May 8, 2024

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कौशाम्बी13मार्च*यूपीआजतक न्यूज़ से कौशाम्बी की खास खबरे

कौशाम्बी13मार्च*यूपीआजतक न्यूज़ से कौशाम्बी की खास खबरे

[3/13, 15:44] +91 99191 96696: *होली के पर्व पर अवैध शराब भट्टी संचालक डालेंगे खलल*

*चायल चौकी क्षेत्र में प्रतिदिन धधकती है सैकड़ों अवैध शराब की भट्ठियां*

*स्थानीय प्रशासन भट्ठी संचालकों को दे रहे हैं मौन सहमति*

*कौशाम्बी* पिपरी थाना अंतर्गत चायल चौकी क्षेत्र अवैध जहरीली शराब का गढ़ बन गया है। प्रतिदिन सैकड़ों लीटर अवैध शराब का निर्माण हो रहा है। आबकारी के निर्देश पर होली के त्यौहार पर शराब ठेके बंद हो बंद हो जाएंगे। शराब भट्टी संचालक होली के त्यौहार पर छुट्टी का फायदा उठाकर बेखौफ तरीके से शराब की बिक्री करेंगे क्योंकि होली के त्यौहार पर शराब की अधिक बिक्री होती है जिसकी तैयारी भट्टी संचालकों ने अभी से कर लिया है। वैसे तो पूरे जिले में अवैध शराब भट्टी इन दिनों बेखौफ तरीके से धधक रही हैं और स्थानीय पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में है।

शराब भट्ठी संचालक यूरिया, आक्सीटोसिन इंजेक्शन, नौसादर सहित आदि नशीली दवाइयों को मिश्रित कर जहरीली शराब का बड़े पैमाने पर निर्माण करते हैं। जहरीली शराब पीने से इसके पहले कोखराज, करारी क्षेत्र सहित प्रदेश के कई जनपदों में कई लोगों की मौत भी हो चुकी है लेकिन होली के त्यौहार पर अवैध शराब भट्टी को बंद कराने में स्थानीय पुलिस और आबकारी निरीक्षक गंभीर नहीं होते है। चायल क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक गांवों में प्रतिदिन सैकड़ों अवैध शराब की भट्ठियां शाम होते ही धधकने लगती है जिसे रोक पाने में स्थानीय पुलिस पूरी तरह से विफल हो चुकी है या फिर मौन सहमति दे चुके हैं। चायल चौकी क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार बड़ी ही तेजी के साथ फल फूल रहा है। स्थानीय प्रशासन उक्त जहरीली शराब संचालकों के खिलाफ शिकंजा कसने में नाकाम हो रहा है। क्षेत्रीय लोगों ने आलाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अवैध शराब भट्ठी का संचालन बंद कराकर भट्ठी संचालकों के साथ – साथ मौन सहमति दे रहे स्थानीय पुलिस चौकी और आबकारी निरीक्षकों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की है।

[3/13, 16:49] +91 99191 96696: *सांसद कौशाम्बी को पार्टी से निष्कासित करने की उठने लगी मांग*

*सांसद के लिए अब बजाओ ताली*

*पांचों विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशियों की पराजय के बाद पार्टी के कार्यकर्ता पदाधिकारी हो रहे है विचलित और वह जयचंद को पार्टी में नहीं रहने देना चाहते*

*कौशांबी* भारतीय जनता पार्टी के कौशांबी सांसद विनोद सोनकर के पार्टी विरोधी तमाम कारनामों को कार्यकर्ता पदाधिकारी नहीं हजम पा रहे हैं पार्टी के भीतर सांसद के कारनामे को लेकर जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है भाजपा कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों का कहना है कि सांसद विनोद सोनकर ने कौशांबी लोकसभा क्षेत्र के कुंडा बाबागंज चायल सिराथू मंझनपुर से भाजपा और गठबंधन प्रत्याशियों को हराने की पूरी रणनीति बनाई है कार्यकर्ताओं का कहना है कि सांसद ने भाजपा के विरोधी प्रत्याशियों को समर्थन दिया है जिससे भाजपा प्रत्याशियों की करारी हार हुई है वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में पूरा कौशांबी जिला भगवा मय दिखाई पड़ रहा था और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कौशांबी से भाजपा सांसद विनोद सोनकर जीते थे लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में लोकसभा क्षेत्र की पांचों विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशियों की पराजय के बाद पार्टी के कार्यकर्ता पदाधिकारी विचलित हो रहे हैं और वह जयचंद को पार्टी में नहीं रहने देना चाहते हैं कार्यकर्ताओं का कहना है कि सांसद विनोद सोनकर के रहते पार्टी का बंटाधार तय है सांसद के पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते भाजपा प्रत्याशियों को पराजय का मुंह देखना पड़ा है भाजपा के लोगों ने केंद्रीय संगठन से मांग की है कि सांसद विनोद सोनकर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के चलते पार्टी के संगठन से निष्कासित किया जाए

भारतीय जनता पार्टी के केद्रीय संगठन कमेटी से जनपद कौशाम्बी के पार्टी समर्थको ने कौशाम्बी सांसद विनोद सोनकर के पार्टी विरोधी गतविधियो को देखते हुये यह पुरजोर मांग करना शुरू कर दिया है कि पार्टी के इस जयचन्द को 6 वर्षो के लिए पार्टी हित मे निष्काषित करने की कार्यवाही करने में देरी न करे यदि अविलम्ब कार्यवाही न हुई तो आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव मे इन चयचन्दो से पार्टी को बहुत नुकसान होने की आशंका भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों ने व्यक्त किया है

[3/13, 18:44] +91 99191 96696: *पार्टी को संगठित करने में जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर सकी जिलाध्यक्ष*

*भाजपा जिला अध्यक्ष को भुगतना पड़ सकता है हार का खामियाजा*

*कौशाम्बी* भारतीय जनता पार्टी की जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी पार्टी को संगठित करने में असफल साबित हो रही हैं संगठन का नेतृत्व करने की क्षमता अनीता त्रिपाठी में नहीं है जिला अध्यक्ष बनाए जाने के बाद अनीता त्रिपाठी ने अपने पद और कर्तब्य की गरिमा को समझने के बजाय सांसद और विधायकों की जी हुजूरी तक सीमित रही जिससे पार्टी के बीच खिंचाव उत्पन्न होता रहा सांसद विधायक का पार्टी में बढ़ते दखल के चलते भाजपा का जनाधार दिनों दिन घटता गया और सांसद विधायकों के बेवजह दखल पर जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी अपने अधिकार का प्रयोग कर कठोर निर्णय नहीं ले सकी समय रहते जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए पार्टी को संगठित करने में कठोर निर्णय लिए होते और गलत को गलत सही को सही कहने की उनकी ताकत बनी होती तो भाजपा की दुर्गति कौशांबी में ना होती लेकिन इससे बेखबर अनीता त्रिपाठी सांसद विधायकों की जी हुजूरी गौरवान्वित महसूस होती रही जिसका नतीजा यह रहा कि भारतीय जनता पार्टी में अन्दर ही अन्दर बिखराव तेजी से बढ़ा अनीता त्रिपाठी जिला अध्यक्ष सांसद विधायकों के बढ़ते दखल को नहीं रोक सकी और कार्यकर्ता पदाधिकारी अपने को अपमानित महसूस करते रहे भारतीय में घुटन महसूस कर रहे कार्यकर्ता पदाधिकारी समय का इंतजार करते रहे और समय आने पर करारा जवाब दे दिया जिससे पूरी पार्टी बिचलित हो गई यदि समय पर कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों को उनका सम्मान मिल जाता तो विधान सभा चुनाव 2017 की तरह विधानसभा 2022 में भी कौशांबी जिला भगवा मय में रंगा होता लेकिन पार्टी को संगठित करने में जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी सफल साबित नहीं हो सकी और पार्टी के बिखराव के चलते विधानसभा चुनाव में कौशांबी जिले से भाजपा का पूरी तरह से सफाया हो गया

विधान सभा चुनाव 2017 में जिले की तीनों सीट पर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशियों की जीत के बाद भी विधानसभा चुनाव 2022 में जिले के सिराथू चायल मंझनपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशियों की करारी हार के बाद भारतीय जनता पार्टी में मंथन शुरू हो गया है पार्टी जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी के कार्यकाल में भाजपा के घटते जनाधार का जिम्मेदार जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी को शीर्ष नेतृत्व दे रहा है पार्टी के कुछ नेताओं ने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी की साख ना बचा पाने वाली जिला अध्यक्ष अनीता त्रिपाठी को नैतिकता के आधार पर अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए लेकिन विधानसभा मतगणना का परिणाम आने के 4 दिन बाद भी उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र नहीं दिया है पार्टी के लोगों का मानना है कि यदि पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच निष्ठा और एकता बनी होती तो तीनो सीट पर विधायक प्रत्याशी की विधानसभा चुनाव में हार नहीं होती लोगों का मानना है कि पार्टी को संगठित करने में जिला अध्यक्ष ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन बाखूबी नहीं किया है जिसका खामियाजा भारतीय जनता पार्टी को विधानसभा चुनाव में 3 विधायक सीट खो कर देना पड़ा है।

[3/13, 18:52] +91 99191 96696: *सड़को पर आड़े तिरछे खड़े बिक्रम से चौराहे पर लगता है जाम*

*कौशांबी* कोखराज थाना क्षेत्र के मूरतगंज चौराहे और पल्हाना तिराहे के आसपास सड़कों पर आड़ा तिरछा विक्रम खड़ी करके सवारियां भरे जाने से सड़क पर पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है जिससे दुर्घटना की भी संभावना हमेशा सामने मुंह बाए खड़ी रहती है लेकिन विक्रम चालकों से नंबर लगाने के नाम पर वसूली करने वालों के आगे चौकी पुलिस ने घुटने टेक दिए हैं जिससे वाहन चालकों के हौसले बुलंद है आम जनता ने कई बार सड़क पर खड़े वाहनों को हटाए जाने की मांग अधिकारियों से की लेकिन डामर सड़क पर वाहन खड़े कर सवारी भरना और उतारना लगातार नही बन्द हुआ आखिर विक्रम चालकों पर यातायात पुलिस थाना पुलिस चौकी पुलिस और एआरटीओ कार्यालय अंकुश क्यों नहीं लगा पाया इसके पीछे चर्चाओं पर जाएं तो डग्गामार वाहनों से इन अधिकारियों की मोटी काली कमाई प्रत्येक महीने होती है जिससे काली कमाई में दखल ना पड़े इसी मकसद से सड़क पर खड़े होने वाले वाहनों को जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी नहीं हटाना चाहते हैं जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है

[3/13, 18:53] +91 99191 96696: *महीनों बाद भी रोडवेज बस अड्डा नहीं हो सका संचालित*

*उद्घाटन में भेजी गई बसों को रोडवेज अधिकारियों ने लिया वापस*

*कौशांबी* जनपद बनने के 25 वर्ष बाद जनता की मांग पर योगी सरकार ने मंझनपुर में रोडवेज बस स्टॉप वर्कशॉप और डिपो का निर्माण करोड़ों की लागत से करा दिया है उद्घाटन के समय भेजी गई बसों को परिवहन अधिकारी ने दूसरे दिन कौशांबी से हटा लिया है कौशांबी के हिस्से में बस स्टॉप बनने के बाद एक भी बस नहीं मिल सकी है जिससे आम जनता के आवागमन की समस्या विकराल बनी हुई है रोडवेज के अधिकारी बसों का संचालन नहीं कर रहे हैं जिससे बस स्टॉप बनने के बाद भी जनता को आवागमन में बसों की समस्या से जूझना पड़ता है मजबूर जनता प्राइवेट वाहनों के सहारे अपने आवागमन को पूरा करते हैं करोड़ों की लागत से बना बस स्टॉप सरकार को मुंह चिढ़ा रहा है बस स्टॉप के संचालन के लिए अभी तक कर्मचारियों की तैनाती परिवहन आयुक्त ने नहीं की है भवन बनाए जाने के बाद मौके पर सुविधाओं का टोटा बना हुआ है बस स्टॉप डिपो वर्कशॉप बनाए जाने के बाद भी अभी तक किसी भी व्यवस्था को परिवहन विभाग ने शुरू नहीं किया है जिले की जनता ने योगी सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मंझनपुर बस स्टॉप वर्कशाप और डिपो को शुरू कराए जाने की मांग की है

[3/13, 18:53] +91 99191 96696: *आज अगर हम हारे हैं तो कल हम जीतेंगे भी…अजय सोनी*

*गहमागहमी शोर शराबे के बीच सम्पन्न हुई समर्थ किसान पार्टी की चुनावी समीक्षा बैठक*

*कौशाम्बी* समर्थ किसान पार्टी के तत्वावधान में रविवार को जिला मुख्यालय मंझनपुर के एक निजी गेस्ट हाउस में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव को लेकर समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता समर्थ किसान पार्टी के नेता अजय सोनी ने की। इस अवसर पर काफी गहमागहमी और शोर शराबा हुआ। तमाम लोगों ने चुनाव में पार्टी के कई नेताओं एवं कार्यकर्ताओं द्वारा विपक्षी पार्टी के प्रत्याशियों को वोट एवं सपोर्ट देने का मामला उठाया। कई कार्यकर्ताओं का आरोप था कि पार्टी के कुछ लोग दूसरे दलों के साथ घूम रहे थे और अपने पार्टी के प्रत्याशियों को हराने में लगे थे, इसीलिए इतनी बुरी तरह समर्थ किसान पार्टी की जनपद कौशांबी के सभी विधानसभाओं में पराजय हुई है। इतना ही नहीं बल्कि कई लोगों का यह भी आरोप था कि पार्टी के कई कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी चुनाव के समय निष्क्रिय होकर घर पर बैठे रहे और सिर्फ कुछ गिने चुने कार्यकर्ता और पदाधिकारी ही चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के लिए समुचित प्रचार प्रसार किए जिससे कई कई गांवों में चुनाव चिन्ह ही नहीं पहुंच सका और लोगों का समर्थन नहीं मिल सका।

भारी गहमागहमी एवं शोर शराबे के बीच तमाम लोगों की यह भी राय थी कि पार्टी की कार्यकारिणी को भंग कर दिया जाए और एक नई कार्यकारिणी का जल्द ही गठन हो। इस पर पार्टी नेता अजय सोनी ने कौशांबी जिले की सभी कार्यकारिणी को भंग करने की घोषणा की और कहा कि अब आगे से जो लोग भी सक्रिय होकर पार्टी की सेवा करेंगे, सिर्फ उन्हें ही कार्यकारिणी में शामिल किया जाएगा। इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अजय सोनी ने कहा कि समर्थ किसान पार्टी का यह पहला विधानसभा चुनाव था और लोगों में कम जागरूकता थी, साथ ही संसाधन का भी अभाव था, लिहाजा हम लोग चुनाव हार गए हैं लेकिन इससे हमें हताश होने की जरूरत नहीं है। आगे से हम लोग कड़ी मेहनत करेंगे और जनता की सेवा कर जनता का दिल जीतने का प्रयास करेंगे जिससे आने वाले चुनावों में जनता हमारा समर्थन करेगी। आगे कहा कि आज अगर हम हारे हैं तो कल हम जीतेंगे भी। लोकतंत्र में हार, जीत लगी रहती है। फिर से प्रयास किया जाएगा और हम आगे जरूर कामयाब होंगे। इस अवसर पर प्रेम चन्द्र केसरवानी, मनोज सोनी, अखिलेश पटेल, सुशील जयहिंद, विजय शुक्ला, राधेश्याम चौधरी, जय लाल चौधरी, मो मतीन, जीवन सिंह पटेल, अकाशा यादव, राजवंत सिंह, शिव सिंह पटेल, विपिन पटेल, विमल यादव, परिवार लोधी, शरद राय, धर्मेन्द्र दिवाकर, वीरेंद्र चौरसिया, दुखराज सरोज, पदुम सोनी, अखिलेश विश्वकर्मा, नईम अहमद समेत सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।

 

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