कौशाम्बी2अक्टूबर23*राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में भवंस मेहता महाविद्यालय भरवारी में गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाया गया*
*भरवारी कौशाम्बी* भवंस मेहता महाविद्यालय भरवारी में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाया गया कार्यक्रम का आरंभ माता सरस्वती के माल्यार्पण के बाद महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर माला और पुष्पांजलि अर्पित करने से हुआ।
महाविद्यालय के हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ. सी. पी. श्रीवास्तव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद करते हुए बताया की संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2007 से गांधी जी के सम्मान में विश्व अहिंसा दिवस मनाने का निर्णय लिया था, तबसे प्रत्येक वर्ष पूरे विश्व में गांधी जयंती को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होने अपने संबोधन में गांधी जी के कथनी और करनी में साम्य की बात कही। गांधी जी और भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन और दर्शन के विविध पक्षों पर अपने विचार प्रकट करते हुए इन दोनों महापुरुषों के जीवन दर्शन को अपने जीवन में अपनाने की बता कही
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. प्रबोध श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में महात्मा गांधी के अमोघ अस्त्र सत्य और अहिंसा पर बोलते हुए कहा कि अहिंसा वीरों का अस्त्र है कायरों का नहीं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने अहिंसा को व्यापक अर्थ में अपने जीवन में अपनाया था। उन्होंने वैचारिक हिंसा को भी हिंसा का ही रूप माना था। उन्होंने अपने संबोधन में प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री की ईमानदारी, कर्तव्य परायणता और राष्ट्रसेवा को याद करते हुए उनके आदर्शों को जीवन मे अपनाने की बात कही।इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रो. श्वेता यादव प्रो. उमा जायसवाल, प्रो. पंकज कुमार, डॉ. नीति मिश्रा,डॉ. सतीश चन्द्र तिवारी, डॉ. योगेश मिश्र,डॉ. लक्ष्मीकांत मिश्र, डॉ. अनुज कुमार तिवारी, डॉ. राहुल राय डॉ धर्मेन्द्र कुमार अग्रहरि, डॉ. महेंद्र उपाध्याय, डॉ. दीपक कुमार, डॉ. मनीष आदि उपस्थित रहें धन्यवाद ज्ञापन हिंदी के प्रध्यापक डॉ. सी. पी. श्रीवास्तव ने किया
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