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कनैली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पुरामुफ्ती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कादिलपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कसेन्दा राजकीय महिला चिकित्सालय बैशकांटी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेलराहा पश्चिम सहित दोल दर्जन से अधिक सरकारी अस्पताल पूरी तरह से वर्षों से बंद है कुछ अस्पतालों में फार्मासिस्ट कभी-कभी पहुंच जाते हैं और कुछ अस्पतालों में कभी-कभी वार्ड ब्याय मिलते हैं जिससे मरीजों को इलाज नहीं मिल पाता है दो दर्जन अस्पतालों की चौपट व्यवस्था पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वर्षों बीत जाने के बाद भी व्यवस्था नहीं सुधार सके हैं सरकारी अस्पतालों में मरीजों को समुचित इलाज मिल जाने की झूठी सूचना प्रत्येक महीने मुख्यमंत्री को सीएमओ भेजकर गुमराह कर रहे हैं चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था पर जिलाधिकारी ने भी चुप्पी साध रखी है जिससे जिले में मरीजों को इलाज नहीं मिल पाता है आखिर योगीराज में कब तक मरीजों को निजी नर्सिंग होम में इलाज के लिए पहुंचना होगा लापरवाह सरकारी चिकित्सकों से लगातार वसूली किए जाने का आरोप मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के एक बाबू पर लग रहा है

चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था की हकीकत जानने के लिए मंझनपुर तहसील क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बैश कांटी और राजकीय महिला चिकित्सालय बैश कांटी का निरीक्षण किया गया तो देखा गया कि वहां पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक भी चिकित्सक फार्मासिस्ट वार्ड ब्याय एएनएम स्वीपर मौजूद नहीं है अस्पताल पूरी तरह से लावारिस स्थिति में पड़ा है राजकीय महिला चिकित्सालय बैश कांटी में फार्मासिस्ट दिनेश सूंघ और कुक पुरुषोत्तम लाल मौजूद मिले हैं लेकिन राजकीय महिला चिकित्सालय बैश कांटी भी चिकित्सक मौजूद नहीं है आखिर एक परिसर में दो अस्पताल के बीच एक भी चिकित्सकों का ना मौजूद होना योगी सरकार की व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है बताया जाता है कि इन अस्पतालों में चिकित्सक और फार्मासिस्ट की तैनाती है लेकिन विभागीय उदासीनता के चलते घर बैठे वेतन ले रहे हैं फार्मासिस्ट ने बताया कि पीएचसी का फार्मासिस्ट अर्जुन सिंह को सैंपल में ड्यूटी लगाई गई है आखिर चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशक लखनऊ कब पहल करेंगे या फिर चौपट स्वास्थ्य व्यवस्था पर सीएमओ कार्यालय की अवैध वसूली पर स्वास्थ्य निदेशक भी चुप्पी साधे बैठे रहेंगे इलाके के लोगों ने मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा है कि सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट करने वाले मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कारनामों की जांच कराते हुए इन्हें सरकारी सेवा से बर्खास्त किया जाए

[3/22, 22:11] +91 99191 96696: *अज्ञात लाश पीएम भेजने तक पुलिस का काम सीमित*

*कौशांबी* सैनी कोतवाली क्षेत्र में मंगलवार को फिर एक युवक की अज्ञात लाश मिली है काफी प्रयास के बाद भी जिसकी शिनाख्त नहीं हो सकी है जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में आए दिन रेलवे लाइन के किनारे सड़क के किनारे झाड़ी तालाब में लावारिस लाश मिलती है स्थानीय थाना पुलिस लावारिस लाश को पोस्टमार्टम भेजकर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो जाती है पूर्व में भी तमाम अज्ञात लाश कोखराज सैनी पूरामुफ्ती सराय अकिल चरवा आदि थाना क्षेत्रों में मिल चुकी है लेकिन तमाम अज्ञात लाश का खुलासा वर्षों बाद भी थाना पुलिस नहीं कर सकी है आखिर अज्ञात लाश कौशांबी सीमा क्षेत्र में लाकर फेंकने वाले कौन हैं और चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवानों की ड्यूटी लगने के बाद अज्ञात लाश सड़क किनारे रेलवे स्टेशन पर फेंक कर अपराधी कैसे गायब हो जाते हैं यह पुलिसिया व्यवस्था पर बड़ा सवाल है कहीं थाना पुलिस का अज्ञात लाशों के हत्यारों से गहरी सांठगांठ तो नहीं है यह बड़ी जांच का विषय है

 

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