November 1, 2025

UPAAJTAK

TEZ KHABAR, AAP KI KHABAR

औरैया29अप्रैल*मिड डे मील में मिली अनियमितताएं*

औरैया29अप्रैल*मिड डे मील में मिली अनियमितताएं*

औरैया29अप्रैल*मिड डे मील में मिली अनियमितताएं*

*औरैया।* मिड डे मील को लेकर तमाम खबरें देखने को मिलती हैं जहां मिड डे मील में कमियां होने की वजह से जिला प्रशासन और शासन कार्रवाई भी करते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी मिड डे मील में बनने वाले खाने की शिकायत कम होने का नाम ही नहीं लेती हैं। औरैया जिले में भी एक स्कूल में मिड डे मील को लेकर एक तस्वीर देखने को मिली , जहां मीनू के अनुसार खाना नहीं दिया जा रहा था। क्या बच्चों को दाल चावल ही दिए जा रहे थे। जबकि मीनू के अनुसार दाल रोटी होनी चाहिए थी। इस मामले को लेकर हेड मास्टर से बात की उनका अजीबोगरीब जवाब आया। बताया चक्की खराब होने की वजह से आटा नहीं पाया। जिस वजह से बच्चों को दाल चावल खिला रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार फिर से आने के बाद लापरवाही करने वाले सरकारी कर्मचारियों पर कार्यवाही देखने को मिल रही , लेकिन इसके बाद भी अधिकारी लापरवाह बने हुए है। एक तो स्कूल के अंदर पान मसाला खाते दिख रहे है, तो दूसरी तरफ मिड डे मील में मीनू के अनुसार खाना नही दिया जा रहा।
यह तस्वीरें हैं औरैया ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय ताल्हेपुर की हैं, जहां किस तरीके से बच्चे स्कूल के अंदर मिड डे मील का खाना खा रहे हैं, लेकिन इस खाने की बात की जाए तो यहां खाना मीनू के अनुसार ना मिलकर अपनी मनमर्जी के मुताबिक दिया जा रहा है , जहां बच्चों को दाल चावल हाल ही में परोसे जा रहे हैं। जबकि आज बृहस्पतिवार के दिन मीनू में दाल रोटी होनी चाहिए , लेकिन यहां थाली में दाल और चावल दिए जा रहे हैं। वही जब इस मामले को लेकर यहां के प्रधानाध्यापक से बात की तो उन्होंने बताया की 3 दिन से चक्की खराब होने की वजह से आटा नहीं मिल पाया। जिसकी वजह से बच्चों को दाल चावल दिए जा रहे हैं। इस अजीबोगरीब जवाब से यह तो साबित हो रहा है, कि किस तरीके से शासन के आदेश के बाद भी यहां के अध्यापक इस शासन के आदेश को दरकिनार कर अपने आदेश पर मीनू को दिया जा रहा है। इस मामले को लेकर भले ही स्कूल प्रशासन अजीबोगरीब जवाब देता नजर आ रहा हो, लेकिन कहीं ना कहीं यह भी एक बड़ी बात है की शासन इतना सख्त होने के बाद भी अपनी मर्जी के मुताबिक काम करता दिख रहा है स्कूल प्रशासन। प्रधानाध्यापक जावेद से इस मामले को लेकर बात की तो उनका अजीबोगरीब जमाया कि हमने आटा पिसाने के लिए दिया था , लेकिन चक्की खराब होने की वजह से आटा सही समय पर नहीं पिस पाया जिसकी वजह से बच्चों को दाल चावल दिए गए। इन सबके बीच एक तस्वीर और सामने देखने को मिली , स्कूल में शिक्षामित्र पर तैनात अध्यापक मुंह में मसाला खाकर घूमते नजर आए। जब उनसे बात की उनका कहना था कि हम सुपारी खाए हुए हैं , और यह गलती हुई है। हमसे आगे से ऐसी गलती नहीं होगी। जिसको लेकर प्रधानाध्यापक में भी शिक्षा मित्र की फटकार लगाई और कहा कि क्यों ऐसे काम कर रहे हो जिससे विद्यालय का नाम खराब हो रहा है। जब बीएसए से बात कि गई तो उन्होंने बताया खंड विकास अधिकारी पर जांच करवाई जाएगी, अगर जांच में सही पाया गया तो उनके उन पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।